रांची विवि अंतर्गत अंगीभूत कॉलेजों और संबद्ध कॉलेजों में स्नातक रेगुलर कोर्स (सत्र 2023-27) के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गयी है. विद्यार्थी चांसलर पोर्टल से आठ अगस्त तक आवेदन कर सकते हैं. कॉलेजों द्वारा ऑनलाइन सेलेक्शन लिस्ट 14 अगस्त तक जारी की जायेगी. वहीं चयनित विद्यार्थी कागजात सत्यापन और नामांकन 24 अगस्त तक करा सकते हैं. नामांकन के लिए चांसलर पोर्टल 18 जुलाई से खोल दिया गया है. इसमें सीयूइटी से स्कोर प्राप्त विद्यार्थियों और जो सीयूइटी में शामिल नहीं हुए हैं, वे भी आवेदन कर सकते हैं. सीयूइटी स्कोर प्राप्त विद्यार्थी को प्राथमिकता मिलेगी, जबकि अन्य को इंटरमीडिएट के अंक के आधार पर नामांकन होगा.
विद्यार्थियों की संख्या बढ़ने पर बढ़ सकती हैं सीटें
विभिन्न कॉलेजों में स्नातक में नामांकन के लिए सीटें निर्धारित की गयी हैं. हालांकि विद्यार्थियों की संख्या बढ़ने पर विवि की अनुमति से सीटें भी बढ़ायी जा सकती हैं. विवि ने स्पष्ट किया है कि सत्र शुरू होने के बाद भी सीटें खाली रहती हैं, तो नामांकन प्रक्रिया जारी रहेगी. स्नातक वोकेशनल कोर्स में सीधे नामांकन की व्यवस्था है.
मारवाड़ी कॉलेज को कॉमर्स की बेहतर पढ़ाई के लिए जाना जाता है. इस कॉलेज की शुरुआत 1963 में 170 विद्यार्थियों के साथ हुई थी. आज यहां 16000 से अधिक विद्यार्थी पढ़ाई करते हैं. इस कॉलेज में स्नातक, स्नातकोत्तर और वोकेशनल स्तर के सभी कोर्स की पढ़ाई होती है. साथ ही वोकेशनल और रेगुलर कोर्स के विद्यार्थियों के लिए प्लेसमेंट ड्राइव चलाया जाता है. कॉलेज में गर्ल्स के लिए अलग सेक्शन है, जिसमें स्नातक तक की पढ़ाई होती है.
कोर्स सीटें
-
बांग्ला 44
-
इकोनॉमिक्स 165
-
इंग्लिश 132
-
ज्योग्राफी 66
-
हिंदी 165
-
हिस्ट्री 165
-
फिलॉसफी 66
-
पॉलिटिकल 165
-
साइंस
-
साइकोलॉजी 110
-
सोशियोलॉजी 44
-
मुंडारी 44
-
कुड़ुख 44
-
खड़िया 44
-
कुरमाली 44
-
नागपुरी 44
-
उर्दू 44
-
बॉटनी 55
-
केमिस्ट्री 110
-
फिजिक्स 110
-
मैथ्स 165
-
जूलॉजी 55
-
कॉमर्स 550
वोकेशनल कोर्स और सीटें
-
बॉयोटेक्नोलॉजी 70
-
बीबीए 140
-
क्लिनिकल न्यूट्रेशन 60
-
कंप्यूटर एप्लीकेशन 140
-
फैशन डिजाइनिंग 80
-
इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी 110
रांची वीमेंस कॉलेज
सर्कुलर रोड स्थित रांची वीमेंस कॉलेज को छात्राओं के लिए बेस्ट कॉलेज माना जाता है. यहां स्नातक से लेकर प्रोफेशनल कोर्स तक की पढ़ाई होती है. इसी कॉलेज में स्नातकोत्तर के सभी विषयों की भी पढ़ाई होती है. समय-समय पर कैंपस ड्राइव भी चलाया जाता है.
कोर्स सीटें
-
बांग्ला 50
-
इकोनॉमिक्स 125
-
इंग्लिश 125
-
ज्योग्राफी 132
-
हिंदी 150
-
हिस्ट्री 150
-
होम साइंस 64
-
म्यूजिक 25
-
फिलॉसफी 90
-
पॉलिटिकल 125
-
साइकोलॉजी 80
-
संस्कृत 75
-
सोशियोलॉजी 100
-
टीआरएल 50
-
उर्दू 80
-
बॉटनी 96
-
केमिस्ट्री 96
-
फिजिक्स 96
-
मैथ्स 140
-
जूलॉजी 110
-
कॉमर्स 500
-
बॉयोटेक्नोलॉजी 90
-
बीबीए 130
-
क्लिनिकल न्यूट्रेशन 60
-
कंप्यूटर एप्लीकेशन 120
-
फैशन डिजाइनिंग 60
-
इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी 110
सूरज सिंह मेमोरियल कॉलेज कांके रोड में स्थित है. यहां शहरी के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थी भी पढ़ाई करते हैं. स्नातकोत्तर तक की पढ़ाई होती है. इस कॉलेज की स्थापना 1972 में की गयी थी, जिसका उदघाटन बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री केदार पांडेय ने किया था.
