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झारखंड के छह लाख उपभोक्ताओं की कटेगी बिजली, जानें कौन लोग शामिल हैं इस श्रेणी में

electricity consumer in jharkhand : उपभोक्ताओं ने साल भर से नहीं दिया है बिजली बिल. 400 करोड़ की राजस्व वसूली का लक्ष्य रखा है जेबीवीएनएल ने. जुलाई में 318 करोड़ की वसूली

By Prabhat Khabar News Desk | August 6, 2021 10:34 AM
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power cut in jharkhand today रांची : झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) ने जुलाई में 318 करोड़ रुपये राजस्व की वसूली की है. हालांकि निगम का लक्ष्य 400 करोड़ रुपये वसूली करने का है. निगम के निदेशक (ऑपरेशन) केके वर्मा ने कहा कि सभी एरिया बोर्ड को लक्ष्य के अनुरूप बिल वसूली करने का निर्देश दिया है.

उन्होंने बताया कि करीब छह लाख उपभोक्ताओं ने एक साल से बिजली बिल नहीं दिया है. उन उपभोक्ताओं की बिजली काटने का निर्देश दे दिया गया है. जो उपभोक्ता बिल जमा नहीं करेंगे,

उनकी बिजली काटने का स्पष्ट निर्देश एरिया बोर्ड के अधिकारियों को दिया गया है. उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं से भी आग्रह है कि समय पर बिल जमा करें. बिल की कॉपी यदि नहीं मिलती है, तो संबंधित एरिया के सहायक अभियंता, कनीय अभियंता या मीटर रीडर से संपर्क करें.

तेज बारिश के बाद सब स्टेशनों से दो घंटे बिजली बाधित

तेज बारिश के बाद हटिया वन ग्रिड से जुड़े दो सब स्टेशनों से आपूर्ति देर तक बाधित रही. शाम 5.31 बजे 33 केवी कांके और 5.41 पर 33 केवी हरमू सब स्टेशन से जुड़ी उच्च क्षमता लाइन ब्रेकडाउन कर गयी. इससे सब स्टेशनों से जुड़े इलाके में शाम करीब 7.30 बजे तक बिजली गुल रही. इस दौरान हरमू, अरगोड़ा से लेकर मेन रोड तक का इलाका देर तक अंधेरे में डूबा रहा. कई इलाकों में सब स्टेशनों ने अपना लोड को पहले ही घटा लिया था. इस वक्त हटिया ग्रिड से सप्लाई घट कर 90 की जगह 67 मेगावाट आ पहुंची थी.

सबसे ज्यादा नुकसान राजधानी के न्यू कैपिटल इलाके में हुई, यहां कहीं लाइन ब्रेक डाउन हुआ तो कहीं तार पर पेड़ गिरने से बिजली गयी, जो करीब डेढ़ से दो घंटे बाद ही बहाल हो सकी थी. इस बीच नामकुम और कांके ग्रिड में परेशानी कम हुई, लेकिन हटिया -1, 132/33 लाइन इसकी चपेट में रही. हवाई नगर इलाके में एयरपोर्ट से सटे इलाके में एक बड़ा पेड़ ट्रांसफार्मर के ऊपर आ गिरा है. हालांकि, भूमिगत केबल से जुड़े रहने के कारण यहां बिजली आपूर्ति को लेकर तत्काल कोई परेशानी नहीं हुई, लेकिन फिलहाल खतरा बना हुआ है.

Posted By : Sameer Oraon

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