रांची. रांची नगर निगम ई-बॉल तकनीक से बड़ा तालाब (विवेकानंद सरोवर) की सफाई करा रहा है. इसके लिए निगम ने छत्तीसगढ़ की कंपनी सूझबूझ माइक्रोब्स का चयन किया है. कंपनी की ओर से 20 जुलाई को पहली बार तालाब में आठ हजार ई-बॉल डाले गये थे. इससे तालाब के पानी से दुर्गंध आना कम हो गया है. दूसरे चरण में चार अगस्त को तालाब में फिर आठ हजार ई-बॉल डाले गये. इसी प्रकार 15 दिनों के अंतराल पर दो माह तक ई-बॉल डाले जायेंगे. फिर एक-एक माह के अंतराल पर तालाब में ई-बॉल डाले जायेंगे. एक साल में बड़ा तालाब में कुल 90 हजार ई-बॉल डाले जायेंगे.
ऐसे काम करती है ई-बॉल तकनीक
ई-बॉल माइक्रोब्स कंपनी द्वारा लैब में तैयार की गयी एक गोली है. एक ई-बॉल का औसत वजन 15 ग्राम है. कंपनी के पदाधिकारियों की मानें, तो ई-बॉल में मौजूद बैक्टीरिया पानी में मौजूद नाइट्रोजन एवं कार्बन को काफी तेजी से भोजन के रूप में ग्रहण करते हैं. इसका ग्रहण करने के साथ-साथ ये अपनी संख्या भी बढ़ाते हैं. इसकी सबसे खास बात यह है कि पानी में रह रहे जलीय जीवों व यहां के पानी का उपयोग करने वाले मनुष्यों पर इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं पड़ता है. पानी में डालने के बाद इससे पानी का पीएच, टीडीएस सहित अन्य गुणवत्ता में तेजी से सुधार होता है.
अरगोड़ा तालाब व लाइन टैंक तालाब में भी डाले गये ई-बॉल
बड़ा तालाब में ई-बॉल डालने के बाद रांची नगर निगम अरगोड़ा तालाब व लाइन टैंक तालाब के पानी को भी ई-बॉल तकनीक से साफ करेगा. रविवार को उप प्रशासक रवींद्र कुमार की उपस्थिति में दोनों तालाब में ई-बॉल डाले गये. उन्होंने शहरवासियों से अपील की है कि तालाब किसी एक के चाहने से साफ नहीं हो सकता है. इसलिए ऐसे तालाबों को सुंदर बनाये रखने में निगम के अभियान में शहरवासी भी बढ़-चढ़कर भाग लें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है