तोक्यो ओलिंपिक में पदक नहीं मिला, लेकिन चौथे स्थान पर रह कर भारतीय महिला हॉकी टीम पूरे देश की नूरे नजर बन गयी. सभी को उम्मीद थी कि तोक्यो का अधूरा सपना पेरिस में पूरा होगा, लेकिन पेरिस का सफर शुरू होने से पहले ही खत्म हो गया और अब इस जख्म को भरने में बरसों लगेंगे. बार-बार समान गलतियों को दोहराना, आपसी तालमेल का अभाव, प्रदर्शन में अनिरंतरता जैसे कई सवाल हैं, जिनका जवाब भारतीय महिला हॉकी टीम को देना होगा. पेरिस ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई करने में नाकाम रहने के बाद अब भविष्य को लेकर अनिश्चितता भी खिलाड़ियों की आंखों में साफ नजर आ रही है. एफआइएच ओलिंपिक क्वालीफायर में तीसरे स्थान के मैच में जापान से 0-1 से हारी भारतीय टीम के पिछले कुछ अर्से के प्रदर्शन का विश्लेषण करें, तो लगता है कि यह तो होना ही था.
रांची. भारतीय महिला हॉकी टीम भले ही पेरिस ओलिंपिक के लिये क्वालीफाई करने में नाकाम रही हो लेकिन हॉकी इंडिया के महासचिव भोलानाथ सिंह ने आमूलचूल बदलाव की अटकलों को खारिज करते हुए कहा है कि अगले ओलिंपिक चक्र की तैयारी करने की जरूरत है. भोलानाथ ने कहा: हम सभी निराश हैं, लेकिन हमें सकारात्मक चीजों को देखना है. हमारी टीम ने अच्छा खेला, लेकिन किस्मत ने साथ नहीं दिया.
रांची. खेल एवं युवा मामले भारत सरकार एवं तमिलनाडु सरकार द्वारा जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम चेन्नई में 23 से 25 जनवरी तक खेलो इंडिया यूथ गेम्स एथलेटिक्स प्रतियोगिता का आयोजन होना है. इस प्रतियोगिता के लिए एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने झारखंड से शिव कुमार पांडेय को तकनीकी पदाधिकारी के रूप में नामित किया है. इस उपलब्धि पर भारतीय एथलेटिक्स संघ के कोषाध्यक्ष सह झारखंड एथलेटिक्स संघ के अध्यक्ष मधुकांत पाठक, सचिव सीडी सिंह, आशीष झा सहित अन्य ने शिव कुमार पांडेय को बधाई दी.