ईडी ने हेमंत सोरेन से पूछे ये सवाल, पूछताछ खत्म होने के बाद कार्यकर्ताओं से बोले सीएम : न डरेंगे और न झुकेंगे

ईडी ने उनसे आमदनी के स्रोतों के अलावा आयकर रिटर्न में दिये गये ब्योरे से संबंधित सवाल पूछे. यह पूछताछ मुख्यत: बरियातू स्थित डीएवी के पीछे की 8.46 एकड़ जमीन से जुड़ी थी

By Prabhat Khabar News Desk | January 21, 2024 4:06 AM

रांची : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सात अधिकारियों की टीम शनिवार को दोपहर एक बजे सीएम का बयान लेने के लिए कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास पहुंची. मुख्यमंत्री से दोपहर दो बजे पूछताछ शुरू हुई, जो रात करीब आठ बजे तक चली. इडी के अधिकारी कैमरे सहित अन्य तकनीकी सुविधाओं से लैस थे. इडी के अधिकारियों ने कैमरे की निगरानी में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का बयान लिया. इधर पूछताछ के तुरंत बाद हेमंत पैदल ही सीएम आवास से बाहर आकर झामुमो कार्यकर्ताओं से मिले, जो पूरे दिन सीएम आवास के बाहर डटे हुए थे. उन्होंने कार्यकर्ताओं का आभार जताते हुए कहा कि आपलोग हौसला बुलंद रखिये. जरूरत पड़ी, तो पहले मैं गोली खाऊंगा, लेकिन झारखंडी भाई-बहनों को कुछ होने नहीं दूंगा. उन्होंने कहा कि वह न डरेंगे और न झुकेंगे. उनकी सरकार कोई गाजर-मूली नहीं, जो कोई उखाड़ देगा.

इडी ने उनसे आमदनी के स्रोतों के अलावा आयकर रिटर्न में दिये गये ब्योरे से संबंधित सवाल पूछे. यह पूछताछ मुख्यत: बरियातू स्थित डीएवी के पीछे की 8.46 एकड़ जमीन से जुड़ी हुई थी, पर इडी ने उनकी दूसरी जमीन से संबंधित सवाल भी किये. जानकारी के अनुसार, सभी बिंदुओं पर सीएम का बयान दर्ज नहीं किया जा सका. बाकी बिंदुओं पर बयान दर्ज करने की अगली तिथि फिलहाल तय नहीं की जा सकी है. उल्लेखनीय है कि इस जमीन का ब्योरा बड़गाईं अंचल के राजस्व कर्मचारी भानु प्रताप प्रसाद के मोबाइल फोन से मिला था. जांच में जानकारी मिली थी कि यह जमीन मुख्यमंत्री से जुड़ी हुई है.

Also Read: Hemant Soren ED Interrogation: हेमंत सोरेन से ईडी की पूछताछ खत्म, क्या-क्या हुआ, पढ़ें दिनभर के अपडेट

प्रवर्तन निदेशालय (इडी) के अधिकारियों का दल जब मुख्यमंत्री आवास पहुंचा, तब रांची पुलिस की ओर से सुरक्षा के विशेष इंतजाम किये गये थे. सुबह सात बजे से ही मुख्यमंत्री आवास से लेकर इडी ऑफिस तक पुलिस मुस्तैद थी. इडी के अफसर पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था के बीच मुख्यमंत्री आवास पहुंचे. अफसरों के साथ छह स्कॉट की गाड़ियां थीं. तीन अलग-अलग गाड़ियों में इडी के अफसर सीएम आवास पहुंचे थे. इडी ऑफिस से मुख्यमंत्री आवास तक चौक-चौराहे पर पुलिस बल तैनात किये गये थे. मुख्यमंत्री आवास पहुंचते ही सीएम की सुरक्षा में तैनात अफसरों ने इडी के अधिकारियों का आइ कार्ड देखा. गाड़ियों के नंबर लिखे गये और फिर अंदर जाने की अनुमति दी गयी.

