एक्स्ट्रा ऑडिनरी जनरल बॉडी मीटिंंग हुई, वर्तमान कार्यकारिणी पर मनमानी का आरोप
सीसीसी को राजनीति का अखाड़ा नहीं बनने दिया जायेगा : मनीष जायसवालरांची. झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के कंट्री क्रिकेट क्लब की एक्स्ट्रा ऑडिनरी जनरल बॉडी मीटिंंग (इओजीएम) रविवार को हंगामेदार रही. हंगामे के बीच कमेटी ने तीन एजेंडा को पास करा लेने का दावा किया. जेएससीए में 12 बजे से इओजीएम आयोजित की गयी थी. इसमें करीब 450 सदस्य शामिल हुए. बैठक प्रारंभ होते ही सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया. विरोध करते हुए मंच के पास पहुंच गये. वर्तमान कार्यकारिणी पर मनमानी करने का आरोप लगाया. हंगामे के बीच छह मिनट में आर्टिकल ऑफ एसोसिएशन में स्पेशल बिजनेस को विशेष बहुमत से पास कर दिया गया. कमेटी के अनुसार क्लब के आर्टिकल ऑफ एसोसिएशन में संशोधन का एजेंडा रखा गया था. इसके अंतर्गत 52 प्वाइंट शामिल किये गये थे. इसमें से केवल डायरेक्टर की संख्या को बढ़ाने का प्वाइंट वापस लिया गया. बाकी इस एजेंडे के सभी प्वाइंट को पास कर दिया गया.
सीसीसी के अध्यक्ष राजेश वर्मा बॉबी ने डायरेक्टरों की संख्या बढ़ाने का प्रस्ताव वापस लेने की घोषणा की. जिसके बाद एक सदस्य ने जब अपनी बात रखने की कोशिश की, तो दोनों पक्षों के बीच हंगामा शुरू हो गया. अध्यक्ष से माइक छीनने की कोशिश की गयी. इसी बीच इओजीएम समाप्त करने की घोषणा कर दी गयी. इसके बाद भी कई सदस्य इसका विरोध करते रहे. इधर इस मामले में सीसीसी के फाउंडर सह वर्तमान डायरेक्टर हजारीबाग सांसद मनीष जायसवाल ने कहा कि सीसीसी के सदस्यों की इससे अधिक बेइज्जती नहीं हो सकती. सीसीसी को लूट और राजनीति का अखाड़ा नहीं बनने दिया जायेगा. इसकी प्रतिष्ठा बनाये रखनी होगी.विधि सम्मत हुआ है इओजीएम : भानु प्रताप सिंह
कंट्री क्रिकेट क्लब के कोषाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने कहा कि आज का इओजीएम नियम के तहत हुआ है. एक-दो लोग इसका विरोध कर रहे थे. उस समय तक सभी एजेंडा पास हो गया था. इन लोगों को छोड़कर सभी का समर्थन हमें मिला है. कोई विवाद नहीं है. 53 एजेंडा नहीं था केवल तीन एजेंडा ही लाया गया था. दो साल के डायरेक्टर वाले एजेंडा को नहीं रखा गया था. मीटिंग में कोई हंगामा नहीं हुआ है. अगर किसी को शिकायत है वो उसे सही प्लेटफॉर्म पर रख सकते हैं.बिना वोटिंग के कैसे पास हो गया एजेंडा : आरके मल्लिक
सीसीसी के सदस्य आरके मल्लिक ने कहा कि कमेटी ऑफ गवर्निंग बॉडी पर जब चर्चा हुई, तो कमेटी के सदस्यों ने कहा कि हम प्रस्ताव वापस लेते हैं. ऐसा क्यों किया गया है? इस पर कई सदस्यों ने आपत्ति की है, सदस्यों ने कई संशोधनों पर आपत्ति की थी. कहा गया कि आप जो प्रपोज करते हैं वो कर लीजिए, जो वापस लेना चाहते हैं वो वापस ले लीजिए. हमने यही बात कही कि आप हर एक संशोधन पर वोटिंग करा लीजिए. लेकिन इन लोगों ने नहीं माना. बैठक में 409 सदस्य आये थे, जिसमें से 205 सदस्यों ने विरोध किया. पचास प्रतिशत से अधिक विरोध था. लेकिन इन लोगों ने एजेंडा पास कर दिया. आप 62 आर्टिकल में से 52 को बदल रहे हैं. अमिताभ चौधरी ने 62 बनाये थे. उसे ये लोग बदल रहे हैं. हमलोग इसकी शिकायत उचित फोरम पर भी करेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है