Jharkhand news, Ranchi news : रांची : कोरोना संक्रमण के बीच झारखंड के किसानों को प्रोत्साहित करने संबंधी कई सरकारी योजनाएं चलायी जा रही है, ताकि राज्य के किसानों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके. नेपाल हाउस में आयोजित खरीफ कार्यशाला 2020 में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिले के कृषि पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि अब हर साल 25 मई को बीज दिवस के रूप में मनाया जायेगा. इसके अलावा 15 अगस्त तक राज्य के सभी किसानों को प्रधानमंत्री किसान योजना से जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित करने, किसानों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी करने, प्रत्येक जिले में जैविक प्रमाणन केंद्र खोलने और प्रवासियों को खेती-किसानी से जोड़ने के लिए 200 करोड़ रुपये की व्यवस्था की बात कृषि मंत्री ने कही.
कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य की पूर्ति के लिए सभी को मिलकर कार्य करने की जरूरत है. कोरोना महामारी के कारण राज्य में काफी संख्या में प्रवासियों की वापसी हुई है. उन्हें भी खेती-किसानी की ओर प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न सरकारी योजनाओं से अवगत कराना जरूरी है, तभी इसका सही अर्थ में लाभ मिल पायेगा. राज्य में कोविड-19 के कारण काफी संख्या में प्रवासी मजदूरों की वापसी हुई है. राज्य सरकार जल्द ही इन प्रवासी मजदूरों की पहचान कर उन्हें पैकेज देने पर विचार कर रही है. इसके लिए 200 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गयी है.
कृषि मंत्री श्री पत्रलेख ने कहा कि 15 अगस्त तक राज्य के सभी किसानों को पीएम किसान योजना से जोड़ दिया जायेगा. साथ ही यह सुनिश्चित करने का निर्देश कृषि पदाधिकारियों को दिया है कि इस योजना से कोई किसान छूटने ना पाये. उन्होंने कहा कि कोविड-19 त्रासदी से उभरने में कृषि विभाग अहम रोल निभायेगा. इसके अलावा बाजार समितियों को भी मजबूत करते हुए एक नये रंग-रूप में उभारना है, ताकि बाजार समिति का उद्देश्य शत-प्रतिशत प्राप्त हो सके.
कृषि पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि जिला स्तर के कृषि पदाधिकारी गांव-गांव जाकर किसानों को जैविक कृषि के लिए प्रोत्साहित करें. झारखंड के किसानों को जैविक खेती के लिए प्रेरित करने और उन्हें उनकी उपज का वाजिब मूल्य दिलाने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है. इसके लिए प्रत्येक जिले में जैविक प्रमाणन केंद्र खोला जायेगा.
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उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा वार्षिक कैलेंडर तैयार किया जा रहा है, जिसमें कृषि कार्यों के लिए तारिख निर्धारित होंगे. अगले साल से प्रत्येक वर्ष 25 मई को बीज दिवस के रूप में मनाया जायेगा. कृषि यंत्र खेती कार्य के लिए अति आवश्यक है. इसके लिए सभी किसानों तक कृषि यंत्र सुलभ हो, इसे सुनिश्चित करना जरूरी है.
श्री बादल ने कहा कि किसानों की समस्याओं के जल्द समाधान के लिए राज्य सरकार एक हेल्पलाइन नंबर जारी करने जा रही है, जिस पर किसान अपनी समस्याएं रख सकते हैं, ताकि उनकी समस्याओं का जल्द निराकरण हो सके. वहीं, विभाग से जुड़े सभी पदाधिकारियों को किसानों को कृषि लोन के लिए प्रोत्साहित करने का निर्देश दिया.
कृषि विभाग के सचिव अबुबकर सिद्दिकी ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान भी कृषि कार्य जारी है और अधिक से अधिक संख्या में लोग कृषि कार्य से जुड़ रहे हैं. हमें उन तक सही समय पर बीज वितरण सुनिश्चित करना है, ताकि किसान इस समय का सही उपयोग कर अधिक से अधिक लाभ उठा सके. उन्होंने कहा कि केसीसी अभियान चल रहा है. इसे इस महीने के अंत तक पूरा करना सुनिश्चित करें. बैंक से समन्वय स्थापित कर किसानों को कृषि लोन दिलाने का प्रयास करें. अधिकारी फिल्ड का भ्रमण करें. किसानों से संपर्क स्थापित कर उन्हें प्रोत्साहित करें.
कृषि निदेशक मनोज कुमार ने कहा कि राज्य के किसानों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से खरीफ कार्यशाला 2020 का आयोजन किया गया है. हमें इस समय का भरपूर लाभ किसानों को दिलाना है. इस अवसर पर पशुपालन निदेशक नैंसी सहाय, निबंधक सहयोग समिति मृत्युजंय कुमार वर्णवाल, निदेशक उद्यान वरुण रंजन सहित विभाग के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.
Posted By : Samir ranjan.