Durga Puja 2023: दुर्गा पूजा में झारखंड के सभी जिलों में तैनात किए जाएंगे 10 हजार अतिरिक्त फोर्स
इस वर्ष दुर्गा पूजा में करीब 10 हजार अतिरिक्त फोर्स लगाये जायेंगे, जिसमें 4,975 होमगार्ड के जवान शामिल होंगे. सबसे अधिक फोर्स की तैनाती राजधानी रांची के अलावा धनबाद, जमशेदपुर बोकारो सहित अन्य बड़े शहरों में होगी.
Durga Puja 2023: दुर्गा पूजा के दौरान राज्य के सभी जिलों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर फोर्स तैनाती के लिए पुलिस मुख्यालय के स्तर से तैयारी पूरी कर ली गयी है. इस वर्ष करीब 10 हजार अतिरिक्त फोर्स लगाये जायेंगे, जिसमें 4,975 होमगार्ड के जवान शामिल होंगे. सबसे अधिक फोर्स की तैनाती राजधानी रांची के अलावा धनबाद, जमशेदपुर बोकारो सहित अन्य बड़े शहरों में होगी. होमगार्ड की तैनाती को लेकर पुलिस मुख्यालय आइजी अभियान एवी होमकर द्वारा गृह विभाग को प्रस्ताव भेजा गया था. इस पर गृह विभाग ने अनुमति प्रदान कर दी है. पुलिस मुख्यालय के स्तर से सभी जिलों के एसपी और रेंज डीआइजी को सुरक्षा के दृष्टिकोण से विभिन्न बिंदुओं पर निर्देश दिया गया है. इसमें संवेदनशील इलाके पर विशेष रूप से निगरानी रखने को कहा गया है. पुलिस को प्रत्येक स्थिति से निबटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है. वहीं स्पेशल ब्रांच की ओर से भी सुरक्षा को लेकर विभिन्न बिंदुओं पर निर्देश दिये गये हैं. इसमें संवेदनशील इलाके के अलावा पुलिस को ऐसे लोगों के बारे में भी जानकारी उपलब्ध करायी गयी है, जिनके कारण पूर्व में विवाद की स्थिति उत्पन्न हो चुकी है. इसलिए ऐसे लोगों पर कार्रवाई के साथ निगरानी का भी सुझाव दिया गया है.
किस जिला में कितने होमगार्ड की होगी तैनाती
जिला – तैनाती
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रांची – 400
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खूंटी – 100
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रामगढ़ – 150
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लोहरदगा – 200
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गुमला – 250
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सिमडेगा – 150
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जमशेदपुर – 500
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चाईबासा – 150
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सरायकेला – 100
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धनबाद – 400
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बोकारो – 300
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पलामू – 200
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गढ़वा – 150
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लातेहार – 100
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हजारीबाग – 250
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चतरा – 200
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कोडरमा – 300
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गिरिडीह – 200
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दुमका – 250
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जामताड़ा – 100
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साहिबगंज – 125
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पाकुड़ – 100
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गोड्डा – 150
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देवघर – 150
ऊर्जा विभाग ने जारी की गाइडलाइन
दुर्गा पूजा, दीपावली व छठ पूजा के दौरान बनने वाले पंडालों में यदि बिजली का इस्तेमाल किया जाता है, तो हर हाल में बिजली उपकरणों की अर्थिंग करायें. उक्त निर्देश ऊर्जा विभाग ने दिया है. इस बाबत ऊर्जा विभाग के वरीय विद्युत निरीक्षक विजय कुमार ने सिन्हा ने एक गाइडलाइन भी जारी की है.
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क्या है गाइडलाइन
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जेबीवीएनएल की अनुमति और लोड की स्वीकृति कराके ही पंडालों में विद्युत सज्जा करें. विधिवत रूप से अस्थायी कनेक्शन लेकर ही विद्युतीकरण का कार्य करें.
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पंडालों में अर्थिंग की समुचित व्यवस्था करें. प्रत्येक पंडाल में कम से कम दो अर्थपिटों का निमार्ण कराना आवश्यक है.
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जेनरेटर को नियमानुसार ही लगायें. उचित क्षमता के मेन स्विच एवं चेंज ओवर स्विच लगायें.
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पंडाल एवं गेट को ओवर हेड लाइन से दूर रखें.
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बिजली नियंत्रण कक्ष में रबर मेट, अग्निशामक यंत्र, सूखे बालू से भरी बाल्टी, शॉक ट्रीटमेंट चार्ट, खतरे की मानक तख्ती रखना अनिवार्य है.
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बिजली कंट्रोल पैनल ऐसी जगह बनाया जाये, जहां श्रद्धालुओं की भीड़ न हो. साथ ही विद्युत नियंत्रण कक्ष का बोर्ड प्रदर्शित करें.
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कटे-छंटे तार प्रयोग न करें. बच्चों के पहुंच से स्विच बोर्ड दूर रखें.
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पंडाल परिसर में प्रवेश एवं निकास के लिए अलग-अलग द्वार बनायें.
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विद्युतीकरण का काम लाइसेंसधारी व्यक्ति से ही करायें.