पतरातू प्लांट से इस माह के अंतिम सप्ताह से शुरू होगा 800 मेगावाट बिजली उत्पादन : सीइओ
उत्पादित बिजली का 85 प्रतिशत हिस्सा झारखंड व 15 प्रतिशत केंद्र को मिलेगा
उत्पादित बिजली का 85 प्रतिशत हिस्सा झारखंड व 15 प्रतिशत केंद्र को मिलेगा
प्रतिनिधि, पतरातू
झारखंड बिजली वितरण निगम व एनटीपीसी की ज्वाइंट वेंचर कंपनी पतरातू विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (पीवीयूएनएल) से जनवरी के अंतिम सप्ताह से 800 मेगावाट की पहली इकाई से बिजली का उत्पादन शुरू हो जायेगा. सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस में पीवीयूएनएल के सीइओ आरके सिंह ने बताया कि ट्रांसमिशन लाइन की समस्या का समाधान किया जा रहा है, ताकि उत्पादित बिजली को सही ढंग से दूसरे स्थानों पर भेजा जा सके.ट्रांसमिशन लाइन निर्माण का कार्य जारी है, जिसे निर्धारित समय में पूरा कर लिया जायेगा. इसे लेकर ऊर्जा विभाग भी काम कर रहा है. उसके बाद बिजली बेचने की प्रक्रिया भी चालू कर दी जायेगी. प्रबंधन ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है. सीइओ ने बताया कि पीवीयूएनएल पतरातू में बन रहे 4000 मेगावाट के पावर प्लांट का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. यहां पर पहले दौर में 800 मेगावाट की तीन यूनिट लगनी है. जिसमें पहली यूनिट जनवरी के अंत तक और दूसरी व तीसरी यूनिट दिसंबर 2025 के अंत तक पूरी हो जायेगी. यहां से होनेवाले बिजली उत्पादन का 85 प्रतिशत झारखंड व 15 प्रतिशत केंद्र को मिलेगा. उन्होंने बताया कि पीवीयूएनएल पतरातू पावर प्लांट के लिए कोयला बनहरदी कोल ब्लॉक लातेहार से आयेगा. सीइओ ने बताया कि पीवीयूएनएल द्वारा क्षेत्र में वेलफेयर के कार्य भी किये जा रहे हैं. जिसमें पीवीयूएनएल अंतर्गत पड़नेवाले गांवों में सामुदायिक विकास समेत अन्य कार्य किये जा रहे हैं.
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