daughter murdered in ranchi, daughter murdered by father रांची : चुटिया थाना क्षेत्र के मकचुंद टोली निवासी गौतम प्रसाद महतो को पहले से पांच साल का एक बेटा है. उसे दूसरा बच्चा भी बेटा ही चाहिए था. लेकिन डेढ़ साल पहले उसके यहां बेटी पैदा हुई. इससे वह पत्नी बबीता देवी से नाराज रहता था. आये दिन पत्नी को प्रताड़ित करता था. शनिवार की सुबह करीब साढ़े आठ बजे उसने सारी हदें पार कर दीं.
घर में ही मासूम गुनगुन की गला घोंटकर हत्या कर दी. मासूम की जान बचाने के लिए मां ने पति से काफी जद्दोजहद की, लेकिन क्रूर पति के सामने उसकी नहीं चली. घटना के बाद पत्नी ने पति को कमरे में बाहर से बंद कर दिया. इसके बाद देवर को घटना की सूचना दी. फिर सूचना पर चुटिया थाना प्रभारी रवि ठाकुर घटनास्थल पर पहुंचे और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. थाना लाने पर आरोपी पिता काफी देर तक चुप रहा.
पूछताछ में कुछ भी बताने को तैयार नहीं था. वहीं बबीता देवी ने बेटी की हत्या का आरोप लगाते हुए पति गौतम के खिलाफ थाने में लिखित शिकायत दर्ज करायी. महिला के अनुसार, 2014 में उसकी शादी गौतम प्रसाद महतो से हुई थी. शादी के बाद पहली संतान पुत्र हुआ.
उसका नाम अनिकेत राज (05 वर्ष) है. इसके बाद डेढ़ साल पहले पुत्री गुनगुन ने जन्म लिया. बेटी के जन्म के बाद से ही गौतम नाराज रहने लगा. उसके साथ मारपीट करता था. वह अक्सर कहता था कि उसे बेटी नहीं चाहिए. वह पति की प्रताड़ना को यह सोचकर सहन करती रही कि एक दिन वह सुधार जायेगा.
स्थानीय लोगों के अनुसार, गौतम नशेड़ी है. वह हमेशा गांजा और दूसरे नशे का सेवन करता है. वह कुछ काम भी नहीं करता था. सिर्फ अपनी जमीन को बेचकर जरूरतें पूरी करता था. नशेड़ी होने के कारण वह मानसिक रूप से भी बीमार था. इस वजह से उसका इलाज भी नशा मुक्ति केंद्र में कराया गया था. लेकिन वह नशा छोड़ने को तैयार नहीं था.
रांची वीमेंस काॅलेज की प्राचार्या डॉ मंजू सिन्हा ने कहा कि हमारे समाज में आज भी यह सब हो रहा है, यह सब देख सुन कर मन बहुत दुखी होता है. इससे बड़ा कुकृत्य नहीं हो सकता. जिस तरह से बेटी की हत्या की गयी है,अगर उसी तरह से बेटे की हत्या की गयी होती, तो वो भी बहुत ही घृणित होता. कारण जो भी हो, इसमें निर्दोष बच्चे का क्या कुसूर.भगवान ने जो भी दिया है, उसे स्वीकार करना चाहिए. यह समाज को शर्मसार करने वाली घटना है. वैसे झारखंड में इस तरह की घटनाएं कम देखी गयी हैं, लेकिन ऐसी घटनाएं यहां होना सभ्य समाज के लिए कतई सही नहीं है.
बबीता ने कहा कि बेटा अनिकेत घर के नीचे खेल रहा था. उसे लाने के लिए जा रही थी, तो उसके गोद से पति बेटी को खेलाने की बात कह कर कमरे में ले गया. थोड़ी देर में वह बेटे को लेकर जब कमरे में पहुंची, तो उसकी नजर लगातार रो रही बच्ची का गला दबा रहे पति पर पड़ी.
इसका उसने विरोध किया. तब पति ने उस पर हाथ चला दिया और हत्या की धमकी दी. वह बार-बार गुनगुन को छोड़ देने की गुहार लगा रही थी. फिर भी गौतम नहीं माना और बेटी की हत्या कर दी. इसके बाद वह पत्नी और बेटे को मार देने की धमकी देने लगा. मौका देखकर पत्नी अपने बेटे के साथ कमरे से बाहर निकली व बाहर से दरवाजा बंद कर देवर को घटना की सूचना दी. वहीं गौतम बेटी की हत्या करने के बाद अनाप-शनाप बोलने लगा.
Posted by : Sameer Oraon