Jharkhand News: झारखंड के इस जिले को 14 दिनों तक करना होगा बिजली संकट का सामना , जानें क्या है वजह
ग्रिड के 20 एमवीए क्षमता के दो बड़े पावर ट्रांसफाॅर्मर से करीब 25 मेगावाट बिजली सप्लाई होती है. दूसरे ट्रांसफाॅर्मर पर दबाव की स्थिति में इससे 80% यानी करीब 10 मेगावाट तक ही सप्लाई संभव है.
गुमला के करीब पांच लाख की आबादी को अगले 14 दिनों तक बिजली संकट का सामना करना पड़ेगा. यहां 132/33 ग्रिड में लगे 20 एमवीए के बड़े ट्रांसफाॅर्मर में खराबी आ जाने के बाद इससे आपूर्ति बंद करने का निर्णय लिया गया है. संचरण अनुमंडल गुमला ने दो से 14 जनवरी तक शटडाउन करने का निर्णय लिया है. मरम्मत का काम दो जनवरी से शुरू होगा. इस दौरान ग्रिड से संबंधित इलाके को ट्रांसफाॅर्मर नंबर-2 से लोड शेडिंग कर बारी-बारी से आधी बिजली दी जायेगी.
ज्ञात हो कि ग्रिड के 20 एमवीए क्षमता के दो बड़े पावर ट्रांसफाॅर्मर से करीब 25 मेगावाट बिजली सप्लाई होती है. दूसरे ट्रांसफाॅर्मर पर दबाव की स्थिति में इससे 80% यानी करीब 10 मेगावाट तक ही सप्लाई संभव है. हालांकि, जेबीवीएनएल ने कहा कि जितनी बिजली उपलब्ध रहेगी, उस हिसाब से किल्लत वाली जगहों पर रोटेशन के तहत बारी-बारी से बिजली उपलब्ध करायी जायेगी.
ग्रिड में उपकरणों को बदलने और इसकी मरम्मत के लिए सोमवार से मेगा पावर ब्लॉक लिया जायेगा. कुछ दिनों पूर्व बारिश के दौरान ट्रांसफाॅर्मर नंबर -1 में स्पार्क और चिंगारी निकलने के बाद से इसे निगरानी में रखा जा रहा था. सैंपलिंग जांच के बाद संचरण निगम ने मरम्मत के साथ ही ओवरहॉलिंग की जरूरत बतायी. जांच में तेल की मात्रा कम होने के साथ ही इसके बुश में भी कुछ खराबी दर्ज हुई.
50 एमवीए का पावर ट्रांसफाॅर्मर लगेगा
132/33 ग्रिड में 20 एमवीए के दो बड़े ट्रांसफाॅर्मर से क्षेत्र को आपूर्ति होती है. आबादी बढ़ने और बिजली की जरूरत के चलते पिकऑवर में ग्रिड पर अत्यधिक दबाव रहता है. गर्मी और अत्यधिक ठंड में डिमांड बढ़ने पर फ्रिक्वेंसी असामान्य हो जाती है. ऐसे में भविष्य को देखते हुए संचरण निगम की ओर से 20 की जगह 50 एमवीए के नए ग्रिड ट्रांसफाॅर्मर के लिए प्रस्ताव भेजा गया है.