Durga Puja 2024, तमाड़, शुभम हल्दार : रांची-टाटा राजमार्ग तमाड़ में स्थित दिउड़ी मंदिर रांची जिले के अलावा पूरे झारखंड और देश के हर कोने से श्रद्धालु पूजा करने आते हैं. प्राचीन मंदिर का मुख्य आकर्षण मां देवी दुर्गा (काली) की 16 भुजाओं वाली 700 साल पुरानी मूर्ति है. इसे ‘सोलहभुजी देवी’ के नाम से जाना जाता है. मंदिर में भक्त की अपनी मनोकामना पूर्ण होने पर खीर या खिचड़ी का भोग लगाते है. हर दिन दोपहर बारह बजे माता रानी को भोग में खीर या खिचड़ी चढ़ाया जाता है. उसके बाद पुजारियों द्वारा महाआरती किया जाता है.
10 वीं से 12वीं शताब्दी के दौरान हुआ था मंदिर का निर्माण
मंदिर में प्रतिदिन सुबह पांच बजे, दोपहर बारह बजे, शाम छह बजे प्रतिदिन आरती किया जाता है. मंदिर में पंडा, पाहन, ब्राह्मण पुजारियों के साथ अनुष्ठान करते हैं और प्रार्थना करते हैं. कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण 10 वीं से 12वीं शताब्दी के दौरान हुआ था. कहा जाता है कि दिउड़ी मंदिर तमाड़ राजा की कुलदेवी है. ऐसा माना जाता है कि मंदिर की दीवार और खंभे बलुआ पत्थर से बने हैं. पुराने मंदिर के ऊपर एक नई संरचना का निर्माण किया गया है. जिसमें कुछ गुंबद शामिल हैं जिन पर देवी-देवताओं की रंगीन छवियां उकेरी गई हैं. मंदिर प्रतिदिन सुबह 5 बजे से रात 8 बजे तक खुला रहता है. दिउड़ी मंदिर रांची से लगभग 70 किमी दूर है और राष्ट्रीय राजमार्ग 33 पर स्थित है. दिउड़ी मंदिर आने के लिए बसें और कैब उपलब्ध हैं.
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