राज्य में वकील-पुलिस भी सुरक्षित नहीं : भाजपा
नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने राज्य की विधि व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए हेमंत सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि झारखंड की वर्तमान सरकार में न्यायपालिका, कार्यपालिका व विधायिका का प्रतिनिधि सुरक्षित नहीं है.
रांची. नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने राज्य की विधि व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए हेमंत सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि झारखंड की वर्तमान सरकार में न्यायपालिका, कार्यपालिका व विधायिका का प्रतिनिधि सुरक्षित नहीं है. यहां तक की आम जनता भगवान से यह प्रार्थना करने को मजबूर है कि कब यह झूठी सरकार का राज खत्म हो और भाजपा की सरकार आये. श्री बाउरी शनिवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने कहा कि दो दिन में ही राज्य में एक दारोगा अनुपम कच्छप की गोली मार कर हत्या कर दी गयी. अधिवक्ता गोपी कृष्णा की चाकू मार कर हत्या कर दी गयी. वहीं एक जनप्रतिनिधि वेद प्रकाश का निधन आज हो गया, जिन्हें कुछ दिन पहले अपराधियों ने गोली मार दी थी. उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में अब तक राज्य में सात हजार से अधिक महिलाओं के साथ दुष्कर्म किया गया. यहां की सरकार आदिवासी छात्रों पर लाठियां चलवाने से भी परहेज नहीं कर रही, क्योंकि उन्हें राज्य में बांग्लादेशी घुसपैठियों के लिए जगह तैयार करनी है. वहीं हर दिन पांच हत्याएं राज्य में हो रही है, लेकिन लोकतंत्र के मंदिर विधानसभा में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने कार्यकाल के सदन के अंदर अपने अंतिम भाषण में विधि व्यवस्था पर एक शब्द तक नहीं कहा.
सदन में सीएम ने फिर से किये झूठे वायदे
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि राज्य सरकार के मुखिया का सदन के अंदर का भाषण उनके अंदर की कुंठा से प्रेरित रहा. इन्होंने एक बार फिर से झूठे वायदे किये. इस सरकार ने पिछले पांच वर्ष में राज्य का बालू, खनिज, पहाड़, जमीन आदि लूटने का काम किया. जब विपक्ष ने सदन के अंदर सरकार के पांच वर्ष के कार्यकाल और चुनाव पूर्व किये वादे पर जवाब मांगा तो विपक्ष के 18 विधायकों को पहले तो निलंबित कर दिया और जब विधायकों ने अपने साथ हुए अन्याय के खिलाफ आवाज उठायी तो सदन से जबरन बाहर करने का काम किया.
सदन में पार्टी कार्यकर्ता के रूप में कार्य कर रहे हैं स्पीकर
उन्होंने कहा कि संसद में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को अपनी बात रखने के लिए असीमित समय चाहिए. वहीं झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष को बोलने तक नहीं दिया जा रहा. सदन के अध्यक्ष पार्टी कार्यकर्ता के रूप में कार्य कर रहे हैं और एक विधायक के प्रस्ताव को मानते हुए भाजपा के 18 विधायकों को निलंबित कर देते है, जो पूर्ण रूप से असंवैधानिक है. इसलिए भाजपा ने विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया है. यह सरकार युवा विरोधी सरकार है, संविधान की धज्जियां उड़ाने वाली सरकार है. लोकतंत्र के मंदिर को कलंकित करनेवाली सरकार है. उन्होंने कहा कि अब कुछ महीने का ही वक्त इस सरकार के पास है. आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा इस झूठी सरकार के चेहरे से नकाब उतारने का काम करेगी और राज्य की जनता इन्हें बाहर का रास्ता दिखायेगी. मौके पर मीडिया सह प्रभारी योगेंद्र प्रताप सिंह व तारिक इमरान मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है