Ranchi News: झारखंड के बड़े कारोबारी विष्णु अग्रवाल के न्यूक्लियस मॉल में ईडी का सर्वे हो रहा है. विष्णु अग्रवाल पिछले दिनों निर्मला सीतारमण से मिले थे. बुधवार (15 मई) को रांची जोनल की ईडी की टीम न्यूक्लियस मॉल में सर्वे के लिए पहुंची. विष्णु अग्रवाल इस मॉल के मालिक हैं. जमीन घोटाला मामले में उनसे एक बार ईडी की टीम पूछताछ कर चुकी है.
Ranchi News: न्यूक्लियस मॉल के बाहर खड़ीं हैं कई कारें
न्यूक्लियस मॉल में तैनात सुरक्षाकर्मी और अन्य लोगों का कहना है कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है. यह पूछने पर कि क्या मॉल में ईडी की कोई टीम पहुंची है, सिक्यूरिटी गार्ड्स ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है. हालांकि, न्यूक्लियस मॉल के बाहर कई गाड़ियां खड़ीं हैं. एक कार पर भारत सरकार वित्त मंत्रालय लिखा हुआ है. एक और सफेद कार खड़ी है, जिस पर सीओ टाउन लिखा हुआ है.
अंचल अधिकारी और ईडी अफसरों की मौजूदगी में हुई मापी
अंचल अधिकारी (सीओ) की अगुवाई में और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ऑफिसर्स की मौजूदगी में न्यूक्लियस मॉल की मापी की गई. मॉल के नीचे मापी करने के बाद अधिकारियों का दल अंचल के कर्मचारियों के साथ ऊपर गई. इस दौरान पत्रकारों को ऊपर जाने से रोक दिया गया.
निर्मला सीतारमण से मुलाकात के बाद फिर चर्चा में थे विष्णु अग्रवाल
बताया जा रहा है कि ईडी की टीम ने विष्णु अग्रवाल के मालिकाना हक वाले न्यूक्लियस मॉल का बुधवार को असेंसमेंट शुरू किया है. पिछले दिनों विष्णु अग्रवाल का वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ एक फोटो वायरल हुआ था, जिसके बाद राजनीतिक दलों ने उस पर सवाल खड़े किए थे. तभी से विष्णु अग्रवाल एक बार फिर चर्चा में आ गए थे.
झारखंड-बंगाल के बड़े जमीन कारोबारी हैं विष्णु अग्रवाल
विष्णु अग्रवाल को पिछले साल प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार भी किया था. झारखंड और बंगाल के बड़े जमीन कारोबारी विष्णु अग्रवाल को 31 जुलाई 2023 को गिरफ्तार किया गया था. बताया जाता है कि विष्णु अग्रवाल इतने प्रभावशाली व्यक्ति हैं कि उन्होंने अपनी मर्जी से अधिकारियों से काम करवाए. ईडी की जांच में यह भी पता चला कि विष्णु अग्रवाल ने कई बार जमीन से जुड़े मामलों के ऑर्डर अपने दफ्तर में लिखवाए.
छवि रंजन ने जमीन की खरीद-बिक्री में की थी विष्णु की मदद
विष्णु अग्रवाल पर ईडी ने न्यूक्लियस मॉल के निर्माण में सरकारी जमीन का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था. कहा था कि जिस जमीन पर मॉल बना है, उसमें सरकारी जमीन का भी व्यावसायिक इस्तेमाल हो रहा है. यह सही नहीं है. आरोप था कि तत्कालीन उपायुक्त छवि रंजन ने विष्णु अग्रवाल की जमीन की खरीद-बिक्री में मदद की थी.
छवि रंजन समेत कई लोग जमीन घोटाला में जा चुके हैं जेल
यहां बताना प्रासंगिक होगा कि चेशायर होम रोड की जमीन की खरीद-बिक्री में पैसे खाने वाले पावर ब्रोकर प्रेम प्रकाश समेत कई आरोपियों को ईडी ने मनी लाउंडरिंग के मामले में गिरफ्तार किया. दस्तावेज से छेड़छाड़ कर जमीन की खरीद-बिक्री मामले में रांची के तत्कालीन उपायुक्त छवि रंजन समेत कई लोग अब भी जेल में बंद हैं.