Jharkhand news: झारखंड के रांची जिला अंतर्गत सिल्ली इलाके में हाथियों का आतंक चरम पर है. रविवार को हाथी के झुंड से अलग होकर एक हाथी सिल्ली के किता गांव में ही घुस गया. इससे लोगों में अफरा-तफरी मच गयी. डर के कारण ग्रामीण घर में दुबकने को विवश हैं. वहीं, हाथियों को देखने की भीड़ भी लग गयी. इस दौरान वन विभाग के लोग, हाथी भगाओ दल और ग्रामीणों की मदद से हाथी को वापस कोकरो के जंगल में भेज दिया गया.
ग्रामीणों ने बताया कि 20 से 25 की संख्या में हाथी पिछले सप्ताह भर से आसपास के जंगलों में शरण लिये हुए है. शाम होते ही ये गांव में घुस जाते है. धान खाने के चक्कर में खेतों में फसल को पहुंचाते हैं. वहीं, ग्रामीणों को भी अपनी चपेट में लेते हैं. पिछले बुधवार को सिटकादिह निवासी एक वृद्ध को हाथी ने मार दिया था. घटना के बाद आसपास के लोग दहशत में है.
ग्रामीणों के मुताबिक, सिल्ली के विभिन्न क्षेत्रो में आज भी हाथियों को देखा जाता है. रविवार को भी हाथियों के झुंड से एक हाथी बिछुड़ गया था. इसके बाद सिल्ली के किता गांव में आ गया. दिन में ही गांव में हाथी के आ जाने से ग्रामीणों में दहशत फैल गया. काफी मशक्कत के बाद किसी तरह इस बिछड़े हाथी को वापस जंगल भेज दिया गया.
वहीं, वन विभाग ने बताया कि गांव में हाथियों के आने पर उन्हें वापस जंगल भेजने का प्रयास किया जाता है. वन विभाग की ओर से ग्रामीणों के बीच भी हाथियों से सुरक्षा के लिए फटाखे दिये गये हैं. इस संबंध में ग्रामीणों का कहना है कि अब तो दिनदहाड़े भी हाथी गांवों में आ जा रहे हैं. इससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. साथ ही कहा कि अब तो हर समय यह डर सताते रहता है कि पता नहीं कब डर गांव में आ जाये.
Posted By: Samir Ranjan.