Fact Check by News Meter, Published By Prabhat Khabar (prabhatkhabar.com)
Fact Check|Champai Soren News|झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन से जुड़ा एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है. इसमें कहा जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) छोड़कर चंपाई सोरेन फिर से झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) में शामिल होने वाले हैं. इस दावे में कितनी सच्चाई है, आज हम आपको इसका फैक्ट चेक बताएंगे. इस दावे में कोई सच्चाई भी है या महज दुष्प्रचार है?
झारखंड विधानसभा चुनाव से पूर्व भाजपा में शामिल हुए चंपाई सोरेन
चंपाई सोरेन झारखंड के बुजुर्ग और कद्दावर नेता हैं. सरायकेला विधानसभा सीट से 7 बार विधानसभा का चुनाव जीत चुके हैं. झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 से पहले झामुमो छोड़कर वह भाजपा में शामिल हो गए थे. लंबे अरसे बाद सरायकेला (एसटी) विधानसभा सीट पर चंपाई सोरेन ने भाजपा को जीत दिलाई. भाजपा ने उन्हें सरायकेला से ही उम्मीदवार बनाया था. चंपाई सोरेन के खिलाफ उनके चिर प्रतिद्वंद्वी गणेश महली इस बार झामुमो के टिकट पर चुनाव लड़ रहे थे. चंपाई सोरेन को भाजपा का टिकट मिलने से नाराज गणेश महली झामुमो में शामिल हो गए थे.
भाजपा ने कोल्हान प्रमंडल में अपनी पैठ मजबूत करने की योजना के तहत झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के वरिष्ठ नेता और झारखंड आंदोलनकारी चंपाई सोरेन को अपनी पार्टी में शामिल करवाया था. इसका उद्देश्य आदिवासियों के बीच पार्टी की पैठ बढ़ाना था.
चंपाई सोरेन ने झारखंड चुनाव में कोल्हान से संताल तक किया प्रचार
झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में चंपाई सोरेन ने कोल्हान से लेकर संताल परगना के आदिवासी बहुल इलाकों में भाजपा के लिए जमकर चुनाव प्रचार किया. हालांकि, इसका बहुत ज्यादा असर नहीं हुआ. आदिवासियों के लिए आरक्षित एकमात्र सरायकेला विधानसभा सीट ही भाजपा इस चुनाव में जीत पाई.
चुनाव परिणाम आने के तुरंत बाद सोशल मीडिया में इस तरह की खबरें आने लगीं कि चंपाई सोरेन झामुमो में वापसी करने वाले हैं. एक वीडियो वायरल होने लगा, जिसमें चंपाई सोरेन को झारखंड के मुख्यमंत्री और झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन की तारीफ करते सुना जा रहा है.
सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर एक वीडियो शेयर किया गया. इसका कैप्शन था- ‘बहुत बड़ी खबर. चंपाई सोरेन झामुमो में वापसी करना चाहते हैं. हाल ही में झामुमो छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले चंपाई अब झामुमो में लौटना चाहते हैं. संघियों के लिए बरनॉल मोमेंट.’ (आर्काइव)
चंपाई सोरेन से जुड़े 1:01 मिनट के इस वीडियो में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मीडिया से मुखातिब हैं. वीडियो में वह राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का समर्थन कर रहे हैं. इसमें वह हेमंत सोरेन को ‘अपना नेता’ बता रहे हैं. उनकी तारीफ कर रहे हैं. कह रहे हैं कि हेमंत सोरेन ने विकास और न्याय से जुड़ी कई योजनाओं की शुरुआत की है.
ऐसे ही कई दावे आप यहां और यहां भी देख सकते हैं. (आर्काइव)(आर्काइव)
#WATCH रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कहा, "हम राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' में भाग लेंगे…वे (हेमंत सोरेन) हमारी पार्टी के नेता हैं, उन्होंने राज्य के विकास के लिए कई योजनाएं शुरू कीं और वह न्याय के लिए अपनी लड़ाई में सफल होंगे।" pic.twitter.com/wwbpe3MSGF
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 2, 2024
न्यूजमीटर ने इसका फैक्टचेक किया, तो सोशल मीडिया में चंपाई सोरेन की झामुमो में वापसी से जुड़ा ये दावा फर्जी निकला. पुराने वीडियो को चुनाव के बाद का बताकर वायरल किया जा रहा है.
चंपाई ने राहुल गांधी की यात्रा का समर्थन और हेमंत की तारीफ की
इस वीडियो में न्यूज एजेंसी एएनआई का लोगो है. फैक्ट चेक करने वाली टीम ने उसको इंटरनेट पर सर्च किया, तो उसे एएनआई हिंदी न्यूज का 2 फरवरी 2024 का एक पोस्ट मिला.
