Loading election data...

झारखंड : 30 लाख के इनामी PLFI सुप्रीमो दिनेश गोप से ईडी करेगी पूछताछ, रांची जेल में हैं बंद

30 लाख का इनामी पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप से तीन जुलाई, 2023 को ईडी पूछताछ करेगी. गिरफ्तार दिनेश फिलहाल रांची के बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में बंद है. दिनेश पर करीब 150 मामले दर्ज हैं. इससे पहले एनआईए ने भी उससे पूछताछ कर चुकी है.

By Samir Ranjan | July 2, 2023 6:49 PM
an image

Jharkhand News: प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate-ED) सोमवार तीन जुलाई, 2023 को नक्सली संगठन पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप से पूछताछ करेगी. रांची के बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में बंद दिनेश से यहीं पूछताछ होगी. सूत्रों के अनुसार, ईडी की इस पूछताछ में कई खुलासे हो सकते हैं. बता दें कि 30 लाख का इनामी नक्सली को मई माह के अंतिम सप्ताह में गिरफ्तार किया गया था.

एनआईए की पूछताछ में कई खुलासे हुए

मालूम हो कि दिनेश गोप को गिरफ्तार करने के बाद एनआईए ने आठ दिनों के रिमांड पर लिया था. पूछताछ के दौरान दिनेश ने कई खुलासे किये थे. दिनेश का राजनीति में आने की योजना थी, लेकिन उससे पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ गया. बताया गया कि एक केंद्रीय मंत्री से मिलवाने नाम पर एक व्यक्ति ने दिनेश से करीब दो करोड़ रुपये लिये थे.

रांची जेल में दिनेश गोप से होगी पूछताछ

इधर, सोमवार तीन जुलाई, 2023 को ईडी रांची के बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में बंद पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप से पूछताछ करेगी. इस पूछताछ में भी कई राज खुलने की संभावना है.

कौन है दिनेश गोप

खूंटी जिला अंतर्गत कर्रा प्रखंड के जरियागढ़ थाना क्षेत्र स्थित लापा मोरहाटोली का रहने वाला दिनेश गोप पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) का सुप्रीमो है. इसके खिलाफ 150 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं. वहीं, दिनेश पर 30 लाख रुपये का इनाम था. इसमें झारखंड पुलिस ने 25 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था, वहीं एनआईए ने पांच लाख रुपये का इनाम रखा था. इस तरह से कुल 30 लाख का इनाम दिनेश गोप पर था. दिनेश पर लेवी वसूली के अलावा टेरर फंडिंग का भी आरोप है.

नेपाल के रास्ते कनाडा भागने के फिराक में था

बता दें कि सुरक्षा एजेंसियों की पूछताछ में दिनेश ने खुलासा किया था कि गिरफ्तारी से पहले नेपाल के रास्ते कनाडा भागने के फिराक में था. लेकिन, उससे पहले ही दिनेश सुरक्षा एजेंसियों के गिरफ्त में आ गया. उसने बताया था कि कनाडा में बसने के उद्देश्य से ही उसने अपना हुलिया भी बदल लिया था क्योंकि गिरफ्तारी के समय दिनेश के दाढ़ी और बाल बढ़े हुए थे.

Exit mobile version