रांची़ छेड़खानी और पोक्सो एक्ट के आरोपी जस्सी लोहिया को गिरफ्तार करने गयी पुलिस पर जानलेवा हमला करने, सरकारी काम में बाधा उत्पन्न करने सहित अन्य आरोप में पुलिस ने केस दर्ज किया है. यह केस पंडरा ओपी प्रभारी ने सब इंस्पेक्टर मोहन कुमार की शिकायत पर दर्ज किया है. इस केस में जस्सी लोहिया की पत्नी, जस्सी लोहिया का भाई और इनके परिवार के सदस्य के अलावा 40-50 लोगों को आरोपी बनाया गया है. आरोपी जस्सी लोहिया सर्वेश्वरी नगर का रहनेवाला है. अभी केस में उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई है, क्योंकि गिरफ्तारी के बाद आरोपियों ने पुलिस पर हमला कर उसे छुड़ा लिया था. शिकायतकर्ता सब इंस्पेक्टर के अनुसार जस्सी लोहिया के खिलाफ नाबालिग छात्रा से छेड़खानी करने और पोक्सो एक्ट के तहत सुखदेवनगर थाना में 19 दिसंबर को केस दर्ज हुआ था. केस में नाबालिग छात्रा की मां ने पुलिस को बताया था कि उनकी नाबालिग 16 वर्षीय बेटी के साथ आरोपी हमेशा छेड़छाड़ करता है. मामले में केस करने पर तेजाब छिड़कने की धमकी दी गयी थी. इसलिए महिला ने पहले डर से घटना की शिकायत पुलिस से नहीं की थी. इसी केस में पुलिस आरोपी को गिरफ्तार करने उसके घर पहुंची थी. जस्सी लोहिया के घर से बाहर निकलने पर पुलिस ने उसे गाड़ी में बैठा लिया था. लेकिन इसी बीच आरोपी पक्ष के लोग पुलिस बल से उलझ गये और पुलिस के साथ धक्का-मुक्की करते हुए जस्सी लोहिया को गाड़ी से उतार लिया. इस दौरान आसपास के लोगोें ने ईंट-पत्थर और डंडा लेकर पुलिस को घेर लिया. इसके बाद आरोपी पक्ष के लोेग धमकी देने लगे कि हमारा नेता, मंत्री के साथ उठना-बैठना है. सभी पुलिस वालों की वर्दी उतरवा देंगे. लोगों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस की टीम को वहां से लौटना पड़ा. पुलिस पर हमले के दौरान आरक्षी मुन्ना लाल गुप्ता के बायें पैर और आरक्षी अवधेश राम के बायें हाथ की अंगुली में चोट लगी है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है