रांची में पंडालों को अंतिम रूप देने में जुटे कारीगर, बेहद खास होगी इस बार की लाइटिंग

शहर के लगभग सभी पंडाल इस वर्ष इको फ्रेंडली होंगे. मंडप में बांस, प्लाइवुड शीट, पत्ते, फल के छिलके, बांस, रुई और कपड़े का इस्तेमाल हो रहा है. वहीं, बाह्य आवरण को खास बनाने के लिए फोम का इस्तेमाल किया जा रहा है

By Prabhat Khabar News Desk | October 16, 2023 12:53 PM

रांची : राजधानी में दुर्गोत्सव का उल्लास बिखरने लगा है. इस वर्ष करीब 157 पंडाल दुर्गोत्सव का गवाह बनेंगे. पंडाल के निर्माण में कलाकार दिन-रात जुटे हुए हैं. अधिकतर पंडालों का पट पंचमी को खुल जायेगा. बंगाल के हुगली, मेदनीनगर, कृष्णानगर समेत अन्य इलाकों के कारीगर पंडाओं को अंतिम रूप दे रहे हैं. पंडालों को भव्य रूप दिया जा रहा है. इस वर्ष लगभग सभी पंडालों के इंटीरियर और एक्सटीरियर में इको फ्रेंडली सामग्री का इस्तेमाल हो रहा है. प्लाई, फाइबर शीट, बांस और फोम से काल्पनिक स्वरूप को जीवंत बनाया जा रहा है. पंडालों का 80 फीसदी काम पूरा हो चुका है. कारीगर अब खूबसूरती पर काम कर रहे हैं.

फल के छिलके, बांस और हुगला पत्ता से बन रहे पंडाल :

शहर के लगभग सभी पंडाल इस वर्ष इको फ्रेंडली होंगे. मंडप में बांस, प्लाइवुड शीट, पत्ते, फल के छिलके, बांस, रुई और कपड़े का इस्तेमाल हो रहा है. वहीं, बाह्य आवरण को खास बनाने के लिए फोम का इस्तेमाल किया जा रहा है. हरमू रोड स्थित सत्य अमर लोक दुर्गा पूजा समिति ने मंडप के इंटीरियर को खास बनाने के लिए 25 क्विंटल हुगला पत्ता मंगवाया है. इस पत्ते का इस्तेमाल छावनी और कच्चे मकान की छत को वाटरप्रूफ बनाने में होता है. पत्ते से पंडाल के आंतरिक हिस्से को अल्पना यानी रंगोली का डिजाइन दिया जा रहा है.

लाइटिंग में पंचतंत्र, अलादीन का चिराग

पूजा मंडप की भव्यता 300 मीटर दूर से ही नजर आयेगी. इसके लिए खास लाइटिंग वाले तोरण द्वार लगाये गये हैं. आरआर स्पोर्टिंग क्लब, कोकर दुर्गा पूजा समिति, बूटी मोड़, ओसीसी क्लब, पंचमंदिर हरमू, स्टेशन रोड, कांटाटोली समेत अन्य पूजा पंडालों के पास आकर्षक लाइटिंग की गयी है. पंचतंत्र, अलादीन का चिराग और ऐतिहासिक घटनाओं से श्रद्धालुओं को रूबरू कराया जायेगा.

1. गुजरात के स्वामी नारायण मंदिर की दिख रही भव्यता पंच मंदिर

दुर्गा पूजा समिति, हरमू कॉलोनी

दुर्गा पूजा मंडप के साथ श्रद्धालु गुजरात के स्वामी नारायण मंदिर की भव्यता से रूबरू हाेंगे. रांची में पहली बार इस मंदिर का प्रारूप दिखेगा. मुख्य मंदिर के आस-पास 11 शिव मंदिर का निर्माण किया जा रहा है. पंडाल अपना स्वरूप ले चुका है. बांसबेरिया हुगली से पहुंचे 26 कारीगर मंडप के बाह्य और आंतरिक सज्जा फाइबर शीट और फोम से कर रहे हैं. मुख्य पंडाल नारंगी रंग का होगा, जिसकी छत पर कलश की स्थापना होगी.

2. बांग्ला अल्पना यानी रंगोली का दिखेगा भव्य रूप

ओसीसी क्लब दुर्गा पूजा समिति

ओसीसी क्लब के पंडाल को बांग्ला अल्पना यानी रंगोली का रूप दिया जा रहा है. अल्पना को भव्य रूप देने के लिए कपड़ा, फाइबर शीट, सूता का इस्तेमाल किया जा रहा है. अल्पना को खास रूप से दर्शाने के लिए ग्लास पेंटिंग की गयी है. वहीं, पंडाल के चारों ओर 36 छतरी लगा दी गयी है. इन्हें सूत और लेजर कटिंग की गयी फाइबर शीट से बनाया गया है. पूजा के दौरान इन छतरी में लाइटिंग की व्यवस्था होगी, जिससे अल्पना की खूबसूरती और बढ़ जायेगी. पंडाल का उदघाटन पंचमी को होगा.

