– कमीशनखोरी की रकम की लाउंड्रिंग और लेयरिंग का पता लगाना है चाहता है इडी – इडी तीनों से कर रहा पूछताछ, सभी जब्त किये गये पैसों को लेकर जता रहे अनभिज्ञता – छह मई को इडी ने संजीव लाल और जहांगीर सहित अन्य के ठिकानों पर मारा था छापा – छापामारी में जहांगीर के घर से 32.20 करोड़ व संजीव के घर से 10.50 लाख मिले थे ::::::::::: :::::::::::: :::::::::::: विशेष संवाददाता, रांची प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने बैंकों से ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम, उनके आप्त सचिव संजीव लाल और निजी सहायक जहांगीर आलम के खातों व उससे हुए लेन-देने का विस्तृत ब्योरा मांगा है. इसका उद्देश्य कमीशनखोरी की रकम की लाउंड्रिंग और लेयरिंग का पता लगाना है. फिलहाल, इन तीनों से पूछताछ जारी है. हालांकि, पूछताछ के दौरान सभी जहांगीर के घर से जब्त पैसों के सिलसिले में अनभिज्ञता जता रहे हैं. ग्रामीण विकास विभाग में कमीशनखोरी और मनी लाउंड्रिंग के सिलसिले में जारी जांच के दौरान इडी ने बैंकों से संबंधित लोगों का ब्योरा मांगा है. इडी ने विभाग द्वारा संचालित विकास योजनाओं में कमीशनखोरी के मामले की जांच के दौरान छह मई को संजीव लाल और जहांगीर सहित अन्य लोगों के ठिकानों पर छापा मारा था. इस छापामारी के दौरान जहांगीर के घर से 32.20 करोड़ रुपये और संजीव लाल के घर से 10.50 लाख रुपये जब्त किये गये थे. इसके बाद सात मई की छापेमारी में सचिवालय स्थित संजीव लाल के कार्यालय से 2.03 लाख रुपये नकद जब्त किये गये. इडी ने इस पूरे प्रकरण में 15 मई को मंत्री आलमगीर आलम को गिरफ्तार किया. रिमांड पर लेने के बाद इडी के अधिकारी फिलहाल इन तीनों से पूछताछ कर रहे हैं. पूछताछ के दौरान सभी पैसों के सिलसिले में अनभिज्ञता जता रहे हैं. मंत्री सारी जिम्मेदारी जहांगीर पर डाल रहे हैं. आप्त सचिव जहांगीर से अपने संबंधों को स्वीकार कर रहे हैं, लेकिन पैसों के सिलसिले में किसी भी तरह की जानकारी होने से इनकार कर रहे हैं. जहांगीर छापेमारी के दौरान ही रुपये संजीव लाल द्वारा रखवाये जाने की बात स्वीकार कर चुका है.
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