Explainer: राज्यसभा सांसद के चुनाव की जानिए प्रक्रिया, झारखंड में कैसी है हलचल, जानें सबकुछ
झारखंड में राज्यसभा चुनाव के लिए दो सीट पर चुनाव होना था. पर, इन दोनों सीट पर दो प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हुए. इस कारण यहां चुनाव नहीं हुए. झारखंड में एक सीट जीतने के लिए 27 वोट की जरूरत थी, जिसे सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ने आसानी से प्राप्त कर लिया.
Explainer: 15 राज्यों की 57 राज्यसभा सीटों के लिए 10 जून को मतदान होना था, लेकिन अब चार राज्य की 16 सीटों के लिए शुक्रवार को वोटिंग होगी. वहीं, झारखंड की बात करें तो राज्य में दो सीटों के लिए मतदान होना था. लेकिन, चुनाव में दो सीट के लिए सिर्फ दो प्रत्याशियों ने ही नामांकन किया और दोनों निर्विरोध निर्वाचित हो गये. इसके साथ ही देश के विभिन्न राज्यों के 41 प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं.
झारखंड गठन के बाद चौथी बार निर्विरोध निर्वाचित
झारखंड में 22 सालों में चौथी बार राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचन हुआ है. वर्ष 2004 में पहली बार यशवंत सिन्हा और स्टीफन मरांडी निर्विरोध निर्वाचित होकर राज्यसभा गये थे. उसके बाद वर्ष 2006 में माबेल रिबेलो और एसएस अहलूवालिया तथा वर्ष 2014 में निर्दलीय परिमल नथवाणी एवं प्रेमचंद गुप्ता निर्विरोध निर्वाचित हुए थे. इसके बाद वर्ष 2022 में महुआ माजी और आदित्य साहू निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं.
राज्यसभा में सदस्यों की संख्या
संसद के ऊपरी सदन यानी राज्यसभा में कुल सदस्यों की संख्या 250 से अधिक नहीं हो सकती है. वर्तमान में 245 सदस्य हैं, जिसमें 233 निर्वाचित सदस्य और राष्ट्रपति की ओर से कला, साहित्य, विज्ञान और सामाजिक सेवाओं के क्षेत्र से नामित 12 सदस्यों को मनोनीत करते हैं.
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राज्यसभा सदस्य का चुनाव कैसे होता है.
राज्यसभा राज्यों की परिषद है. इसलिए इसके सीटों का आवंटन प्रत्येक राज्य के जनसंख्या के आधार पर किया जाता है. राज्यसभा सदस्य बनने के लिए उस राज्य की कुल विधायकों की संख्या में एक जोड़कर उसमें विभाजित किया जाता है. मान लिजिए, इस बार झारखंड की दो सीटों पर चुनाव होना था. अब इसमें एक जोड़ देंगे तो यह संख्या तीन हो जाएगी. इस तीन को झारखंड विधानसभा में कुल विधायकों की संख्या (80) से भाग दे दीजिए और फिर जो जवाब आएगा, उसमें जोड़ दिया जाता.
उदाहरण के तौर पर देखें
झारखंड में विधानसभा की कुल संख्या 81 है, लेकिन एक विधायक एंग्लो इंडियन से निर्विरोध निर्वाचित होते हैं. इस तरह से कुल 80 विधायक ही राज्यसभा के चुनाव में शामिल होते हैं. इस तरह से देखा जाए, तो विधायकों की संख्या 80 है. वर्ष 2022 में राज्यसभा के लिए दो सीट पर चुनाव होना था. इस दो सीट में एक जोड़ दें. अब 80 को तीन से भाग दे दें, तो 26.66 आएगा, इसके 26 माने. फिर इस 26 में एक जोड़ दें, तो 27 प्राथमिक वोट की जरूरत होगी. इसका मतलब हुआ कि किसी भी प्रत्याशी को जीत के लिए 27 वोट की जरूरत होगी.
झारखंड में पार्टी विधायकों की संख्या
पार्टी : विधायकों की संख्या
झामुमो : 30
कांग्रेस : 17
राजद : 01
भाजपा : 26
आजसू : 02
एनसीपी : 01
निर्दलीय : 02
माले : 01
सत्ता पक्ष और विपक्ष की स्थिति
इस राज्यसभा चुनाव के लिए सत्ता पक्ष के पास बहुमत के आंकड़े मौजूद थे. JMM प्रत्याशी महुआ माजी को कांग्रेस और राजद का भी समर्थन मिला. वहीं, बीजेपी को आजसू का समर्थन मिलने से उनके प्रत्याशी आदित्य साहू को भी राज्यसभा जाने का रास्ता आसान हो गया.
Posted By: Samir Ranjan.