रांची : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने अवैध खनन के आरोप में मुख्यमंत्री के प्रेस सलाहकार, सीएम के करीबी विनोद सिंह, साहिबगंज के उपायुक्त, डीएसपी, राजनीतिज्ञों व आइएएस अफसरों का पैसा निवेश करनेवालों, ईडी के गवाहों को होस्टाइल करने के अलावा जेल में शराब-कबाब की व्यवस्था करनेवाले नौ लोगों के 12 ठिकानों पर छापा मारा. ईडी ने छापेमारी के दायरे में रांची के चार, साहिबगंज के पांच, देवघर के एक, राजस्थान के दो और कोलकाता के एक ठिकाने को शामिल किया है. अवैध खनन घोटाले में इडी द्वारा इससे पहले पांच चरणों में 47 ठिकानों पर छापेमारी की जा चुकी है.
छापेमारी के दौरान साहिबगंज के उपायुक्त के पास से आठ लाख रुपये नकद जब्त किये गये हैं. जबकि 9 एमएम की 14 गोलियां भी मिली है. यह गोलियां प्रतिबंधित पिस्टल की है. वह नकद के स्रोतों की सही-सही जानकारी नहीं दे पा रहे हैं. दूसरी ओर उनके घर से पंकज मिश्रा द्वारा ईडी के खिलाफ विभिन्न न्यायालयों में दायर की गयी याचिकाओं की प्रति मिली है. इससे अवैध खनन के आरोप में जेल में बंद पंकज मिश्रा के साथ उनके संबंधों का प्रमाण मिलता है. छापेमारी के दौरान विनोद सिंह के घर से 25 लाख रुपये नकद और निवेश से संबंधित दस्तावेज मिले हैं. साहिबगंज के पत्थर कारोबारी कन्हैया खुडानिया के ठिकाने से 30 बेनामी बैंक अकाउंट मिले हैं. सभी अकाउंटों का नंबर सीरीज में है. सभी अकाउंट से जुड़े हस्ताक्षरित चेक बुक जब्त किये गये हैं. ईडी ने केनरा बैंक के इन सारे अकाउंटों के संचालन पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गयी है. छापेमारी के दायरे में शामिल सभी लोगों के मोबाइल फोन जब्त कर लिये गये हैं. विनोद सिंह के मोबाइल से राजनीतिज्ञों के साथ व्हाट्सऐप चैट डिटेल मिले हैं.
इडी के अधिकारियों ने बुधवार सुबह करीब 7:00 बजे रांची में छापामारी शुरू की. इडी की टीम ने मुख्यमंत्री के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू, उनके व्यापारिक पार्टनर रोशन सिंह, राजनीतिज्ञों का निवेश करने के आरोपी विनोद सिंह और सत्ता के करीबी लोगों के घर छापेमारी की. पिंटू के घर पहुंची इडी की टीम ने उनकी मां की अलमारी की तलाशी लेनी चाही, तो बताया गया कि चाबी गुम हो गयी है. इसके बाद इडी की टीम ने ताला खोलनेवाले को बुलाया और अलमारी का ताला खुलवाया. हालांकि, सूत्रों का कहना है कि इस अलमारी से कुछ नहीं मिला है.
इडी की टीम ने बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल के जमादार अवधेश सिंह के घर पर भी छापा मारा. अवधेश सिंह पर जेल में बंद मनी लाउंड्रिंग के प्रभावशाली आरोपियों के लिए शराब-कबाब की व्यवस्था करने का आरोप है. इडी के अधिकारियों के झूठे मुकदमे में फंसाने के उद्देश्य से होली के अवसर पर जेल में प्रेम प्रकाश के पास लड़की लेकर जाने का आरोप भी इडी ने इसी कर्मचारी पर लगाया है. सुप्रीम कोर्ट में दायर शपथ पत्र में इडी ने इस घटना का उल्लेख किया है.
