रांची: ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने आईएएस अधिकारी मनीष रंजन को समन जारी किया है और पूछताछ के लिए 24 मई को रांची के क्षेत्रीय कार्यालय में उपस्थित होने का निर्देश दिया है. मनीष रंजन पहले ग्रामीण विकास विभाग के सचिव थे. निलंबित मुख्य अभियंता बीरेंद्र राम प्रकरण की जांच के बाद मिले तथ्य पर ईडी ने झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल, सहायक जहांगीर समेत अन्य ठिकानों पर छापेमारी कर करीब 37 करोड़ रुपए जब्त कर इन्हें गिरफ्तार कर लिया था. इसके बाद मंत्री आलमगीर आलम को भी ईडी ने गिरफ्तार किया था. वे फिलहाल ईडी की रिमांड पर हैं.
ईडी को छापेमारी में मिले थे नोटों के पहाड़
झारखंड के ग्रामीण विकास विभाग में कमीशनखोरी व टेंडर घोटाले को लेकर ईडी ने पिछले दिनों झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल व सहायक जहांगीर आलम समेत अन्य के ठिकानों पर छापेमारी की थी. इनके ठिकानों से ईडी को करीब 37 करोड़ रुपए मिले थे. छापेमारी के बाद ईडी ने संजीव लाल व जहांगीर आलम को गिरफ्तार कर लिया था. उन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ की गयी थी. इसके बाद दोनों को होटवार जेल भेज दिया गया है.
मंत्री आलमगीर आलम से ईडी के अफसर कर रहे हैं पूछताछ
मंत्री के पीएस संजीव लाल व सहायक जहांगीर आलम को रिमांड पर लेकर पूछताछ करने के बाद ईडी ने झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया. हालांकि पूछताछ में वे खुद को इससे अनभिज्ञ बताते रहे. दूसरे दिन की पूछताछ के बाद ईडी ने 15 मई को उन्हें गिरफ्तार कर लिया. उनसे भी ईडी के अफसर पूछताछ कर रहे हैं. फिलहाल वे ईडी की रिमांड पर हैं. इसी क्रम में अब झारखंड के ग्रामीण विकास विभाग के सचिव रहे मनीष रंजन को ईडी ने समन जारी किया है और पूछताछ के लिए 24 मई को बुलाया है.
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