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछताछ के लिए एयरपोर्ट रोड स्थित इडी कार्यालय से अधिकारी दोपहर 12.40 बजे निकले. पांच वाहनों में सवार इडी के अधिकारी व सीआइएसएफ के जवान को पुलिस एस्कॉर्ट कर मुख्यमंत्री आवास ले गयी. जिस वाहन पर इडी के अधिकारी बैठे थे, उस पर बिहार व उत्तरप्रदेश का नंबर लगा था. वहीं सुरक्षाकर्मी के शरीर पर बॉडी कैमरा लगा था. वह हर गतिविधियों को रिकाॅर्ड कर रहे थे.

झामुमो कार्यकर्ताओं ने शांतिपूर्ण ढंग से किया इडी की कार्रवाई का विरोध, रात तक डटे रहे

मुख्यमंत्री आवास तक आम गाड़ियों की आवाजाही बंद थी. एलपीएन शाहदेव चौक के पास बैरिकेडिंग कर दी गयी थी. वहीं दूसरी ओर कांके की ओर से गोंदा थाना के पास बैरिकेडिंग की गयी थी. बैरिकेडिंग की दोनों ओर झामुमो कार्यकर्ता सड़क पर थे. इडी की कार्रवाई के खिलाफ झामुमो के कार्यकर्ता नारेबाजी कर रहे थे. इसके बाद सुरक्षा के दृष्टिकोण से वहां सीआरपीएफ के 300 से अधिक जवान नौ बस से पहुंचे और सुरक्षा- व्यवस्था संभाला. मामला सामान्य होने के करीब एक घंटे बाद सीआरपीएफ के जवान वहां से निकले.

जिप्सी पर खड़े होकर सीएम ने किया संबोधित :

इडी टीम के लौटने के बाद रात करीब पौने नौ बजे मुख्यमंत्री आवास के बाहर कार्यकर्ताओं को एक जिप्सी पर खड़े होकर हेमंत सोरेन ने संबोधित किया. इसी दौरान हल्की बारिश होने लगी. सीएम ने कार्यकर्ताओं से कहा कि आप डटे रहे, इसके लिए हम आपके आभारी हैं. अब सब अपने-अपने घर लौटें. )

इस सरकार को जो उखाड़ने की कोशिश करेगा, वह खुद उखड़ जायेगा : हेमंत

रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इडी की पूछताछ के बाद कहा कि इस राज्य को षड्यंत्रकारियों के हाथों में अब कभी नहीं जाने देना है. हमारी सरकार जिस तरीके से काम कर रही है, उससे विपक्ष को तकलीफ है. श्री सोरेन ने कहा कि यह सरकार कोई गाजर मूली नहीं, जिसे उखाड़ कर कोई फेंक दे .जनता की चुनी हुई सरकार है. जो उखाड़ने की कोशिश करेगा, वह खुद उखड़ जायेगा. मुख्यमंत्री ने कहा : शुरू से ही हमारी सरकार को गिराने का षडयंत्र किया जा रहा है. जब विपक्ष के लोग सीधे कुछ नहीं कर सके, तो इडी को सामने कर पर्दे के पीछे से खेल कर रहे हैं. लेकिन वह सफल नहीं होंगे.

एक आदिवासी नौजवान ने पहली बार अपने बलबूते सरकार बनायी है. इसे उनके हाथों में नहीं जाने देना है. सीएम ने कहा कि सरकार बहुत मुश्किल से बनी है. लेकिन सरकार बनते ही षड्यंत्र शुरू हो गये थे. हमने इन षडयंत्रकारियों के पर कुतरे हैं. अब इनके ताबूत पर आखरी कील भी हम ही ठोकेंगे. मैं सभी कार्यकर्ताओं को उनके इस जज्बे के लिए धन्यवाद देता हूं. गांव गांव जाकर लोगों को बताइए कि किस तरह का षड्यंत्र चल रहा है. हमारे जल जंगल को लूटने की तैयारी चल रही है. कार्यकर्ताओं से मिलने के बाद मुख्यमंत्री पुराना सीएम हाउस में गये. वहां पहले से बैठे विधायकों व मंत्रियों से भी मिले.

Next Article

Exit mobile version