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रांची के पूर्व DC छवि रंजन के घर ईडी का छापा, कुल 22 ठिकानों पर छापेमारी, कई CO और जमीन कारोबारी रडार पर

ED Raid On Chhavi Ranjan. झारखंड में ईडी की कई ठिकानों पर छापेमारी चल रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने आइएएस अधिकारी छवि रंजन सहित कुछ अंचल अधिकारियों और जमीन दलालों के ठिकानों पर छापा मारा गया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 13, 2023 7:38 AM
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ED Raid On Chhavi Ranjan: झारखंड में ईडी की दबिश जारी है. मिली जानकारी के अनुसार, गुरुवार को ईडी की कई ठिकानों पर छापेमारी चल रही है. सूत्रों की मानें तो प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आइएएस अधिकारी छवि रंजन के आवास पर छापा मारा है. साथ ही बताया जा रहा है कि कुछ अंचल अधिकारियों और जमीन कारोबारियों के ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है. जानकारी हो कि आईएएस अधिकारी छवि रंजन वर्तमान में समाज कल्याण विभाग के निदेशक हैं. साथ ही पहले ये रांची के डीसी के पद पर भी रह चुके है.

सेना के कब्जे वाली जमीन की खरीद-फरोख्त मामले में कार्रवाई

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, प्रवर्तन निदेशालय की टीम गुरुवार अहले सुबह आईएएस छवि रंजन समेत कई अन्य के ठिकानों पर आ पहुंचे. अगर मामले की बात करें तो सूत्रों का कहना है कि रांची के बरियातू स्थित सेना के कब्जे वाली 4.55 एकड़ जमीन की खरीद-फरोख्त मामले में ईडी के अधिकारियों ने यह कार्रवाई की है. बता दें कि इससे पहले भी ईडी के अधिकारियों ने बीते साल 5 नवंबर को कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल व एक अन्य व्यवसायी विष्णु अग्रवाल, साथ ही खरीद-बिक्री में शामिल लोगों सहित दो रजिस्ट्रार से जुड़े दो दर्जन से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की थी.

आयुक्त की जांच रिपोर्ट में हो चुका है फर्जीवाड़े का खुलासा

बता दें कि इस फर्जीवाड़े का पर्दाफाश पहले ही आयुक्त की जांच रिपोर्ट में हो चुका है. सेना के कब्जे वाली जमीन की खरीद-बिक्री मामले में जांच रिपोर्ट में यह बात सामने आ चुकी है कि प्रदीप बागची नाम के शख्स ने फर्जी रैयत बनकर दिलीप कुमार घोष को यह जमीन बेच डाली थी. इस मामले के संज्ञान में आने के बाद रांची नगर निगम की ओर से बरियातू थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. रांची नगर निगम के कर संग्रहकर्ता दिलीप शर्मा ने जालसाजी के मामले में प्राथमिकी दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि प्रदीप फर्जी दस्तावेज दिखाकर दो-दो होल्डिंग ले लिया था. आयुक्त की जांच में सेना के कब्जे वाली जमीन का असली रैयत जयंत करनाड मिला था.

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