रांची : झारखंड में पिछले दो दिनों से बिजली संकट गहरा गया है. राज्य में तीन-तीन पावर प्लांट से उत्पादन ठप हो गया है. इस कारण यह स्थिति बनी है. स्थिति ऐसी है कि राजधानी में शनिवार को दिनभर लोडशेडिंग होती रही. हालांकि देर शाम स्थिति सुधर गयी. वहीं लोहरदगा, गुमला, सिमडेगा, खूंटी, जमशेदपुर, चाईबासा, गढ़वा, पलामू, लातेहार और संताल-परगना के इलाकों में जमकर लोडशेडिंग हुई है.
राज्य में टीवीएनएल की एक यूनिट शुक्रवार की रात ठप हो गयी. इस कारण एक ही यूनिट चल रही थी, जिससे 150 मेगावाट उत्पादन हो रहा था. लेकिन एक यूनिट बंद होने से 150 मेगावाट बिजली कम हो गयी. वहीं आधुनिक पावर प्लांट की भी एक यूनिट ठप हो गयी. इस पावर प्लांट में दो यूनिट है.
जिससे 180 मेगावाट उत्पादन होता है और सारी बिजली झारखंड को दी जाती है. आधुनिक पावर प्लांट से केवल 40 से 80 मेगावाट तक ही बिजली मिल रही थी. यानी यहां से भी 100 मेगावाट बिजली कम हो गयी. वहीं इनलैंड पावर स्टेशन भी ठप हो गया. इससे 50 मेगावाट बिजली रांची को दी जाती है.
यानी इन तीनों पावर प्लांट से लगभग 300 मेगावाट बिजली की कमी हो गयी. वहीं एनटीपीसी व अन्य पावर प्लांट से झारखंड को कुल 1250 मेगावाट बिजली मिल रही थी, जबकि मांग 1600 के करीब थी. 300 मेगावाट बिजली कम होने से डीवीसी कमांड एरिया को छोड़कर राज्यभर में लोडशेडिंग हो रही थी.
राजधानी रांची की बात करें, तो सुबह से ही हरमू, रातू रोड, एचइसी, डोरंडा, हेहल, टाटीसिलवे, आइटीआइ, कोकर, बूटी मोड़, मेन रोड आदि इलाकों में लोडशेडिंग हो रही थी. आइटीआइ फीडर से शाम 4.30 बजे से लगभग पांच घंटे तक बिजली गुल थी. बताया गया कि 11 केवी तार ब्रेकडाउन हो गया था.
इस कारण पिस्का मोड़, इटकी रोड आदि इलाकों में बिजली गुल थी. उधर शाम पांच बजे जेबीवीएनएल द्वारा पावर एक्सचेंज से 150 मेगावाट अतिरिक्त बिजली ली गयी. फिर सिकिदरी हाइडल को चालू कराया गया, तब देर शाम स्थिति सामान्य हुई. उधर टीवीएनएल की बंद पड़ी यूनिट को लाइटअप कर दिया गया है. देर रात इससे भी उत्पादन होने की संभावना है.
रांची में लोडशेडिंग जैसी स्थिति नहीं थी. कहीं-कहीं लोकल फॉल्ट की वजह से बिजली कटी होगी. दोपहर बाद से रांची में स्थिति सामान्य हो गयी थी.
पीके श्रीवास्तव, जीएम रांची एरिया बोर्ड
Posted By: Sameer Oraon