ई-रिक्शा चालकों की मनमानी की वजह से राजधानी रांची में हर दिन लग रहा जाम, बोलने पर कर लेते हैं झगड़ा
वर्ष 2016 में नगर निगम ने 1400 ई-रिक्शा को रूट पास जारी किया था. लेकिन, कोरोना काल यानी वर्ष 2021 में रूट पास समाप्त हो गया था. उसके बाद ई-रिक्शा पर कोई लगाम नहीं है.
रांची में पेट्रोल-डीजल ऑटो के साथ-साथ ई-रिक्शा की संख्या में भी तेजी से इजाफा हुआ है. वर्तमान में चार हजार से अधिक ई-रिक्शा राजधानी की सड़कों पर चल रहे हैं. मुख्य सड़कों के अलावा ब्रांच रोड में भी ई-रिक्शा चलने लगे हैं. सड़क पर ही बेतरतीब तरीके से खड़ा कर ई-रिक्शा चालक सवारियों को बैठाने का काम करते हैं. इस कारण हमेशा जाम लगता रहता है. इससे अन्य वाहन चालकों को काफी परेशानी होती है. वाहन चालकों की शिकायत पर पर ट्रैफिक एसपी व डीटीओ ने नगर निगम को ई-रिक्शा पर अंकुश लगाने के लिए पत्र लिखा है.
वर्ष 2016 में नगर निगम ने 1400 ई-रिक्शा को रूट पास जारी किया था. लेकिन, कोरोना काल यानी वर्ष 2021 में रूट पास समाप्त हो गया था. उसके बाद ई-रिक्शा पर कोई लगाम नहीं है. मेन रोड को छोड़ कर ई-रिक्शा किसी भी रूट में धड़ल्ले से चल रहे हैं. लालजी-हीरजी रोड, कोकर शिव मंदिर के सामने, चडरी (लाइन टैंक रोड), सेंटेविटा अस्पताल के पास, करमटोली चौक, लालपुर चौक, कचहरी चौक, कमिश्नरी चौक, शास्त्री मार्केट के सामने ई-रिक्शा वालों ने स्टैंड बना लिया है.
सर्जना चौक के सामने लालजी-हीरजी रोड के दुकानदार इससे त्रस्त हैं. बोलने पर ई-रिक्शा चालक दुकानदारों से झगड़ा करने लगते हैं. कई बार इसकी जानकारी कोतवाली पुलिस को दी गयी है, लेकिन ट्रैफिक पुलिस का मामला होने की बात कह पल्ला झाड़ लिया जाता है. ई-रिक्शा चलाने के लिए अलग लाइसेंस होता है. लेकिन, ई-रिक्शा चालक लाइट मोटर व्हीकल (एलएमवी) लाइसेंस पर ई-रिक्शा चला रहे हैं. कई ई-रिक्शा चालक तो नाबालिग होते हैं, उनके पास लाइसेंस भी नहीं होता है.
रांची नगर निगम से शीघ्र ही ई-रिक्शा के लिए रूट पास जारी करने को कहा गया है. ताकि, ई-रिक्शा निर्धारित रूट पर ही चल सकें और लोगों को जाम से मुक्ति मिल सके. जिला परिवहन विभाग की ओर से भी समय-समय पर चेकिंग की जाती है. 11 जुलाई को लाइसेंस चेक किया गया था, उस समय 18 ई-रिक्शा पर जुर्माना लगाया गया था.
-प्रवीण प्रकाश, डीटीओ
अप्रैल 2023 तक 3,192 ई-रिक्शा का निबंधन
राजधानी रांची में निबंधित ई-रिक्शा की संख्या अब तक 3,192 (अप्रैल 2023 तक) पहुंच गयी है. जानकारी a अनुसार, साल 2022 में सबसे अधिक 969 ई-रिक्शा निबंधित हुए थे. जबकि, 2021 में 125 ई-रिक्शा निबंधित हुए थे. वहीं, 2020 में कोरोना के कारण सिर्फ 55 ई-रिक्शा निबंधित हुए थे. इसके अलावा वर्ष 2019 में 321 ई-रिक्शा निबंधित हुए थे. वहीं, 2023 में अप्रैल माह तक 479 ई-रिक्शा का निबंधन हुआ. रांची में ई-रिक्शा की बिक्री साल 2014 से हो रही है.