इडी ने बैंक मैनेजर सहित पांच को अभियुक्त बनाया

प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने पलामू भू-अर्जन घोटाले में प्राथमिकी दर्ज की है. इस मामले में एसबीआइ डालटनगंज के तत्कालीन चीफ ब्रांच मैनेजर सहित पांच को नामजद अभियुक्त बनाया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 10, 2020 4:14 AM

रांची : प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने पलामू भू-अर्जन घोटाले में प्राथमिकी दर्ज की है. इस मामले में एसबीआइ डालटनगंज के तत्कालीन चीफ ब्रांच मैनेजर सहित पांच को नामजद अभियुक्त बनाया गया है. अभियुक्तों की सूची में गुजरात के अमित चंदू लाल, पलामू के तत्कालीन भू-अर्जन पदाधिकारी बंका राम, नाजिर रमाशंकर सिंह और तत्कालीन बैंक मैनेजर रवींद्र कुमार बड़ाइक का नाम शामिल है. जालसाजी कर पलामू उत्तर कोयल परियोजना के खाते से 12.60 करोड़ रुपये की निकासी का मामला गुमला जिले में इंटीग्रेटेड ट्राइबल डेवलपमेंट अथॉरिटी (आटीडीए) में हुई गड़बड़ी की जांच के दौरान सामने आया था.

इडी द्वारा दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि जून 2018 में उत्तर कोयल परियोजना के स्टेट बैंक स्थित खाते से दो बार में सुनियोजित साजिश के तहत 12.60 करोड़ रुपये एनइएफटी के सहारे ट्रांसफर किये गये. सबसे पहले अमित चंदू लाल पटेल के ओड़िशा स्थित एक्सिस बैंक खाते में 4.20 करोड़ रुपये ट्रांसफर किये गये. इसके बाद शीतल कंस्ट्रक्शन के पुणे स्थित फेडरल बैंक के खाते में 8.40 करोड़ रुपये ट्रांसफर किये गये. इन दोनों लोगों ने अपने-अपने बैंक खातों से इस राशि की निकासी कर मनी लाउंड्रिंग के सहारे उसे जायज करार देने का हथकंडा अपनाया.

प्राथमिकी में चंदू लाल और शीतल कंस्ट्रक्शन से किसी तरह की जमीन का अधिग्रहण नहीं करने या उनके नाम पर किसी तरह अवार्ड घोषित नहीं होने के बावजूद इतनी बड़ी रकम को उनके खातों में ट्रांसफर किये जाने के मामले में भू-अर्जन कार्यालय के अधिकारियों को भी अभियुक्त बनाया है. इडी ने सभी अभियुक्तों के खिलाफ मनी लाउंड्रिंग एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की है.

पलामू उपायुक्त के आदेश पर दर्ज हुई थी प्राथमिकी

गुमला जिले में जांच के दौरान पलामू के इस मामले के पकड़ में आने के बाद पलामू के उपायुक्त को इसकी सूचना दी गयी थी. इसके बाद पलामू उपायुक्त के आदेश पर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. जालसाजी कर निकासी के इस मामले में अंतर्राज्यीय गिरोह के शामिल होने की वजह से सरकार ने इस मामले में इडी से जांच करने का अनुरोध किया था. इसके बाद इडी ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की.

नामजद अभियुक्तों का ब्योरा

– बंका राम,तत्कालीन विशेष भू-अर्जन पदाधिकारी, पलामू

– रमाशंकर सिंह, तत्कालीन नाजिर विशेष भू-अर्जन कार्यालय

– रवींद्र कुमार बड़ाइक, तत्कालीन चीफ ब्रांच मैनेजर, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, पलामू

– अमित चंदूलाल पटेल, गुजरात का मूल निवासी

– शीतल कंस्ट्रक्शन, फेडरल बैंक पुणे में खाता धारक

पलामू भू-अर्जन घोटाला

जालसाजी कर पलामू उत्तर कोयल परियोजना के खाते से हुई 12.60 करोड़ की निकासी

Post by : Pritish Sahay

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