Jharkhand News: अंधेरे में हैं रांची के दर्जनों गांव, ग्रामीणों को सता रहा जंगली जानवरों के हमले का भय
रांची जिले के नामकुम प्रखंड की सुदूरवर्ती लाली पंचायत के दर्जनों गांवों के ग्रामीण पिछले 40 दिनों से अंधेरे में रहने को मजबूर हैं. ट्रांसफॉर्मर खराब रहने के कारण लोगों को बिजली नहीं मिल पा रही है. नक्सल प्रभावित इन गांवों में जंगली जानवरों के हमले का भी डर रहता है. इस कारण ये अंधेरे से भयभीत हैं.
Jharkhand News: रांची जिले के नामकुम प्रखंड की सुदूरवर्ती लाली पंचायत के दर्जनों गांवों के ग्रामीण पिछले 40 दिनों से अंधेरे में रहने को मजबूर हैं. ट्रांसफॉर्मर खराब रहने के कारण लोगों को बिजली नहीं मिल पा रही है. बिजली नहीं रहने से इन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने अपने स्तर से विभाग के लोगों से आग्रह किया, लेकिन समाधान नहीं निकला. स्थिति ये है कि ग्रामीण मोबाइल चार्ज करने के लिए दो किलोमीटर दूर जाने को मजबूर हैं. नक्सल प्रभावित इन गांवों में जंगली जानवरों के हमले का भी डर रहता है. इस कारण ये अंधेरे से भयभीत हैं.
सांसद संजय सेठ से ग्रामीणों ने लगायी गुहार
जब बिजली की समस्या का समाधान नहीं निकला, तो थक हार कर ग्रामीणों ने सांसद प्रतिनिधि सुरेंद्र महतो एवं मुखिया के नेतृत्व में रांची के सांसद संजय सेठ से गुहार लगाई. सांसद श्री सेठ ने तत्काल बिजली विभाग के अधिकारियों से बातचीत कर जल्द सामाधान करने का निर्देश दिया. ग्रामीणों ने बताया कि ट्रांसफॉर्मर के खराब हो जाने से पंचायत के रानाटोली, रोलटोली, काटेटोली, पेटासुद, हेसलाटोली, फातेपुर, हेसो, राडूजारा, बाजरमारा पंचायत अंधेरे में हैं.
जंगली जानवरों के हमले का भी रहता है डर
नामकुम के बिजली प्रभावित कई गांव नक्सल प्रभावित हैं. जंगल से घिरे होने की वजह से ग्रामीणों में हमेशा जंगली हाथी एवं भालू के हमले का डर बना रहता है. पूर्व में भी कई बार जंगली जानवरों का हमला हो चुका है. सुरेंद्र महतो ने बताया कि मुख्यमंत्री के आदेश के बावजूद दुर्गा पूजा में कई गांव अंधेरे में रहे. दीपावली आने वाली है. दूर गांव जाकर ग्रामीण मोबाइल चार्ज करते हैं ताकि आकस्मिक स्थिति में एक दूसरे से संपर्क कर सकें. मुखिया जिरेन टोपनो ने बताया कि पंचायत में ही सब स्टेशन बना है. इसके बाद भी बिजली विभाग के लोग उनकी नहीं सुनते हैं.
रिपोर्ट : राजेश वर्मा, नामकुम, रांची