-
बांग्ला 40
-
इंग्लिश 60
-
हिंदी 360
-
संस्कृत 40
-
कुरमाली 40
-
कुडुख 40
-
मुंडारी 40
-
नागपुरी 40
-
उर्दू 40
-
इकोनॉमिक्स 180
-
ज्योग्राफी 180
-
हिस्ट्री 360
-
पॉलिटिकल 500
-
साइंस
-
साइकोलॉजी 40
-
सोशियोलॉजी 40
-
कॉमर्स 400
-
बॉटनी 40
-
केमिस्ट्री 40
-
मैथ्स 40
-
फिजिक्स 40
-
जूलॉजी 40
-
बीसीए 40
-
बीबीए 60
रांची विश्वविद्यालय के अंतर्गत आनेवाला जगन्नाथ नगर कॉलेज (जेएन कॉलेज) की शुरुआत इवनिंग काॅलेज के रूप में की गयी थी. इसके बाद इसे डे कॉलेज के रूप में शुरू किया गया. इस कॉलेज में इंटरमीडिएट से लेकर स्नातकोत्तर तक की पढ़ाई होती है. 1972 में इस कॉलेज की शुरूआत की गयी थी. एचइसी के टाउन एडमिस्ट्रेशन ब्रिगेडियर बीएन उपाध्याय की देखरेख में शुरुआत हुई थी.
कोर्स सीटें
-
बांग्ला 140
-
इंग्लिश 140
-
हिंदी 140
-
संस्कृत 140
-
कुरमाली 140
-
कुड़ुख 140
-
मुंडारी 140
-
नागपुरी 140
-
उर्दू 140
-
इकोनॉमिक्स 140
-
कोर्स सीटें
-
ज्योग्राफी 140
-
हिस्ट्री 140
-
पॉलिटिकल साइंस 140
-
साइकोलॉजी 140
-
कॉमर्स 140
-
बॉटनी 140
-
केमिस्ट्री 140
-
मैथ्स 140
-
फिजिक्स 140
-
जूलॉजी 140
-
बीसीए 40
-
बीबीए 40
-
इडब्ल्यूएम 40
गोस्सनर कॉलेज की स्थापना वर्ष 1971 में की गयी थी. उस समय रांची में शिक्षा के प्रसार के लिए इस कॉलेज को एलिजाबेथ मिडिल स्कूल में शुरू किया गया था. शुरुआत 25 विद्यार्थियों से हुई थी. कॉलेज स्थापना के दो वर्ष बाद 1973 में कॉलेज को मान्यता मिली. निर्मल मिंज पहले प्रिंसिपल बने. वर्तमान में तीन फैकल्टी के तहत 27 विषयों की पढ़ाई होती है. 14 विषयों में पीजी की भी पढ़ाई होती है.
कोर्स सीटें
-
हिंदी 100
-
इंग्लिश 100
-
संस्कृत 100
-
फिलॉसफी 100
-
उर्दू 100
-
हिस्ट्री 100
-
पॉलिटिकल साइंस 100
-
इकोनॉमिक्स 100
-
साइकोलॉजी 100
-
कोर्स सीटें
-
ज्योग्राफी 100
-
एंथ्रोपोलॉजी 100
-
कॉमर्स 500
-
मैथ 100
-
फिजिक्स 100
-
केमिस्ट्री 100
-
जूलॉजी 100
-
बॉटनी 100
-
जियोलॉजी 100
-
मास कॉम 50
-
बॉयोटेक्नोलॉजी 50
-
बीबीए 125
-
बीएससी सीए 125
-
बीएससी आइटी 125
कॉलेज
डोरंडा कॉलेज की स्थापना 1962 में हुई. इस कॉलेज की विशेष पहचान कॉमर्स की पढ़ाई के लिए है. यहां वोकेशनल कोर्स की भी पढ़ाई होती है. बीएड की भी पढ़ाई होती है. यहां करीब 18000 से अधिक विद्यार्थी पढ़ाई करते हैं.
-
बांग्ला 100
-
इकोनॉमिक्स 300
-
इंग्लिश 300
-
ज्योग्राफी 300
-
हिंदी 300
-
हिस्ट्री 300
-
फिलॉसफी 200
-
पॉलिटिकल साइंस 300
-
साइकोलॉजी 200
-
कोर्स सीटें
-
कुड़ुख 100
-
नागपुरी 100
-
उर्दू 200
-
बॉटनी 50
-
केमिस्ट्री 100
-
फिजिक्स 100
-
मैथ्स 150
-
जूलॉजी 50
-
कॉमर्स 800
-
बीबीए 200
-
कंप्यूटर एप्लीकेशन 200
-
इनफॉरमेशन टेक्नो 100
-
रिटेल मैनेजमेंट 50
रामलखन सिंह यादव कॉलेज 1972 में शुरू हुआ था. यहां इंटरमीडिएट से लेकर स्नातकोत्तर तक के तीनों संकाय की पढ़ाई होती है. वोकेशनल और एडऑन कोर्स भी संचालित हैं.
-
एंथ्रोपॉलजी 150
-
बांग्ला 260
-
इकोनोमिक्स 300
-
इंग्लिश 300
-
ज्योग्राफी 150
-
हिंदी 300
-
हिस्ट्री 300
-
फिलॉसफी 300
-
पॉलिटिकल साइंस 300
-
साइकोलॉजी 150
-
सोशियोलॉजी 300
-
नागपुरी 300
-
कोर्स सीटें
-
कुरमाली 300
-
कुड़ुख 300
-
मुंडारी 300
-
उर्दू 300
-
बॉटनी 150
-
केमिस्ट्री 150
-
मैथ 300
-
फिजिक्स 150
-
जूलॉजी 150
-
कॉमर्स 400
-
बीसीए 60
-
बीबीए 60