CM हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा सहित अन्य के 18 ठिकानों पर ED का छापा, 3 करोड़ रुपये बरामद

ईडी ने झामुमो नेता सह सीएम हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा सहित 14 लोगों के ठिकानों पर कल छापेमारी की. छापेमारी के दौरान 3 करोड़ रूपये जब्त हुए. इसके अलावा बंगाल के पांच स्थानों पर भी छापेमारी हुई.

By Prabhat Khabar News Desk | July 9, 2022 6:26 AM

रांची : इडी ने टेंडर विवाद में दर्ज मामले में शुक्रवार को हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि झामुमो नेता पंकज मिश्रा सहित 14 लोगों के 18 ठिकानों पर छापा मारा. छापेमारी के दायरे में माइनिंग के व्यापार से संबंधित लोगों को शामिल किया गया है. इडी ने यह कार्रवाई बरहरवा थाने में दर्ज टेंडर मैनेज करने से संबंधित मामले में मनी लाउंड्रिंग के आरोप में की है.

छापेमारी के दौरान खबर लिखने तक करीब तीन करोड़ रुपये नकद और व्यापारिक गतिविधियों से संबंधित दस्तावेज जब्त किये गये हैं. राज्य से बाहर होने के कारण पंकज मिश्रा को पूछताछ के लिए दिल्ली बुलाया गया है. फेरी संचालक दाहु यादव के भी राज्य से बाहर होने की सूचना है.

इसके अलावा बंगाल के पांच स्थानों पर भी छापेमारी हुई. ईडी ने मालदा के सुल्तानगंज व गोलापगंज में दो लोगों को ठिकानों पर तलाशी ली. बीरभूम, झाड़ग्राम व उत्तर 24 परगना के अशोकनगर इलाके में भी जांच अभियान चलाया गया, जहां से कुछ दस्तावेज व इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किये गये हैं. जिन लोगों के ठिकानों पर रेड की गयी, वे ट्रांसपोर्ट व स्टोन चिप्स के कारोबार से जुड़े हैं.

व्यापारिक गतिविधियों से जुड़े दस्तावेज जब्त :

इडी ने शुक्रवार की सुबह संतालपरगना के साहिबगंज, राजमहल और बरहरवा में संबंधित लोगों के ठिकानों पर छापा मारा. छापेमारी के दायरे में पंकज मिश्रा और उससे संबंधित पत्थर व्यापारियों व ठेकेदारों के ठिकाने शामिल थे. इस दौरान व्यापारिक गतिविधियों से जुड़े दस्तावेज जब्त किये गये. इसमें पत्थरों के वैध और अवैध व्यापार से जुड़ी अहम सूचनाएं भी शामिल हैं.

छापेमारी में इस मामले के नामजद अभियुक्त पंकज मिश्रा अपने घर पर नहीं मिले. पारिवारिक सदस्यों ने इलाज के लिए पंकज के राज्य से बाहर जाने की सूचना दी. इसके बाद इडी के अधिकारियों ने फोन पर संपर्क कर इलाज में बाधा नहीं होने की स्थिति में उसे वापस लौटने का निर्देश दिया. इडी के निर्देश पर पंकज मिश्रा दिल्ली पहुंचा. वहां इडी के अधिकारियों द्वारा उससे पूछताछ की जा रही है. दाहु यादव के घर में एक लोहे की बड़ी तिजोरी मिली है. पत्थर व्यापारी हीरा भगत के ठिकानों से तीन करोड़ रुपये नकद जब्त किये गये हैं.

इडी ने वर्ष 2020 में बरहरवा थाने में टेंडर विवाद के मामले में दर्ज प्राथमिकी के आधार पर मनी लाउंड्रिंग के आरोप में वर्ष 2022 में प्राथमिकी दर्ज की थी. इसमें पंकज मिश्रा को नामजद अभियुक्त बनाया था.

इडी ने इस मामले में पिछले दिनों शंभु नंदन कुमार का बयान दर्ज किया था. शंभु नंदन का बयान दर्ज करने के बाद तथ्यों की पुष्टि के लिए इडी ने उसके उस मोबाइल को जब्त कर लिया था, जिस पर पंकज मिश्रा द्वारा फोन करने का दावा था. इडी ने फोन को फारेंसिक जांच के लिए भेजा था. इडी को कुछ और अहम जानकारियां मिलने की सूचना है. साथ 19 जून 2020 को पंचायत भवन में हुए हंगामे से संबंधित वीडियो क्लिप मिला था.

इनके ठिकानों पर हुई छापेमारी

विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के साहिबगंज स्थित आवास पर छोटू यादव (पत्थर व्यापारी) के साहिबगंज स्थित ठिकानों पर

वेदु खुडानि पंकज और उससे संबंधित पत्थर व्यापारियों व ठेकेदारों के ठिकाने छापेमारी यां (पत्थर व्यापारी) साहिबगंज के ठिकानों पर

दाहू यादव

(फेरी संचालक) के साहिबगंज स्थित ठिकानों पर

संजय दीवान (ज्वेलर्स) बरहरवा, साहिबगंज के

ठिकानों पर

कृष्णा साहा (पत्थर व्यापारी) के रिसौड़ स्थित ठिकानों पर

भगवान भगत (पत्थर व्यापारी) के बरहरवा, साहिबगंज स्थित ठिकानों पर

भवेश भगत (पत्थर व्यापारी) के बरहरवा, साहिबगंज स्थित ठिकानों पर

सुब्रत पाल (पत्थर व्यापारी) मिर्जा चौकी, बरहरवा स्थित ठिकानों पर

पतरू सिंह के मिर्जा चौकी स्थित ठिकानों पर

ट्विंकल भगत के मिर्जा चौकी स्थित ठिकानों परराजू भगत के मिर्चा चौकी स्थित ठिकानों पर

सोनु सिंह (पत्थर व्यापारी व फेरी संचालक) के राजमहल स्थित ठिकानों पर

निमाई शील (पत्थर व बालू कारोबारी) के बरहेट स्थित ठिकानों पर

बरहरवा में 2020 में हुआ था टेंडर विवाद

साहिबगंज के बरहरवा में हुए टेंडर विवाद को लेकर इडी ने मनी लाउंड्रिंग का केस दर्ज किया है़ जून 2020 में बरहरवा में हाट बाजार की बंदोबस्ती के टेंडर को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया था़ इसमें ठेकेदार शंभू नंदन कुमार ने मंत्री आलमगीर आलम और बरहेट विधायक हेमंत सोरेन के प्रतिनिधि पंकज मिश्रा समेत कई लोगों पर प्राथमिकी दर्ज करायी थी.

इस मामले में विरोधी पक्ष की ओर से शंभू नंदन कुमार के खिलाफ भी दो अन्य लोगों ने प्राथमिकी दर्ज करायी थी़ इडी ने बरहरवा थाने में टेंडर विवाद से जुड़ी प्राथमिकी की पूरी जानकारी मांगी थी़. टेंडर प्रक्रिया में शामिल होने से ठेकेदार शंभू नंदन को रोका गया था़ इससे संबंधित जानकारी मांगी थी़ यह मामला सामने तब आया, जब शंभू की पंकज मिश्रा और मंत्री आलमगीर आलम से बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ़ इसके बाद आलम पर टेंडर मैनेज करने का आरोप लगा था़ ऑडियो में शंभू को टेंडर प्रकिया में शामिल नहीं होने को कहा गया था.

Posted By: Sameer Oraon

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