रांची: पतरातू ग्रिड अनिश्चितकाल के लिए ठप हो गया है, जिससे पांच लाख की आबादी को 10 घंटे से ज्यादा की बिजली कटौती झेलनी पड़ रही है. यहां दोनों बड़े ट्रांसफार्मर खराब हो गये हैं. 400 केवी लाइन से जुड़े 315 केवीए क्षमता के दूसरे ट्रांसफार्मर से भी आपूर्ति ठप हो गयी. इससे पतरातू, बुढ़मू और कांके ग्रिड के आपस में जुड़े रहने से ट्रांसमिशन लाइन से आपूर्ति बंद पड़ गयी है.
वैकल्पिक व्यवस्था के तहत फिलहाल कांके ग्रिड को हटिया वन से कामचलाऊ बिजली दी जा रही है, जिससे यह इलाका पूरी तरह से ब्लैक आउट होने से बच गया. कांके ग्रिड को फिलहाल कम क्षमता (75 की जगह महज 30 मेगावाट) पर चलाया जा रहा है. अभी पिठोरिया के नजदीक लुप इन-लुप आउट कर हटिया से कांके ग्रिड को बिजली दी जा रही है. सिंगल सर्किट से जुड़े होने के कारण ज्यादा दबाव नहीं दिया जा सकता, क्योंकि फिर हटिया ग्रिड पर लोड बढ़ने से इसके भी ठप होने का जोखिम है.
पतरातू ग्रिड बिजली की 400 केवी हाई वोल्टेज लाइन को स्टेप डाउन कर 220 केवीए में बदलकर इसे आगे बुढ़मू और कांके दोनों ग्रिड को आपूर्ति करता है. दुर्गापूजा के बाद दीपावली और छठ है. बिजली विभाग के पास इन सबसे निबटने का कोई बड़ा बैकअप प्लान नहीं है. अगर फिर कोई संकट आया, तो राजधानी और आसपास के इलाके की बड़ी आबादी को त्योहारों पर कामचलाऊ बिजली ही मिलेगी.
कांके रोड, बरियातू, मधुकम, पहाड़ी मंदिर क्षेत्र, बोड़ेया, अरसंडे, कांके, कांके ब्लॉक चौक, बिरसा एग्रीकल्चर चौक, रातू रोड, मधुकम, खादगढ़ा, कुम्हारटोली, बाजपुर, सीआइपी और रेडियम रोड. इसके साथ ही बड़ा ग्रामीण इलाका भी प्रभावित हो रहा है.