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किसानों की मेहनत रंग लायी, झारखंड में हुई बंपर खेती, 48 लाख मीट्रिक टन धान का हुआ उत्पादन

झारखंड में इस साल 48 लाख मीट्रिक टन धान का उत्पादन हुआ है, कृषि विभाग ने इससे संबंधित रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेज दी है. जबकि अगर आंकड़ों की बात करें तो करीब करीब 58 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न उत्पादन संभावित है.

रांची : झारखंड में 2021 के खरीफ मौसम में 48 लाख मीट्रिक टन धान का उत्पादन हुआ है. कृषि विभाग ने बीते खरीफ फसलों के उत्पादन की रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेज दी है. इसके अनुसार करीब 58 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न उत्पादन संभावित है. इस वर्ष खरीफ में करीब 17.63 लाख हेक्टेयर में धान लगाया गया था. खरीफ में कुल 20.58 लाख हेक्टेयर में खेती हुई थी. इस वर्ष बीते साल से अधिक खेतों में धान लगाया गया है.

पिछले साल 49 लाख टन धान का उत्पादन हुआ था. इस बार भी उत्पादन का अंतिम आंकड़ा इससे अधिक होने की उम्मीद है. खरीफ में धान के अतिरिक्त ज्वार, बाजरा, मक्का और रागी की खेती भी हुई थी. दलहन में करीब 2.24 लाख हेक्टेयर में तुर, 1.29 लाख हेक्टेयर में उरद और 17 हजार हेक्टेयर में मूंग व करीब 18 हजार हेक्टेयर में अन्य दलहन फसल लगायी गयी थी. खरीफ में करीब आठ लाख टन मक्का तैयार हुआ है. एक हजार टन में ज्वार, 16 हजार टन में रागी का उत्पादन हुआ है. 2.73 लाख टन तूर, 1.15 लाख टन उरद और करीब 15 हजार टन मूंग का उत्पादन हुआ है.

अब तक की सबसे अधिक धान की खेती :

बीते साल खरीफ मौसम में अब तक सबसे अधिक जमीन में धान की फसल लगायी गयी थी. 2020 के खरीफ में 17.50 लाख हेक्टेयर में धान लगाया गया था. इस वर्ष 17.63 लाख हेक्टेयर में धान लगाया गया. इस वर्ष मॉनसून ने किसानों का साथ दिया. जून के पहले पखवाड़े से ही बारिश शुरू हो गयी थी. राज्य में मॉनसून अवधि के दौरान करीब 1300 मिमी के आसपास बारिश हुई. इस कारण किसानों को धान लगाने का पूरा समय मिला.

आठ लाख टन धान खरीद का लक्ष्य :

इस वर्ष खाद्य आपूर्ति विभाग ने आठ लाख टन धान खरीद का लक्ष्य रखा है. सरकार की ओर से 15 दिसंबर से धान की खरीदारी शुरू कर दी गयी है.

सरकार ने पिछले वर्ष से दो लाख टन धान क्रय का लक्ष्य इस बार बढ़ाया है. अब तक धान क्रय को लेकर 635 धान क्रय केंद्र बनाये गये हैं. धान बेचने को लेकर दो लाख 14 हजार से अधिक किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. एक किसान से अधिकतम 200 क्विंटल धान खरीदने का निर्णय लिया गया है, ताकि ज्यादा से ज्यादा छोटे किसानों को फायदा मिल सके.

धान क्रय के समय ही किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य का 50 प्रतिशत राशि का भुगतान किया जा रहा है. वहीं शेष राशि का भुगतान तीन माह के अंदर करने की बात कही गयी है. इसको लेकर सरकार ने 1500 करोड़ रुपये ज्यादा का प्रावधान किया है. किसानों को न्यूनमत समर्थन मूल्य के साथ प्रति क्विंटल 2050 रुपये का भुगतान किया जायेगा.

धान का कब कितना उत्पादन हुआ

वर्ष आच्छादन उत्पादन

2001 15.20 27.32

2002 13.83 20.71

2003 13.63 23.10

2004 12.76 19.84

2005 13.54 15.50

2006 15.23 29.67

2007 16.43 33.00

2008 16.70 34.00

2009 9.77 14.70

2010 7.17 11.76

2011 14.69 46.95

2012 14.14 39.92

2013 12.55 36.37

2014 15.01 43.69

2015 15.88 24.69

2016 17.14 48.69

2017 17.35 51.31

2018 15.27 28.94

2019 13.57 36.12

2020 17.50 49.57

2021 17.63 48.00

(नोट : आच्छादन : लाख हेक्टेयर व उत्पादन लाख टन में)

Posted by : Sameer Oraon

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