आइपीएल में सट्टा व ऑनलाइन जुआ खेलाने वाले गिरोह के सरगना सहित आठ अपराधी गिरफ्तार
जुआ खेलाने के लिए किराये में ले रखा था फ्लैट
रांची (वरीय संवाददाता). लालपुर पुलिस की टीम ने राजधानी में आइपीएल में सट्टा और ऑनलाइन जुआ खेलाने वाले गिरोह के सरगना सहित कुल आठ लोगों को गिरफ्तार किया है. जुआ खेलाने के लिए इन लोगों ने किराये पर फ्लैट ले रखा था. गिरफ्तार लोगों में गिरोह के सरगना बेरमो का सुभाष नगर निवासी दीपक टंडन (27 वर्ष) व पतरातू बाजार राम मंदिर के समीप रहने वाले शुभम कुमार (23 वर्ष) शामिल है. दीपक मूल से छत्तीसगढ़ का रहने वाला है. इसके अलावा गिरफ्तार लोगों में पतरातू का टीचर्स कॉलोनी निवासी विनय कुमार (22 वर्ष), बेरमो का सुभाषनगर निवासी नीरज कुमार रजवार (21 वर्ष), पतरातू बाजार राम मंदिर के समीप रहने वाला विकास कुमार (24 वर्ष), बोकारो का संडे बाजार निवासी राहुल कुमार (30 वर्ष), सागर कुमार (27 वर्ष) और बेरमो का जवाहर नगर निवासी आदित्य कुमार (24 वर्ष) शामिल हैं. यह जानकारी शनिवार की शाम अपने कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने दी. पिस्टल के साथ गिरफ्तार युवक ने किया मामले का खुलासा : एसएसपी ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर लालपुर पुलिस की टीम ने सबसे पहले मोरहाबादी मैदान के रजिस्ट्री ऑफिस के पास छापेमारी की. जहां से युवक दीपक टंडन को पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया़ उसके पास से विभिन्न व्यक्तियों के कुल 13 एटीएम कार्ड मिले़ जब इस बारे में युवक से पूछा गया, तब उसने बताया कि वह ऑनलाइन जुआ खेलाता है. इसके लिए उसने बरियातू थाना क्षेत्र के ईशा अपार्टमेंट में एक फ्लैट 16,500 रुपये और जगन्नाथपुर अपार्टमेंट में एक फ्लैट 14 हजार रुपये किराया में ले रखा है. इन दोनों फ्लैट में छापेमारी कर सात अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया. हर सप्ताह 10-15 लाख रुपये जुए का होता था कारोबार : गिरोह के सरगना ने पुलिस को बताया कि वे हर सप्ताह करीब 10-15 लाख रुपये के अवैध जुए का कारोबार करते थे. आरोपी स्टार एक्सचेंट लोट्स 999 साइट्स के जरिये जुआ खेलाने का काम करते थे. बरामद चेक बुक, एटीएम कार्ड के धारक की पहचान की जा रही है. इनकी भी गिरफ्तारी की जा सकती है. इस गिरोह का संपर्क राजधानी में पहले ऑनलाइन जुआ खेलाने के आरोप में गिरफ्तार बोकारो के गिरोह से भी रहा है. युवकों को हर माह 25-30 हजार वेतन देता था सरगना : गिरफ्तार अन्य युवकों ने पुलिस को बताया कि वे गिरोह के सरगना दीपक टंडन और शुभम के लिए काम करते थे. इसके एवज में उन्हें प्रति माह 25-30 हजार रुपये वेतन के रूप में दिया जाता था. मुफ्त में फ्लैट में रहने और खाने-पीने की सुविधा दी जाती थी. सभी फ्लैट में पढ़ने-लिखने और काम करने वाले युवक बनकर रहते थे, ताकि उनपर किसी को संदेह नहीं हो. पुलिस ने दोनों फ्लैट से शराब की कुल 200 खाली बोतल बरामद की है. बरामद किये गये सामान : एक देसी पिस्टल, चार लैपटॉप, 28 मोबाइल, 12 सिमकार्ड, एक स्वाइप मशीन, 114 एटीएम कार्ड, 12 पासबुक, 50 चेकबुक, एक जिओ वाइफाइ, एक प्रिंटर, एक बाइक, एक स्कूटी, एक कार, कई आधार कार्ड और पैन कार्ड, दो सोने की चेन, दो चांदी की चेन, दो ब्रेसलेट और तीन अंगूठी
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