Jharkhand News: झारखंड में ED को 1400 एकड़ वनभूमि के अवैध हस्तांतरण के मिले दस्तावेज
इडी ने बरियातू स्थित सेना की जमीन की नाजायज खरीद-बिक्री के मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद इससे जुड़े लोगों के ठिकानों पर शुक्रवार सुबह करीब 7:00 बजे छापा मारा. कोलकाता के व्यापारी अमित अग्रवाल के कार्यालय और आवास पर छापा मारा.
रांची: इडी ने बरियातू स्थित सेना की जमीन की नाजायज खरीद-बिक्री के मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद इससे जुड़े लोगों के ठिकानों पर शुक्रवार सुबह करीब 7:00 बजे छापा मारा. इडी की टीम ने कोलकाता के व्यापारी अमित अग्रवाल के कार्यालय और आवास पर छापा मारा. बिल्डर सह व्यापारी विष्णु अग्रवाल के कांके रोड स्थित आवास और सर्कुलर रोड में न्यूक्लियस मॉल स्थित कार्यालय, रांची के वर्तमान सब-रजिस्ट्रार वैभवमणि त्रिपाठी, पूर्व रजिस्ट्रार घांसी राम पिंगुआ और प्रदीप बागची के ठिकानों पर छापा मारा.
छापामारी के दौरान विष्णु अग्रवाल के ठिकाने से निवेश से संबंधित दस्तावेज मिले हैं. इसके अलावा स्मार्ट सिटी में जमीन के आवंटन से जुड़े दस्तावेज मिले हैं. मामले की प्रारंभिक जांच के दौरान इस बात की जानकारी मिली है कि विष्णु अग्रवाल ने समूह बना कर स्मार्ट सिटी की जमीन आवंटन में हिस्सा लिया. कुछ जमीन खुद अपनी कंपनियों और कुछ दूसरे लोगों के माध्यम से ली.
सरकार के स्तर पर समय पर भुगतान नहीं करने के बावजूद आवंटन रद्द नहीं करने की जानकारी भी इडी को मिली है. मामले की जांच के दौरान पाया गया कि कोलकाता के व्यापारी अमित अग्रवाल ने सेना के कब्जेवाली जमीन की खरीद ‘जगत बंधु टी स्टेट’ के नाम पर की थी. प्रदीप बागची ने सेना के कब्जेवाली जमीन का फर्जी दस्तावेज तैयार कर जमीन की बिक्री जगत बंधु टी स्टेट से कर दी थी. इस कंपनी के एक निदेशक अमित अग्रवाल की कंपनी अरोरा स्टूडियो में भी निदेशक है.
जमीन की खरीद-बिक्री के मामले में वर्तमान व पूर्व सब-रजिस्ट्रार के ठिकानों पर छापामारी की गयी थी. रांची के वर्तमान सब-रजिस्ट्रार वैभवमणि के घर से कुछ दस्तावेज के अलावा करीब तीन लाख रुपये नकद मिले हैं. सब रजिस्ट्रार के ठिकानों से मिले वन भूमि के अवैध हस्तांतरण से जुड़े दस्तावेज की जांच के बाद इससे संबंधित अफसरों से पूछताछ की जायेगी. प्रदीप बागची के ठिकानों से भी जमीन से जुड़े दस्तावेज मिले हैं.