नकली दवाइयों का कारोबार करने वालों पर कसी जाएगी नकेल, झारखंड सरकार उठाने जा रही है ये कदम
नकली दवाईयों का कारोबार करने वालों के खिलाफ झारखंड सरकार सख्त कर्रवाई करने जा रही है. स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव तमाम साक्ष्य और तथ्यों की जांच कर रहे हैं. जल्द ही दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. ये बातें मंत्री बन्ना गुप्ता ने कही.
रांची : राज्य में नकली दवा-इंजेक्शन का कारोबार करनेवाले इंसानियत के दुश्मनों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जायेगी. स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव के पास फाइल गयी हुई है. साक्ष्यों व तथ्यों के साथ शिकायत के तमाम बिंदुओं पर जांच की जा रही है. उक्त बातें स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहीं. वह शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में जन सुनवाई कर रहे थे. इस दौरान भाकपा के कार्यालय सचिव अजय कुमार सिंह राज्य में चल रहे दवा के नकली कारोबार और उसमें शामिल रैकेट की शिकायत की बात उठायी.
श्री सिंह की शिकायत पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि उन्होंने इस मामले को गंभीरता से लिया है. प्रारंभिक जांच में जो बातें निकलकर सामने आयी हैं, वह किसी गंभीर गतिविधियों की तरफ इशारा करती हैं. मंत्री ने कहा कि इसमें कोई बड़ा रैकेट शामिल है. उत्तराखंड से नशीली दवा मंगायी जा रही हैं और इसमें कुछ अधिकारियों व कर्मचारियों की भी मिलीभगत हो सकती है.
पूरे मामले की जांच गंभीरता से चल रही है. हम दोषी पाये गये अधिकारियों पर भी कार्रवाई करने से नहीं हिचकेंगे. उन्होंने कहा कि एक तरफ ड्रग इंस्पेक्टर द्वारा जब्त दवा का स्टॉक और साक्ष्य मिटाने के मकसद से कंप्यूटर का हार्डडिस्क तक चोरी कर लिया जाता है. वहीं, दूसरी ओर ड्रग लेबोरेट्री का ताला तोड़कर वहां से टेस्ट सैंपल चोरी होने की बात सामने आयी है.
कहा कि इन दोनों मामलों में आपराधिक मुकदमा दर्ज कर इसकी जांच की जा रही है, जबकि विभाग अलग से इसकी पड़ताल करा रहा है. आपको बता दें कि नवंबर 2021 के आखिरी सप्ताह के दौरान सदर अस्पताल के स्टोर रूम का ताला तोड़ कर जब्त नशीली दवा के पूरे सबूत गायब कर दिये गये थे.
20 से ज्यादा शिकायतें आयीं :
जन सुनवाई में 20 से ज्यादा शिकायतें पहुंचीं. सबसे ज्यादा शिकायत इलाज और पैसे के अभाव से जुड़ी थीं. इसके अलावा लोगों ने जमीन संबंधी विवाद, अधिकारियों की शिकायत, आपसी पारिवारिक विवाद, लंबित वेतन भुगतान व नौकरी में दोबारा रखने संबंधी मामले भी आये. स्वास्थ्य मंत्री ने बारी-बारी सभी की समस्याएं सुनने के बाद अधिकारियों से फोन पर बात की और ज्यादातर मामलों का निबटारा मौके पर ही कर दिया.
मौके पर महानगर अध्यक्ष संजय पांडे, गुंजन िसंह, ज्योति सिंह मथारू, सुरेश बैठा, सोनाल शांति, दीपक ओझा, कमल ठाकुर, कुमार रौशन, गौतम उपाध्याय, अजय जैन, अजय सिंह, अजय चौधरी, रंजीत बड़ाईक, गुड्डू यादव, काजल भट्टाचार्य, पिकलू चटर्जी सहित अनेक मौजूद थे.
Posted By: Sameer Oraon