झारखंड : ईडी ने पत्थर कारोबारी कृष्णा साहा को किया अरेस्ट, मनी लाउंड्रिंग मामले में पांचवीं गिरफ्तारी
ईडी ने अवैध खनन और मनी लाउंड्रिंग मामले में साहिबगंज के पत्थर कारोबारी कृष्णा साहा को पूछताछ के बाद बुधवार को गिरफ्तार कर लिया. अवैध खनन और मनी लाउंड्रिंग मामले में ईडी की यह पांचवीं गिरफ्तारी है. पूछताछ के दौरान कृष्णा ने स्वीकारा कि चट्टान व मिट्टी गिरने से दो मजदूरों की मौत हुई थी.
Jharkhand News: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अवैध खनन और मनी लाउंड्रिंग के आरोप में पत्थर कारोबारी कृष्णा साहा को पूछताछ के बाद बुधवार की देर शाम गिरफ्तार कर लिया. अवैध खनन से जुड़े मनी लाउंड्रिंग मामले में ईडी द्वारा की गयी यह पांचवीं गिरफ्तारी है. इसी आरोप में साहिबगंज जिला परिषद के उपाध्यक्ष सहित तीन फरार हैं. 30 जून की रात साहिबगंज के चपांडे पहाड़ पर अवैध खनन के दौरान दो मजदूरों की मौत हो गयी. इसकी सूचना मिलने के बाद ईडी ने प्रारंभिक जांच के बाद एक जुलाई को कृष्णा को समन भेज कर पांच जुलाई को रांची स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में पूछताछ के लिए हाजिर होने का निर्देश दिया था. कृष्णा साहा को गुरुवार को पीएमएलए कोर्ट में पेश किया जायेगा.
11 की जगह साढ़े नौ बजे ईडी दफ्तर पहुंचा कृष्णा
ईडी द्वारा जारी नोटिस के आलोक में कृष्णा साहा मीडिया के डर से सुबह 11 बजे के बदले 9.30 बजे ही ईडी कार्यालय पहुंच गया. पूछताछ के दौरान उसने चपांडे पहाड़ में चट्टान और मिट्टी गिरने से दो मजदूरों की मौत की बात स्वीकार की. उसने मामला छुपाने की मंशा से शवों को हटवाने की बात भी स्वीकार कर ली. लेकिन, अवैध खनन की घटना से इनकार करता रहा.
मजदूरों की मौत मामले में कृष्णा को भेजा था समन
ईडी को इस बात की जानकारी मिली थी कि चपांडे पहाड़ स्थित लीज की अवधि समाप्त होने के बावजूद वह अवैध खनन में शामिल था. इसी क्रम में ब्लास्टिंग कराने के उद्देश्य से पहाड़ में ड्रिल करवा रहा था. इसी क्रम में मजदूर शपथ मंडल और मिथुन पाल के ऊपर चट्टान और मिट्टी गिरी. इसी में दबने से दोनों की मौत हो गयी. ईडी ने मजदूरों की मौत मामले की प्रारंभिक जांच कर कृष्णा साहा को समन भेजा. इसके बाद जिला जिला प्रशासन से मामले की जानकारी मांगी. इसके बाद जिला प्रशासन हरकत में आयी. रंगा थाना प्रभारी, अंचल अधिकारी और जिला खनन पदाधिकारी ने घटना स्थल का निरीक्षण करने के बाद एक जुलाई को कृष्णा साहा, उसके मुंशी, मेट व अन्य अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की. पुलिस ने प्राथमिकी में मजदूरों की मौत का कारण खदान में सिर्फ पत्थर और मिट्टी का गिरना बताया. हालांकि, ईडी इसे अवैध खनन के दौरान हुई मौत का मामला मान रही है. वर्ष 2022 में ईडी ने अवैध खनन की जांच के दौरान कृष्णा के ठिकानों पर छापामारी कर पांच लाख रुपये नकद सहित अन्य दस्तावेज जब्त किया था.
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अवैध खनन और मनी लाउंड्रिंग मामले में ईडी की अब तक की कार्रवाई
ईडी ने साहिबगंज में अवैध खनन और मनी लाउंड्रिंग के मामले की जांच बरहरवा टोल विवाद से शुरू की थी. इसमें माइनर मिनरल एक्ट के अलावा अन्य आपराधिक मामलों से जुड़े 50 प्राथमिकी को मर्ज कर लिया. अवैध खनन की जांच के दौरान ईडी इससे पहले मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, उसका सहयोगी बच्चू यादव, पशुपतिनाथ यादव और पावर ब्रोकर प्रेम प्रकाश को गिरफ्तार कर चुकी है. अवैध खनन के इस मामले में राजेश यादव उर्फ दाहू यादव उसका बेटा राहुल यादव और दाहू का भाई सुनील यादव फरार है. ईडी ने साहिबगंज में अवैध खनन की जांच के दौरान 8, 14, 15, 25 और 26 जुलाई, 2022 के अलावा 24 अगस्त, 2022 को कुल 47 ठिकानों पर छापामारी की थी. इसमें 5.33 करोड़ रुपये नकद के अलावा 13.32 करोड़ रुपये के बैक बैलेंस जब्त किये गये थे.
किसकी गिरफ्तारी कब हुई
पंकज मिश्रा : 19 जुलाई, 2022
बच्चू यादव : चार अगस्त, 2022
प्रेम प्रकाश : 25 अगस्त, 2022
पशुपति नाथ यादव : 19 जून, 2023