विधायक कैश कांड में पूछताछ के िलए प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने बेरमो विधायक अनूप सिंह उर्फ जयमंगल सिंह को समन भेजा है. उन्हें 24 दिसंबर को पेश होने का नोटिस दिया गया है. इसी साल 30 जुलाई की देर शाम कांग्रेस के तीन विधायक इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी और राजेश कच्छप को पश्चिम बंगाल के हावड़ा स्थित रानीहाटी मोड़ के पास 46 लाख रुपये के साथ हिरासत में लिया गया था. इसके अगले दिन कांग्रेस विधायक अनूप सिंह ने रांची के अरगोड़ा थाने में जीरो एफआइआर दर्ज करायी थी.
एफआइआर में उन्होंने बताया था कि पकड़े गये विधायकों ने उनको हेमंत सोरेन की सरकार गिराने में सहयोग करने पर झारखंड में मंत्री पद और 10 करोड़ रुपये दिलाने का ऑफर दिया था. उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि तीनों विधायकों ने उनको कोलकाता बुलाया था. वहां से सभी गुवाहाटी जाकर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा से मिलने वाले थे. बाद में मामले को इडी ने टेकओवर कर लिया था. इडी सरकार गिराने के उद्देश्य से विधायकों की खरीद-फरोख्त के मामले में मनी लाउंड्रिंग की जांच कर रही है.
कोलकाता में कांग्रेस के तीन विधायकों की गाड़ी में पैसे की बरामदगी के बाद इस मामले की जांच पश्चिम बंगाल की सीआइडी भी कर रही है. कोलकाता सीआइडी अरगोड़ा थाना में दर्ज हुई जीरो एफआइआर के आधार पर ही मामले की जांच कर रही है. कोलकाता सीआइडी ने विधायक अनूप सिंह से इस मामले में पूछताछ की है. इस मामले में जानकारी हासिल की है कि कैश कांड में शामिल विधायकों ने किस तरह से संपर्क किया था़ विधायकों की ओर से अनूप सिंह को किस तरह के ऑफर दिये गये थे.
कांग्रेस विधायक अनूप सिंह हेमंत सोरेन सरकार गिराने के मामले में दो बार एफआइआर करा चुके हैं. विधायक खरीद-फरोख्त मामले में विधायक श्री सिंह ने रांची के कोतवाली थाना में पहला मामला दर्ज कराया था. इस एफआइआर में कहा गया था कि हेमंत सोरेन सरकार में शामिल विधायकों को ऑफर दिये जा रहे हैं. सरकार को गिराने की साजिश हो रही है़ इसमें भाजपा के नेताओं पर आरोप लगाये गये थे़ इसके बाद पुलिस ने छानबीन की थी.