एनएचएआइ के चेयरमैन संतोष कुमार यादव ने झारखंड के पहले एक्सप्रेस-वे ओरमांझी-गोला-जैनामोड़ का काम शुरू कराया. उनकी उपस्थिति में शुक्रवार को इस फोरलेन एक्सप्रेस-वे के काम की शुरुआत की गयी. इसके पूर्व चेयरमैन ने अधिकारियों और संवेदक के साथ बैठक भी की. साथ ही मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, पथ निर्माण सचिव सुनील कुमार सहित अन्य अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श किया.
सीएस को परियोजनाओं से कराया अवगत : चेयरमैन ने मुख्य सचिव को झारखंड में जारी परियोजनाओं से अवगत कराया. बताया कि यहां 11,000 करोड़ की परियोजनाएं चल रही हैं और 17000 करोड़ की योजनाओं पर काम शुरू करना है. चेयरमैन ने एनएच 75 की योजनाओं में भू-अर्जन की समस्याओं को दूर करने का आग्रह किया.
मुख्य सचिव ने कहा कि जो नयी परियोजनाएं देनी हैं, उसका डीपीआर भी तेजी से बनाया जाये. चेयरमैन ने रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर की प्रगति पर संतुष्टि जतायी. इधर, चेयरमैन ने सिकिदिरी के नीचे इलाके में पौधरोपण किया. एक्सप्रेस-वे बनाने वाली कंपनी के कैंप कार्यालय के निकट पौधरोपण हुआ.
एनएच 75 में गढ़वा के पास फोरलेन निर्माण के दौरान सड़क के बीच कब्रिस्तान आने की समस्या को शुक्रवार को एनएचएआइ चेयरमैन के समक्ष रखा गया. राज्य सरकार की ओर से भी अधिकारियों ने कहा कि अगर फ्लाइओवर निर्माण की सहमति हो जाती है, तो कोई समस्या नहीं होगी. अभी वहां पर काम रुक गया है. फ्लाइओवर निर्माण से प्राक्कलन में मात्र छह से सात करोड़ रुपये की बढ़ोत्तरी होगी. सारी बातों को सुनने के बाद चेयरमैन ने इस पर सहमति जतायी है. अब आगे की कार्रवाई के लिए कमेटी बैठेगी.