रांची : झारखंड में आज सुबह-सवेरे भूकंप के झटके महसूस किये गये. राज्य की औद्योगिक नगरी जमशेदपुर में सुबह 6.55 बजे धरती हिली. भूकंप के झटके महसूस करते ही लोग अपने घरों से बाहर निकल आये. वैसे कहीं से कोई नुकसान की खबर नहीं है. रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 4.7 मापी गई. देश के दो राज्यों झारखंड के जमशेदपुर और कर्नाटक के हंपी में आज भूकंप के झटके महसूस किये गये हैं. राज्य में भूकंप की ये कोई पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी कई भूकंप आये हैं. आइए जानते हैं कि झारखंड में भूकंप से धरती कब-कब हिली है ? पढ़िए गुरुस्वरूप मिश्रा की रिपोर्ट.
झारखंड की औद्योगिक नगरी जमशेदपुर में आज सुबह 6.55 बजे धरती कांपी. भूकंप के झटके महसूस करते ही लोग अपने घरों से बाहर निकल आये. वैसे इस भूकंप के झटके से कहीं से कोई नुकसान की सूचना नहीं है. रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 4.7 मापी गई है. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक भूकंप का केंद्र जमशेदपुर था.
कुछ भूगर्भवेताओं का कहना है कि सिंहभूम और छोटानागपुर के पठार ढाल और क्रेटन का हिस्सा हैं, जो पृथ्वी की पपड़ी का सबसे स्थिर हिस्सा हैं. ऐसे में इन इलाकों में कोई महत्वपूर्ण भूकंपीय गतिविधि नहीं होनी चाहिए. संभव है कि यह भूकंप किसी खास गड़बड़ी या पृथ्वी की अंदरुनी परतों की प्रतिक्रिया के कारण हो सकता है.
9 अप्रैल 2020 को धनबाद में सुबह 11:24 बजे कम तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया. भूकंप का केंद्र पश्चिम बंगाल में रानीगंज के समीप था. आइआइटी-आइएसएम की सिस्मोलॉजिकल ऑब्जर्वेटरी ने इस भूकंप को रिकॉर्ड किया था. इस भूकंप को धनबाद के साथ इसके आसपास के क्षेत्रों में भी महसूस किया गया था. भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.1 मैग्नीट्यूड थी. भूकंप का केंद्र धरती के 15 किलोमीटर की गहराई में था.
आइआइटी-आइएसएम के अप्लाइड जियोफिजिक्स विभाग के प्रो पीके खान के अनुसार यह काफी कम तीव्रता का भूकंप था. भूकंप का केंद्र रानीगंज कोलफील्ड में था. इसे महज 2 से 3 सेकेंड तक महसूस किया गया था. इससे किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ था.
26 मई 2019 को झारखंड में भूकंप के झटके महसूस किये गये थे. भूकंप के झटके महसूस होते ही लोग अपने घरों से बाहर निकल आये थे, लेकिन जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ था. राज्य के संताल परगना और कोयलांचल में भूकंप के झटके महसूस किये गये थे. देवघर, दुमका, बोकारो, गिरिडीह और धनबाद में भूकंप से धरती हिली थी.
आईआईटी धनबाद के अनुसार भूकंप का केंद्र पश्चिम बंगाल का बांकुड़ा जिला था और यह 10 बजकर 39 मिनट पर आया था. धनबाद से 75 किमी दूर भूकंप आया था और इसकी तीव्रता 4.8 मापी गई थी. बताया जाता है कि प्लेट मूवमेंट की वजह से भूकंप आया था, जो जीमीन के नीचे 10 किमी में था.
28 अगस्त 2018 को झारखंड में भूकंप के हल्के झटके महसूस किये गये थे. पश्चिम बंगाल के हुगली जिले में आये इस भूकंप का असर झारखंड के धनबाद और पूर्वी सिंहभूम जिले में महसूस किया गया था, जबकि रांची में इसके झटके काफी हल्के महसूस किये गये थे. शाम 6.33 बजे आये इस भूकंप से धरती कांप गई थी.
पश्चिम बंगाल के हुगली जिले में इसका केन्द्र 10 किलोमीटर अंदर था. रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 5.0 आंकी गई थी. मौसम विभाग के अनुसार यह एक मध्यम तीव्रता वाला भूकंप था, लेकिन झारखंड में इसका खासा असर नहीं पड़ा था. मौसम वैज्ञानिकों की मानें, तो रिक्टर पैमाने पर 6.0 या इससे अधिक तीव्रता वाला भूकंप खतरनाक होता है. इससे जानमाल की क्षति हो सकती है.
15 दिसम्बर, 2015 को झारखंड में भूकंप से धरती हिली थी. बताया जाता है कि सुबह 8 बजकर 5 मिनट पर झारखंड में भूकंप के हल्के झटके महसूस किये गये थे. राज्य के सभी जिलों में इसे महसूस किया गया था. इस भूकंप का केंद्र झारखंड का देवघर जिला था.
झारखंड में आये भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.2 मापी गई थी. राज्य के धनबाद, दुमका, देवघर, बोकारो, गिरिडीह, जामताड़ा और रांची समेत लगभग सभी जिलों में 8 से 10 सेकेंड तक भूकंप के झटके महसूस किये गये थे.
जब कभी भूकंप का झटका महसूस हो, तो काफी सावधानी बरतनी चाहिए. जल्द से जल्द मकान या इमारत से बाहर निकलकर खुली जगह पर जाना चाहिए. बड़ी अलमारी या खिड़की वगैरह से दूरी बनाकर रखनी चाहिए. कमरे के कोने में या किसी मजबूत फर्नीचर, जैसे टेबल को पकड़कर उसके नीचे बैठ सकते हैं. पेड़ और बिजली के तारों से दूर रहना चाहिए. ऐसी स्थिति में बाहर जाने के लिए लिफ्ट की बजाय सीढ़ियों का उपयोग करना चाहिए.
Posted By : Guru Swarup Mishra