रांची : कोरोना संकट और लॉकडाउन के दौरान नकदी की समस्या से जूझ रहे किसानों को बैंकों ने अधिकतम 50 हजार रुपये तक का लोन (ऋण) देने की योजना शुरू की है. ‘कोविड-19 : किसान तत्काल’ नाम से शुरू हुई इस योजना की खास बात यह है कि इस लोन के लिए किसानों को सिक्योरिटी गारंटी के तौर पर कोई चीज गिरवी रखने की जरूरत नहीं है.
यह ऋण योजना केवल छोटे और गरीब किसानों के लिए शुरू की गयी है. क्योंकि, लॉकडाउन के दौरान अपने परिवार के भरण-पोषण में इन्हें ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
यह लोन केवल उन्हीं किसानों को मिलेगा, जिनका बैंक में पहले से खाता है. किसानों को लोन देने के लिए बैंक अलग से किसी तरह का कोई चार्ज नहीं ले रहे हैं. सही तरीके से ऋण अदायगी पर किसानों को 9.45 फीसदी की दर से ब्याज चुकाना होगा. राज्य में बीओआइ, एसबीआइ, पीएनबी सहित सार्वजनिक क्षेत्र के कई अन्य बैंकों में यह सुविधा उपलब्ध है. बैंक ऑफ इंडिया ने ‘कोविड-19 : किसान तत्काल’ में रांची जोन के अंदर 1967 स्वयं सहायता समूहों के खाते में 59 लाख और 38 किसानों के खाते में करीब 13 लाख की मदद दी है.
छोटे और गरीब किसानों को राहत
किसानों को इसके लिए नहीं देनी होगी कोई सिक्योरिटी गारंटी, सिर्फ खाता होना जरूरी
सही तरीके से ऋण अदायगी पर महज 9.45 फीसदी की दर से लगेगा ब्याज
बैंक ऑफ इंडिया ने मौजूदा समय में किसानों की समस्या के मद्देनजर खरीफ फसल की तैयारी के लिए पहले की तुलना में ज्यादा राशि उपलब्ध करायी है. इससे किसानों को लॉकडाउन की मुश्किलों से उबरने में मदद मिलेगी.
– तेजेश्वर पटनायक, आंचलिक प्रबंधक, बैंक ऑफ इंडिया