देश-विदेश के पर्यटकों के मनोरंजन के लिए नेतरहाट में 22 सितंबर से इको-रिट्रीट का आयोजन, ऐसी रहेगी व्यवस्था
नेतरहाट में पर्यटकों के लिए लाइट एंड साउंड शो के साथ-साथ साइक्लोथॉन व ट्रैकिंग इवेंट भी होगा. आयोजनों में हिस्सा लेने के लिए विशेषज्ञों को बुलाया जायेगा. यहां पर्यटकों के लिए लॉफ्टर योगा, जुंबा, एरोबिक्स, पावर योगा आदि का भी आयोजन होगा.
रांची, मनोज सिंह : पर्यटकों को लुभाने के लिए पर्यटन विभाग कई योजनाओं पर काम कर रहा है. इसी क्रम में पर्यटन विभाग 22 सितंबर से 22 अक्टूबर तक नेतरहाट में इको-रिट्रीट का आयोजन करेगा. इस दौरान देश-विदेश के पर्यटकों के मनोरंजन के लिए कई कार्यक्रम होंगे. वहीं, नवंबर में रामगढ़ जिले के पतरातू में इसी तरह का आयोजन होगा. पर्यटन निदेशक अंजलि यादव के नेतृत्व में एक टीम ने नेतरहाट जाकर तैयारियों का जायजा भी लिया है.
लाइट एंड साउंड शो व साइक्लोथॉन का भी आयोजन
नेतरहाट में पर्यटकों के लिए लाइट एंड साउंड शो के साथ-साथ साइक्लोथॉन व ट्रैकिंग इवेंट भी होगा. आयोजनों में हिस्सा लेने के लिए विशेषज्ञों को बुलाया जायेगा. यहां पर्यटकों के लिए लॉफ्टर योगा, जुंबा, एरोबिक्स, पावर योगा आदि का भी आयोजन होगा. हर रोज अलग-अलग सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे. स्थानीय व बाहरी कलाकारों को भी मौका दिया जायेगा. पर्यटकों को आसपास के पर्यटन स्थल की सैर भी करायी जायेगी. पर्यटक यहां म्यूजिक के साथ-साथ बोन फायर का भी मजा ले सकते हैं.
60 से अधिक परिवारों के रहने की सुविधा
नेतरहाट में एक साथ 60 से अधिक परिवारों के रहने की सुविधा पर्यटन विभाग उपलब्ध करायेगा. अरुणोदय में 18, प्रभात विहार में 27, पलामू डाक बंगला में चार, नेतरहाट स्कूल के गेस्ट हाउस में पांच, कैंपिंग बेस कोयल में 10 परिवार के रहने की सुविधा दी जायेगी. कोयल व्यू प्वाइंट के पास रात में रहने की व्यवस्था होगी.
पतरातू में एक से 30 नवंबर तक कार्यक्रम
पतरातू में एक से 30 नवंबर तक इको-रिट्रीट का आयोजन होगा. यहां भी पर्यटकों के रहने और मनोरंजन की व्यवस्था होगी. पर्यटन विहार में 20 व सरोवर विहार में 22 रूम पर्यटकों के लिए होंगे. इसके अतिरिक्त प्राइवेट रिसोर्ट में भी पर्यटकों को रखा जायेगा. यहां वाटर स्पोर्ट्स का भी आयोजन होगा. इसके लिए पूरे देश से टीम बुलायी जायेगी. पर्यटकों के लिए फ्लोटिंग रेस्टोरेंट बनाया जायेगा. क्रूज और हॉट एयर बैलून की व्यवस्था भी होगी. कल्चरल नाइट के साथ-साथ अस्थायी शिल्प ग्राम की स्थापना की जायेगी.