झारखंड: रांची में मां दुर्गे के दरबार की सजावट पर 50 करोड़ से अधिक खर्च, 450 से अधिक स्थानों पर दुर्गोत्सव
सप्तमी को मां दुर्गा का पट खुलने से पहले तक मां का दरबार सज कर तैयार हो जाता है. कुछ पूजा पंडाल तो मां के दर्शन के लिए पंचमी-षष्ठी से खुलने लगते हैं, लेकिन राजधानी रांची के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के अधिसंख्य पूजा पंडाल सप्तमी के दिन ही दर्शन के लिए खुलते हैं.
रांची: कलश यात्रा, नव पत्रिका प्रवेश के साथ दुर्गा पूजा पंडालों के पट सप्तमी को खुल गए. मां दुर्गा का दरबार श्रद्धालुओं से गुलजार होने लगा. राजधानी रांची में अगले तीन दिनों तक चारों तरफ माहौल पूजामय रहेगा. शनिवार को सभी पंडालों के पट खुलते ही श्रद्धालु मां दुर्गा के दर्शन करने उमड़ पड़े. शनिवार को जैसे-जैसे दिन गुजर रहा था, पूजा पंडालों की रौनक बढ़ती जा रही थी. शाम होते ही रंग बिरंगी रोशनी व आकर्षक पंडालों में स्थापित मां की प्रतिमा अपने भव्य स्वरूप में नजर आ रही थी. देर रात तक पूजा पंडालों में आनेवाले भक्तों का तांता लगा था. खुशनुमा मौसम के कारण पूजा की भव्यता और बढ़ गयी है. मां का दरबार सजाने पर राजधानी में ही करीब 50 करोड़ रुपये से अधिक खर्च हुए हैं. मेला और बाजार का खर्च अलग है. राजधानी के कई पंडालों ने केवल मां के दरबार सजाने पर 60-65 लाख रुपये तक खर्च किया है. छोटे-छोटे पूजा पंडालों का खर्च भी 10 लाख रुपये के करीब है. पूरी राजधानी में 450 से अधिक स्थानों पर मां का दरबार सजा हुआ है. इसमें 158 पूजा पंडाल नगर निगम क्षेत्र में हैं.
देश के कोने-कोने के कलाकार जुटे थे रांची में
सप्तमी को मां का पट खुलने से पहले तक मां का दरबार सज कर तैयार हो जाता है. कुछ पूजा पंडाल तो मां के दर्शन के लिए पंचमी-षष्ठी से खुलने लगते हैं, लेकिन राजधानी रांची के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के अधिसंख्य पूजा पंडाल सप्तमी के दिन ही दर्शन के लिए खुलते हैं. इस काम में देश के कोने-कोने से रांची आये कलाकार कई महीनों से लगे थे. हरमू पंच मंदिर स्थित पूजा पंडाल का निर्माण कई महीनों से चल रहा था. यहां अहमदाबाद के श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर का प्रारूप बनाया गया है. बंगाल के हुगली से आये कलाकार कई महीनों से इसको अंतिम रूप देने में लगे हुए थे.
Also Read: PHOTOS: रांची के बुंडू में सजा मां दुर्गे का दरबार, देखते बन रहा दुर्गा पूजा का उल्लास
जुलाई से ही बन रहा था राजस्थान मित्र मंडल का पंडाल
राजस्थान मित्र मंडल अपर बाजार का पंडाल जुलाई से बन रहा था. यहां काल्पनिक मंदिर बनाया गया है. मेदनीनगर, प बंगाल के महिला कलाकारों द्वारा तैयार पंडाल लोगों के आकर्षण का केंद्र है. नवयुवक संघ स्थित बकरी बाजार पंडाल बनाने में दो माह से अधिक समय लगा है. यहां कलाकारों ने चक्रव्यूह को जीवंत बना दिया है. रेलवे स्टेशन स्थित पूजा पंडाल में बेटी बचाओ थीम पर थर्मोकॉल की कारीगरी जबरदस्त है. रातू रोड के आरआर स्पोर्टिंग में पुनर्जन्म थीम पर तैयार पंडाल को कलाकारों ने भव्य रूप दिया है. पंडालों में प्लाइ, बीट और थर्मोकॉल का काम ज्यादा है. इसके अतिरिक्त थीम के आधार पर कपड़ों का रंग चुना गया है.
कहां-कहां कितना खर्च (अनुमानित)
क्लब – कुल खर्च
नवयुवक संघ -60
हरमू मंच मंदिर – 60
आरआर स्पोर्टिंग क्लब – 55
रांची रेलवे स्टेशन क्लब – 32
महाशक्ति दुर्गा पूजा समिति, बूटी मोड़ -35
राजस्थान मित्र मंडल – 25
नेताजीनगर क्लब, कांटाटोली – 18
कोकर दुर्गा पूजा समिति – 18
ज्योति संगम , अपर बाजार – 25
चंद्रशेखर आजाद क्लब, मेन रोड -25
शक्ति स्त्रोत संघ -25
गीतांजलि क्लब -21
बिहार क्लब -30
ओसीसी क्लब -37
युवा विकास स्टॉफ क्वार्टर, राजभवन -12
हटिया स्टेशन क्लब – 12
वीनेक्स क्लब, बरियातू- 20
शिवसेना क्लब, पिस्का मोड़ -20
संग्राम क्लब, कचहरी चौक – 20
(खर्च : क्लबों से बातचीत पर आधारित )