रांची : एचइसी स्थित झारखंड विधानसभा भवन की लाइब्रेरी में लगी फॉल्स सीलिंग का बड़ा हिस्सा टूटकर नीचे गिर गया. इससे लाइब्रेरी में रखी मेज और कुर्सियां टूट गयीं. हादसा शुक्रवार सुबह 8:30 बजे हुआ. इस दौरान भवन में सफाइकर्मी अपने काम में जुटे थे. गनीमत रही कि कोरोना संक्रमण के कारण लाइब्रेरी बंद थी. अगर सामान्य दिनों की तरह गतिविधियां होती, तो कोई बड़ा हादसा हो सकता था. हादसे के बाद भवन निर्माण सचिव प्रवीण टोप्पो नुकसान का जायजा लेने विधानसभा परिसर पहुंचे थे. फिलहाल लाइब्रेरी में ताला लगा दिया गया है.
गौरतलब है कि 12 सितंबर 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नये विधानसभा भवन का उदघाटन किया था. इस घटना के बाद विधानसभा सचिवालय ने पत्र लिखकर मुख्य सचिव और भवन निर्माण विभाग को इसकी सूचना दी है. पत्र में विधानसभा भवन की खामियां गिनायी गयी हैं. कहा गया है कि पूर्व में भी इस परिसर में आग लगने की घटना हुई थी. ऐसे में पूरे निर्माण की एक बार समीक्षा की जाये. भवन के निर्माण में हुई गड़बड़ियों और हो रही परेशानियों को देखकर संबंधित संवेदक को उसे दुरुस्त करने के निर्देश दिये जायें.
लग चुकी है आग, रिसता है पानी, दीवारों में दरार : नये विधानसभा भवन के सुरक्षा इंतजाम और निर्माण की खामियों को लेकर समय-समय पर सवाल उठते रहे हैं. कुछ महीने पूर्व ही परिसर के एक हिस्से में आग लग गयी थी, जिसमें लाखों की संपत्ति का नुकसान हुआ था. इस घटना के बाद यहां फायर फाइटिंग व्यवस्था को दुरुस्त करने का निर्देश दिया गया था. हेमंत सोरेन की सरकार ने इसकी जांच का भी निर्देश दिया था.
फिलहाल, यहां गेट नंबर दो के से सटे भवन में निर्माण कार्य चल रहा है. इस भवन की दीवार पर लगा स्लैब कुछ दिन पूर्व ही गिर चुका था. इसे दुरुस्त किया जा रहा है. भवन की छत डंप है और कई जगहों से पानी का रिसाव होता है. भवन में जगह-जगह पर बनाये गये बाथरूम में भी जल जमाव की शिकायत मिलती रही है. वहीं, कई जगहों पर दीवार में दरार देखी जा सकती है. विधानसभा की ओर से समय-समय पर इसकी शिकायत की जा चुकी है.
कोरोना के कारण बंद थी लाइब्रेरी, सामान्य दिनों की तरह काम होता, तो हो सकता था बड़ा हादसा
कार्यपालक अभियंता ने कहा : लीकेज से फॉल्स सीलिंग को नुकसान आम बात, कोई बड़ी क्षति नहीं
विधानसभा की ओर से विभाग को पत्र लिखा गया है. हमने घटना की जानकारी दे दी है. भवन के अंदर जो भी परेशानी है, उससे विभाग को अवगत करा दिया गया है. व्यवस्था को दुरुस्त करने का आग्रह किया गया है.
– महेंद्र प्रसाद, विधानसभा के सचिव
कोई गंभीर नुकसान नहीं हुआ है. मरम्मत शुरू कर दी गयी है. लीकेज से फॉल्स सीलिंग को नुकसान पहुंचना आम है. इससे निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल नहीं उठाया जा सकता है. एक वर्ष तक विधानसभा की देख-रेख की जिम्मेवारी संवेदक की ही है.
– राजीव सिंह, कार्यपालक अभियंता
465 करोड़ की लागत से बना खूबसूरत भवन, पर निर्माण में खामियां : 465 करोड़ रुपये की लागत से बना झारखंड विधानसभा का नया भवन देशभर के खूबसूरत भवनों के रूप में शुमार है. इसका पूरा परिसर 39 एकड़ में फैला है. भवन का 37 फीट ऊंचा गुंबद पूरे देश में अनूठा है. तीन मंजिले इस भव्य भवन में सैकड़ों कमरे हैं. वहीं, 400 लोगों के साथ बैठने के लिए बड़ा कांफ्रेंस हॉल है. इस भवन को 165 विधायकों की बैठने की क्षमता के अनुरूप बनाया गया है.
पीएम के उद्घाटन के बाद भी महीनों हुआ काम : पीएम नरेंद्र मोदी ने इस नये भवन का 12 सितंबर 2019 में उदघाटन किया था. रघुवर दास सरकार में इस भवन का उद्घाटन हुआ था. पिछले 13 सितंबर को रघुवर दास की सरकार ने एक दिन का विशेष सत्र इसी नये भवन में बुलाया था. उदघाटन के बाद भी महीनों भवन का निर्माण कार्य चलता रहा. विपक्ष ने तब आरोप भी लगाया था कि आनन-फानन में उद्घाटन कराया गया है. परिसर में कई काम अधूरे थे, जिन्हें बाद में पूरा किया गया.
Post by : Pritish Sahay