इस पोस्ट में वही वीडियो मिला. इस पोस्ट में एक बात सही थी कि चंपाई सोरेन ने राहुल गांधी के अभियान का समर्थन किया और हेमंत सोरेन के नेतृत्व की तारीफ की.
एएनआई हिंदी न्यूज ने इस वीडियो का जो कैप्शन दिया था, उसमें लिखा था, ‘देखें, रांची में झारखंड के मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा, ‘हम राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ में शामिल होंगे. …वे (हेमंत सोरेन) हमारी पार्टी के नेता हैं. उन्होंने राज्य में विकास और न्याय से जुड़ी कई योजनाओं की शुरुआत की है.’
2 फरवरी 2024 को झारखंड के मुख्यमंत्री बने थे चंपाई सोरेन
चंपाई सोरेन ने 2 फरवरी 2024 को झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद चंपाई सोरेन को झारखंड का मुख्यमंत्री बनाया गया था. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित जमीन घोटाला मामले में हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया, तो तत्कालीन महागठबंधन ने चंपाई सोरेन को झारखंड की कमान सौंपी थी.
इस वीडियो को देखने के बाद हमें पता चला कि चंपाई सोरेन ने ये बयान उस वक्त दिया था, जब वह झारखंड मुक्ति मोर्चा नीत महागठबंधन की सरकार की अगुवाई कर रहे थे. 30 अगस्त 2024 को चंपाई सोरेन भाजपा में शामिल हो गए. इस खबर को देश भर के समाचार पत्रों और न्यूज पोर्टल्स ने कवर किया था.
इस तरह आप समझ ही गए होंगे कि चूंकि यह वीडियो फरवरी 2024 का है, इसे चंपाई सोरेन की झामुमो में वापसी के संदर्भ से नहीं जोड़ा जा सकता. तब की राजनीतिक परिस्थितियां और थीं, अब की और हैं.
चंपाई सोरेन का ट्वीट- मेरे खिलाफ फैलाई जा रही भ्रामक अफवाहें
और सबसे बड़ी बात यह कि चंपाई सोरेन ने खुद ट्वीट करके स्पष्ट कर दिया है कि उनके खिलाफ पिछले कुछ दिनों से दुष्प्रचार फैलाया जा रहा है. उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘सोशल मीडिया पर एक एजेंडे के तहत, एक पुराना वीडियो वायरल करवा कर, मेरे संबंध में कुछ भ्रामक अफवाहें फैलाई जा रही हैं. चुनावों के समय भी ऐसा किया गया था. कृपया ऐसी झूठी अफवाहों से बचें.’
आपके खिलाफ अफवाह उड़ी वो आपको दिख गई ?
— Ashutosh Prabhat (@Prabhat_LBSNAA) December 1, 2024
जिसने भी ये किया निहायत ही गलत बात है।
लेकिन एक किसान कल्याण के मुद्दे की बात मैंने आपसे की जो आपको 100 ट्वीट के बाद भी नही दिखा।
मामा जी से कह कर 400 कृषि वैज्ञानिक की जिंदगी समेत करोड़ो किसान को बख्श दे। सभी रोड पर आ गए है @ChouhanShivraj
चंपाई सोरेन के बारे में किया जा रहा दावा फैक्ट चेक में फर्जी निकला
इसलिए, चंपाई सोरेन के झामुमो में लौटने से जुड़ा यह वायरल दावा फर्जी है. जो वीडियो सोशल मीडिया में सर्कुलेट किया जा रहा है, वह पुराना है और उसे नये संदर्भ में पेश करने की कोशिश की जा रही है. वीडियो उस समय का है, जब चंपाई सोरेन झारखंड के मुख्यमंत्री हुआ करते थे और झारखंड मुक्ति मोर्चा में थे. भाजपा नेता के रूप में उन्होंने कभी ऐसी कोई बात नहीं कही.
Fact Check: बांग्लादेश में मारे गए एडवोकेट को चिन्मय दास का वकील बताने वाला गलत दावा Viral
Also Read
डिस्क्लेमर : इस खबर का फैक्ट चेक न्यूजमीटर ने किया है. प्रभात खबर (prabhatkhabar.com) ने शक्ति कलेक्टिव के साथ भागीदारी के तहत इस फैक्ट चेक का अनुवाद और संपादन के साथ-साथ अपडेट करने के बाद पुनर्प्रकाशित किया है.