आनंद मोहन, रांची : वर्ष 2016 में राज्य स्थापना दिवस पर राज्य भर के सरकारी स्कूलों में टॉफी और टी-शर्ट बांटने की योजना में अनियमितता हुई है. पिछले विधानसभा सत्र के दौरान यह मामला सदन में उठा था. इस संबंध में सरकार ने विधानसभा को जो जवाब दिया, उससे कुछ नयी बातें सामने आयीं, जो उक्त योजना में घपलेबाजी की ओर इशारा कर रही हैं.
दरअसल, 15 नंबर 2016 को राज्य भर के सरकारी स्कूलों के बच्चों में बांटने के लिए टॉफियों के 1000 बैग और पांच लाख टी-शर्ट की आपूर्ति अलग-अलग कंपनियों ने की थी. रांची और जमशेदपुर में शिक्षा परियोजना परिषद के लेटर हेड पर स्थापना दिवस के एक-दो दिन पूर्व टॉफियों के 1000 बैग टॉफी रिसीव करने का उल्लेख है.
कमाल की बात यह है कि अगले दिन ये टॉफियों राज्य भर के सरकारी स्कूलों में बांट भी दी गयीं. वहीं 12, 13 और 14 नवंबर की तिथि में शिक्षा परियोजना ने लगभग 4़ 97 लाख टी-शर्ट रांची, जमशेदपुर और धनबाद में रिसीव किया. टॉफी की आपूर्ति जमशेदपुर की एक व्यावसायिक फर्म लाल इंटरप्राइजेज द्वारा की गयी थी. वहीं, टी-शर्ट की आपूर्ति लुधियाना की कंपनी कुडू फेब्रिक्स ने की थी.
ऐसे हो रहा है आपूर्ति में अनियमितता का संदेह : सरकार द्वारा विधानसभा को दिये गये जवाब में जो नयी बात सामने आयी है, उसके मुताबिक टॉफी का वितरण करनेवाली कंपनी ने बताया है कि उसने 14़ 5 प्रतिशत की दर से चार लाख 24 हजार रुपये वैट का भुगतान किया है. लेकिन, हैरानी की बात यह है कि एक नवंबर 2016 से 31 दिसंबर 2016 और एक जनवरी 2017 से 31 मार्च 2017 की अवधि में इस फर्म ने टॉफी या चॉकलेट का क्रय-विक्रय किया ही नहीं है.
प्रश्नकर्ता विधायक सरयू राय ने भी इस पर सवाल उठाया है. इनका कहना है कि जब टॉफी-चॉकलेट की न खरीद हुई, न बिक्री हुई और न ही आपूर्ति हुई, तो वैट के भुगतान का मतलब क्या है? इस पूरे मामले में सरकार के जवाब से असंतुष्ट सरयू राय ने सीएम हेमंत सोरेन को पत्र लिखा है और एसीबी से जांच कराने की मांग की है.
कंपनी ने भरा
4़ 25 लाख का वैट, पर खरीद, बिक्री व आपूर्ति का पता नहीं
शिक्षा परियोजना
ने अपने लेटर हेड पर रिसीव की है टॉफी और टी-शर्ट
टॉफी की आपूर्ति
14 नवंबर 2016 को रांची में- 900 बैग, एक बैग में 500 पैकेट टॉफी
13 नवंबर को 2016 को जमशेदपुर में -100 बैग
टी-शर्ट की आपूर्ति
14 नवंबर, 2016, रांची में : 191 बंडल
13 नवंबर, 2016, जमशेदपुर में : 26 बंडल
13 नवंबर, 2016 धनबाद में : 46 बंडल
12नवंबर, 2016 रांची में : 156 बंडल
Post by : Pritish Sahay