सिमडेगा/रांची : ग्राम्य अभियंत्रण संगठन (आरइओ) के सिमडेगा के कार्यपालक अभियंता अरविंद कुमार को ठेकेदार से एक लाख रुपये रिश्वत लेते रांची एसीबी की टीम ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया. अभियंता को उनके आवास से गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तारी के बाद एसीबी की टीम ने इनके आवास और दफ्तर की भी जांच की.
इस दौरान 73 हजार रुपये बरामद किये गये. एजेंसी ने निवेश से जुड़े कुछ दस्तावेज मिलने का भी दावा किया गया है. इस मामले में रांची के रातू थाना क्षेत्र के मां आनंदमयी नगर, काठीटांड़ निवासी ठेकेदार हेमंत कुमार ने एसीबी से शिकायत की थी. उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत फेज-6 का काम इन्हें मिला था.
काम के एवज में इन्हें कार्यपालक अभियंता ने 3.13 करोड़ रुपये भुगतान किया था. जब इन्होंने काम पूरा होने पर एसडी और पीएस के तौर पर काटे गये 7.5 फीसदी राशि में से नियम के मुताबिक 2.5 फीसदी यानी आठ लाख रुपये के भुगतान का आग्रह कार्यपालक अभियंता से किया, तो उन्होंने कहा : पूरे कार्य के एकरारनामा की राशि तीन करोड़ 78 लाख 24 हजार रुपये के हिसाब से एक प्रतिशत राशि यानी चार लाख रुपये देना होगा, तभी बिल का भुगतान करूंगा.
वे पैसा नहीं देना चाहते थे, इसलिए एसीबी में शिकायत की. एसीबी की प्रारंभिक जांच में आरोप सही पाया गया. तय समय पर जब संवेदक उनके सिमडेगा आवास पर घूस की पहली किश्त के तौर पर एक लाख रुपये दे रहे थे, तभी एसीबी की टीम ने अभियंता को दबोच लिया. वहीं अरविंद कुमार ने अपने को निर्दोष बताते हुए कहा है कि उन्हें जबरन रुपये देकर फंसाया गया है.
रांची के रातू थाना निवासी संवदेक की शिकायत पर एसीबी ने की कार्रवाई
बिल भगुतान के एवज में संवेदक से चार लाख रुपये मांग रहे थे अभियंता
चार हजार रुपये घूस लेते पंचायत सेवक गिरफ्तार
मेदिनीनगर. एसीबी की टीम ने बुधवार को पलामू के पांकी थाना क्षेत्र से पंचायत सेवक विरोधी सिंह को चार हजार रुपये घूस लेते हुए गिरफ्तार किया है. तरहसी के विनायक गांव निवासी विरोधी सिंह पांकी के अंबाबार पंचायत में पदस्थापित है. इसी पंचायत के रहनेवाले अभिषेक कुमार ने एसीबी में शिकायत की थी.
उसकी मां रीता देवी ने डोभा का निर्माण कराया था, जिसके एवज में सात हजार मजदूरी का भुगतान करना था. जब भी वे मजदूरी भुगतान के लिए पंचायत सेवक से मिलते, वह अपना हिस्सा मांगते थे. वहीं, रोजगार सेवक अनिल गुप्ता भी अपना हिस्सा मांग रहे थे.
Post by : Pritish Sahay