रांची : 34वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के लिए 135 करोड़ रुपये की लागत से बने होटवार के मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के मुख्य एथलेटिक्स स्टेडियम (बिरसा मुंडा एथलेटिक्स स्टेडियम) की हालत दयनीय हो चुकी है. सोमवार को हुई बारिश के बाद अंतरराष्ट्रीय सुविधाओंवाले इस स्टेडियम के मुख्य मैदान की फेंसिंग गिर गयी. यह फेंसिंग मुख्य एथलेटिक्स ट्रैक के चारों ओर लगायी गयी थी, लेकिन ड्रेनेज सिस्टम के सही नहीं होने व उचित रखरखाव के अभाव में मिट्टी धंस गयी और फेंसिंग गिर गयी. इससे ट्रैक के आसपास की मिट्टी के कटने की आशंका बढ़ गयी है.
वर्ष 2015 में झारखंड राज्य स्पोर्ट्स प्रमोशन सोसाइटी (जेएसएसपीएस) के निर्माण के बाद पूरे मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के मेंटेनेंस की जिम्मेदारी सीसीएल की है. 2015 से अब तक मुख्य स्टेडियम के मेंटेनेंस के लिए सीसीएल ने नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन (एनबीसीसी) के जरिये लगभग 11 करोड़ रुपये खर्च कर दिये हैं. इसके बावजूद स्टेडियम की हालत नहीं सुधरी है. मेंटेनेंस के नाम पर केवल खानापूर्ति की जाती है. स्टेडियम के दरवाजे के शीशे भी टूट-फूट गये हैं. वर्षों से रंगरोगन के अभाव में दीवारें भी बेरंग हो चुकी हैं.
वर्ष 2006 में शुरू हुआ था निर्माण 2009 में तैयार हुआ : इस स्टेडियम का निर्माण वर्ष 2006 में शुरू हुआ और यह 2009 में बन कर तैयार हुआ. 35 हजार दर्शकों की क्षमतावाले इस स्टेडियम के निर्माण में 135 करोड़ रुपये खर्च हुए थे. इस स्टेडियम में नौ लेनवाला अंतरराष्ट्रीय स्तर का सिंथेटिक ट्रैक लगा है. एथलीटों के लिए इंडोर प्रैक्टिस की भी सुविधा है. खिलाड़ियों को ठहराने के लिए 100 बेड की डॉरमेट्री और 500 की क्षमतावाला मीडिया सेंटर भी है.
ये हाल है!
सीसीएल के जिम्मे हैं पूरे मेगा स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स का रखरखाव
रखरखाव पर पांच साल में खर्च हो चुके हैं 11 करोड़
भारी बारिश से गैलरी में पानी जमा हो गया था. इस कारण लोहे का ग्रिल दीवार के साथ गिर गया. वहीं, कोरेंटिन सेंटर बन जाने के कारण हम लोगों का ध्यान उधर नहीं जा पा रहा था. मुझे इसकी जानकारी मिली थी. हमलोग इसको देख रहे हैं.
वहाब चौधरी, सीइओ, जेएसएसपीएस
नेशनल गेम्स के अलावा हो चुके हैं कई अन्य आयोजन : वर्ष 2011 में यहां 34वें नेशनल गेम्स का आयोजन हो चुका है. नेशनल गेम्स के उद्घाटन और समापन समारोह का आयोजन मुख्य एथलेटिक्स स्टेडियम में आयोजित किया गया था. इसके अलावा यहां अब तक कई एथलेटिक्स चैंपियनशिप का आयोजन किया जा चुका है
Posted by : Pritish Sahay