झारखंड में 31,315 राशन कार्ड में पिता-पुत्र का नाम एक पाया गया था. एक से 14 फरवरी तक चले पीडीएस सशक्तीकरण पखवाड़ा के दौरान ऐसे 17,864 राशन कार्डों की जांच की गयी. इसमें 15 हजार से अधिक राशन कार्ड फर्जी पाये गये हैं. अब भी 13,449 राशन कार्ड का वेरिफिकेशन चल रहा है. इधर, विभाग ने फर्जी पाये गये राशन कार्ड को रद्द कर दिया गया है. साथ ही पीडीएस डीलर को नोटिस जारी किया है.
कहा गया है कि अगर ऐसे कार्डधारकों ने अनाज का उठाव किया है, तो राशि की वसूली की कार्रवाई की जाये. खाद्य आपूर्ति विभाग ने राशन कार्ड में सुधार को लेकर चल रहे पीडीएस सशक्तीकरण पखवाड़ा की अवधि को एक सप्ताह और बढ़ा दिया है. अब यह पखवाड़ा 21 फरवरी तक चलेगा. बोकारो जिला में एक ही नाम वाले पिता-पुत्र के सबसे अधिक राशन कार्ड पाये गये थे. राज्य में 60,23,395 कार्डधारी हैं.
वहीं, लाभुकों की संख्या दो करोड़ 64 लाख 25 हजार 385 है. पीडीएस सशक्तीकरण पखवाड़ा के दौरान पाया गया था कि राज्य में 29,029 राशन कार्ड अपवाद (बॉयोमेट्रिक के बिना उठाव करनेवाले) की श्रेणी में अनाज उठा रहे हैं.