मुख्यमंत्री के प्रेस सलाहकार पिंटू के ठिकानों पर छापेमारी से पहले इडी उनसे पूछताछ कर चुका है. पूछताछ के दौरान इडी के निर्देश पर उन्होंने अपनी और पारिवारिक संपत्तियों का ब्योरा इडी को सौंपा था. झामुमो के सीए जयशंकर जयपुरियार के ठिकानों पर इडी ने 24 अगस्त 2022 को छापा मारा था. इसमें सीए के ठिकानों से मुख्यमंत्री व उनके पारिवारिक सदस्यों, प्रेम प्रकाश, पिंटू और उनकी पत्नी श्वेता प्रसाद से जुड़ी फाइलें मिली थीं. जांच-पड़ताल के दौरान जानकारी मिली थी कि पिंटू की शिव साईं इंटरप्राइजेज और शिव शक्ति इंटरप्राइजेज नाम की दो कंपनियां हैं. शिव शक्ति के पास दो जेसीबी हैं. इन दोनों जेसीबी के सहारे अत्यधिक पैसों की आमदनी दिखायी जाती है. छापेमारी के दायरे में शामिल विनोद सिंह के सिलसिले में इडी को शिकायत मिली थी कि वह ग्रिड कंसल्टेंट आर्किटेक्ट कंपनी का मालिक है. मुख्यमंत्री और पिंटू से उसकी काफी नजदीकी है. उसने अपने और पारिवारिक सदस्यों के नाम पर काफी संपत्ति अर्जित कर रखी है.
इडी ने साहिबगंज में उपायुक्त राम निवास यादव के सरकारी बंगला के अलावा राजस्थान के जयपुर स्थित उनके दो पैतृक आवास पर छापा मारा. इडी ने साहिबगंज के डीएसपी राजेंद्र दुबे के हजारीबाग स्थित आवास, पत्थर कारोबारी कन्हैया खुडानिया, पूर्व विधायक राजकिशोर यादव उर्फ पप्पू यादव के देवघर स्थित ठिकानों पर छापा मारा. उपायुक्त राम निवास यादव पर इडी के गवाह विजय हांसदा को होस्टाइल कराने के लिए रची गयी साजिश में शामिल होने का आरोप है. गवाह होस्टाइल करने की योजना बनाने के लिए हुई बैठक में वह शामिल रहे हैं. इसके अलावा साहिबगंज में 24 मार्च 2022 को हुई स्टीमर दुर्घटना में गलत रिपोर्ट देकर मामले पर पर्दा डालने की कोशिश करने का आरोप है. इस सिलसिले में उनसे पहले पूछताछ हो चुकी है. इडी द्वारा पूर्व विधायक राजकिशोर यादव को छापेमारी के दायरे में शामिल करने का कारण उपायुक्त के साथ उनका करीबी संबंध होना बताया जाता है. इडी को सूचना मिली थी कि पूर्व विधायक ने उपायुक्त की अवैध कमाई का अपने व्यापार में निवेश किया है. इडी ने छापेमारी के दौरान उपायुक्त के ऑफिस में फाइलों के साथ-साथ पैकेट में रखे गये आठ लाख रुपये नकद मिले हैं.
इसके अलावा इडी की टीम ने कोलकाता के जेडब्ल्यू मैरिएट के पास अभय सरावगी के ठिकाने पर छापा मारा. मुख्य सचिव स्तर के किसी अधिकारी का पैसा निवेश करने के संदेह में सरावगी को छापेमारी के दायरे में शामिल किया गया है. हालांकि, अभय सरावगी अपने ठिकाने पर नहीं मिला. उसकी तलाश की जा रही है.
राम निवास यादव, डीसी साहिबगंज, सरकारी आवास और जयपुर स्थित दो पैतृक आवास
अभिषेक श्रीवास्तव उर्फ पिंटू के रांची में आर्यपुरी स्थित घर
विनोद सिंह, आर्किटेक्ट, रांची में पिस्का मोड़ स्थित घर
रोशन सिंह, रांची के चुटिया में कृष्णापुरी स्थित मकान
राजेंद्र दुबे, डीएसपी साहिबगंज, हजारीबाग स्थित घर
अवधेश सिंह, बिरसा मुंडा जेल का जमादार के रांची स्थित घर
राज किशोर यादव उर्फ पप्पू यादव, पूर्व विधायक, ब्रह्म समाज रोड, देवघर
कन्हैया खुडानिया, साहिबगंज
अभय सरावगी, जेडब्ल्यू मैरिएट रोड, कोलकाता
विनोद सिंह के मोबाइल में मुख्य सचिव स्तर के एक अधिकारी के साथ वाट्सएप चैट मिला है. इसमें विनोद सिंह ने संबंधित अधिकारी को भेजे गये मैसेज में यह लिखा कि डीसी काम में अड़ंगा डाल रहा है. काम नहीं करने दे रहा है. अपने सिस्टम में ऐसा होगा तो कैसे चलेगा. इस पर मुख्य सचिव स्तर के अधिकारी ने जवाब में लिखा कि वह अभी इस मामले में डीसी से बात करते हैं.
रांची, हजारीबाग व साहिबगंज के अलावा कोलकाता व जयपुर में भी छापा