रांची में ई-चालान सिस्टम शुरू, अब घर बैठे इस तरह ऑनलाइन जुर्माना भर सकेंगे लोग

रांची में ई-चालान सिस्टम की हुई शुरूआत

By Prabhat Khabar News Desk | January 5, 2021 9:00 AM

रांची : परिवहन विभाग ने सोमवार को पहले चरण में राजधानी रांची से ई-चालान सिस्टम की शुरुआत की. विभाग ने इसके लिए एचडीएफसी बैंक के सहयोग से उच्च तकनीक वाली मशीनें प्राप्त की हैं. सोमवार को एटीआइ में रांची के ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को इस नयी तकनीक के इस्तेमाल का प्रशिक्षण दिया गया. विभाग के अधिकारियों ने बताया कि ई-चालान से पारदर्शिता बढ़ेगी. साथ ही पर्यवेक्षण भी प्रभावी होगा. राज्य से राज्य से बाहर किये गये अपराध भी चालान के दायरे में आयेंगे.

आम लोगों को अब दंड शुल्क जमा करने के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. वें चाहें, ताे मौके पर ही कार्ड से पेमेंट कर सकेंगे. उन्हें चालान पर्ची में एक ऑनलाइन लिंक भी दिया जायेगा. इस पर लोग घर पहुंच कर भी ऑनलाइन पेमेंट कर सकेंगे. अगर कोई यातायात नियमों का उल्लंघन करता है, तो उसकी दो फोटो लेकर चालान पर्ची में बतौर सबूत दर्ज किया जा सकता है.

जीपीएस लोकेशन से नियम तोड़नेवालों को पता लगायेगी मशीन : विभाग के अधिकारियों ने बताया कि नो पार्किंग या वर्क साइड पार्किंग से गाड़ी सीज करने पर वाहन मालिक को एसएमएस के जरिये जानकारी दी जायेगी कि उनकी गाड़ी कहां रखी गयी है.

नयी तकनीक से लैस यह मशीन जीपीएस लोकेशन की मदद से यातायात नियमों का उल्लंघन करनेवालों के स्थान और पता स्वत: ही ढूंढ़ लेगी. गाड़ी का निबंधन संख्या या ड्राइविंग लाइसेंस नंबर डालने पर मशीन में सारी सूचनाएं स्वत: आ जायेंगी. अधिकारियों के मुताबिक लिंक के जरिये पेमेंट करने पर ‘विदाउट पेमेंट’, ‘विथ पेमेंट’ व ‘सेंड टू कोर्ट’ जैसे तीन विकल्प आते हैं, ताकि आवेदक को सभी ऑप्शन मिल सके.

अच्छी पहल, बढ़ेगी पारदर्शिता :

विभाग ने एसडीएफसी बैंक के जरिये ली है ई-चालान मशीनें, रांची की ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को दिया गया प्रशिक्षण

वाहन का लोकेशन, वाहन मालिक का पता सहित अन्य जानकारियां स्वत: जेनरेट हो जायेंगी मशीन में

ई-चालान मशीन की प्रक्रिया आसान है. इसमें सारी सूचनाएं स्वत: आ सकती हैं. इसमें दूसरी बार यातायात नियम उल्लंघन के मामले के अलावा दंड कितना होगा, यह भी आयेगा. इससे पारदर्शिता बढ़ेगी.

– के. रवि कुमार, सचिव, परिवहन विभाग

ई-चालान मशीन पुलिस के लिए सुरक्षा कवच है. इसके जरिये वाहनों की लोकेशन, पता आदि ऑनलाइन दर्ज हो जायेंगे. स्पॉट पर ही ऑपलाइन प्रिंट चालान दे सकेंगे. लोगों में विश्वास बढ़ेगा व शिकायतें होंगी.

– अजीत पीटर डुंगडुंग, ट्रैफिक एसपी, रांची

Posted By : Sameer Oraon

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