वरीय संवाददाता (रांची). लालपुर थाना क्षेत्र के नवीन मित्रा लेन स्थित सिल्वर डेल अपार्टमेंट में रहनेवाले इडी के संदिग्ध आरोपी कृष्णकांत कुमार सिन्हा (56) ने अपने घर के कमरे में गुरुवार सुबह फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया. घरवालों की इसकी जानकारी मिली, तो उन्हें ऑर्किड अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. अस्पताल से इसकी जानकारी लालपुर पुलिस को दी गयी. पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए शव को रिम्स भेज दिया. रिम्स में कृष्णकांत के परिजनों ने बताया कि उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की बड़गाईं मौजा वाली जमीन मामले में इडी ने समन किया था.उसके बाद से ही वह तनाव में थे. परिजनों ने बताया कि गुरुवार सुबह 9:30 बजे तक सब ठीक था. काफी देर तक जब कृष्णकांत कमरे से नहीं निकले, तो घरवालों ने काफी आवाज दी. जब कोई आवाज नहीं आयी, तो घरवालों ने खिड़की से झांककर देखा. उन्होंने पाया कि कृष्णकांत पंखे में रस्सी के सहारे फंदे से लटके हुए थे. आनन-फानन में घरवालों ने फंदे से उतार कर उन्हें ऑर्किड अस्पताल में भर्ती कराया. यहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इधर, पोस्टमार्टम के बाद कृष्णकांत का शव उनके पुत्र अक्षय पलक को शव सौंपा गया. कृष्णकांत का एक पुत्र और एक पुत्री है.
समन के बाद से ही तनाव में थे कृष्णकांत :
बड़गाईं मौजा वाली जमीन के मामले में अंतु तिर्की, इरशाद अख्तर, विपिन सिंह, प्रियरंजन सहाय और अन्य के ग्रुप का सदस्य होने के कारण इडी ने कृष्णकांत को समन भेजा था. उसके बाद से ही वे तनाव में थे. परिजनों ने आशंका व्यक्त है कि उक्त ग्रुप के सदस्यों का दबाव होने के कारण वे और अधिक तनाव में आ गये और डर से उन्होंने आत्महत्या कर ली. परिजनों का कहना है कि जमीन कारोबार से उनका कोई लेना-देना नहीं है. उनका मुख्य धंधा ट्रेडिंग का था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है