6. सनातन धर्म के थीम पर बन रहा पंडाल

चंद्रशेखर आजाद क्लब

मेन रोड

मेन रोड स्थित चंद्रशेखर आजाद क्लब का पूजा पंडाल स्वरूप ले चुका है. यहां सनातन धर्म के थीम पर पंडाल बनाया जा रहा है. मंडप में प्रवेश करते ही दायी ओर बनारस का घाट नजर आयेगा. वहीं, बायी ओर मां की प्रतिमा प्रकृति संरक्षण और कर्म ही धर्म का संदेश देती नजर आयेगी. साथ ही मां दुर्गा का त्रिनेत्र बनाया जा रहा है, जो लोगों को गलत कर्म से दूरी बनाये रखने का संदेश देगा. यहां प्लाइवुड शीट और बांस की आकर्षक कारीगरी अंतिम चरण में है.

7. लाइटिंग में बंदर, कंकाल भूत की झलक

कोकर दुर्गा पूजा कमेटी

इस वर्ष मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आ रही हैं. इस खास संदेश के साथ कोकर स्थित पूजा पंडाल को तैयार किया जा रहा. अभी से ही पंडाल आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. हाथी की सूंड के बीच से श्रद्धालु मंडप के अंदर प्रवेश मिलेगा. इसका ट्रायल किया जा रहा है. बंगाल के मेदनीपुर के कारीगर पंडाल को अंतिम रूप देने में दिन-रात जुटे हैं. तोरण द्वार बनाये जा रहे हैं. साथ ही मैकेनिकल लाइटिंग भी खास होगी. लाइटिंग में मगरमच्छ, बंदर, कंकाल, भूत की झलक दिखेगी.

3. चक्रव्यूह में फंसने का अनुभव होगा

भारतीय युवक संघ, बकरी बाजार

महाभारत में जिस चक्रव्यूह में वीर अभिमन्यु फंसा था, उसी थीम पर बकरी बाजार में पूजा पंडाल बनाया जा रहा है. पंडाल के बाह्य आवरण का काम अंतिम चरण में है. 30 कारीगर पंडाल निर्माण में दिन-रात जुटे हैं. पंडाल के बाहरी हिस्से की साज-सज्जा आयरन रॉड और फाइबर शीट से की जा रही है. अलग-अलग रंग की फाइबर शीट पर लाइटिंग होगी, जो श्रद्धालुओं को समय जाल में फंसने का अनुभव करायेगी. श्रद्धालु फूड स्टॉल और मेला का भी आनंद ले सकेंगे.

4. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश

रांची रेलवे स्टेशन. यहां हर वर्ष मां का भव्य पंडाल बनाया जाता है. इस वर्ष का पूजा पंडाल बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश देगा. पूजा समिति के अध्यक्ष मुनचुन राय ने बताया कि पंडाल निर्माण पूरा हो चुका है. रंग-रोगन का काम अंतिम चरण पर है. आकर्षक विद्युत साज-सज्जा के लिए गेट लाइट लगायी गयी है. सोमवार शाम से लाइटिंग चालू कर दी जायेगी, जिसके लिए कोलकाता से लाइट डेकोरेटर आ रहे हैं. पंचमी को पंडाल का पट खोल दिया जायेगा.

5. मनुष्य के पुनर्जन्म और जीवन यात्रा की दिखेगी झलक

यहां के पंडाल का थीम मनुष्य के पुनर्जन्म और जीवन यात्रा है. पंडाल ने मूल आकार ले लिया है. मां शारदा बाहुबली थीम पर बने सिंहासन पर विराजमान होंगी. प्रतिमा का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है. 18 फीट ऊंची प्रतिमा का साज-शृंगार किया जा रहा है. वहीं, 20 से अधिक कारीगर पंडाल को फाइनल टच देने में जुटे हैं. पंडाल का पट पंचमी को खुल जायेगा. उदघाटन समारोह में छत्तीसगढ़ के छऊ कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे. लाइटिंग भी आकर्षक की जा रही है. लाइटिंग में कार्टून कैरेक्टर की झलक दिखेगी.

आरआर स्पोर्टिंग क्लब रातू रोड

7. लाइटिंग में बंदर, कंकाल भूत की झलक

कोकर दुर्गा पूजा कमेटी

इस वर्ष मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आ रही हैं. इस खास संदेश के साथ कोकर स्थित पूजा पंडाल को तैयार किया जा रहा. अभी से ही पंडाल आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. हाथी की सूंड के बीच से श्रद्धालु मंडप के अंदर प्रवेश मिलेगा. इसका ट्रायल किया जा रहा है. बंगाल के मेदनीपुर के कारीगर पंडाल को अंतिम रूप देने में दिन-रात जुटे हैं. तोरण द्वार बनाये जा रहे हैं. साथ ही मैकेनिकल लाइटिंग भी खास होगी. लाइटिंग में मगरमच्छ, बंदर, कंकाल, भूत की झलक दिखेगी.

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