बीएसएनएल गोदाम में आग लगने पर घर और फ्लैट छोड़ कर बाहर निकल गये लोग
बीएसएनएल परिसर के गोदाम में लगी आग से आम लोग दहशत में दिखे. बीएसएनएल की बाउंड्री से दूसरी ओर गेतलातू का क्षेत्र सटा हुआ है. इस बाउंड्री के ठीक पास लगभग 50 से अधिक परिवार लोग रहते हैं.
रांची. बीएसएनएल परिसर के गोदाम में लगी आग से आम लोग दहशत में दिखे. बीएसएनएल की बाउंड्री से दूसरी ओर गेतलातू का क्षेत्र सटा हुआ है. इस बाउंड्री के ठीक पास लगभग 50 से अधिक परिवार लोग रहते हैं. स्थानीय लोगों का कहना था कि दोपहर पौने एक बजे जब आग लगी, तो ज्यादा भयावह नहीं थी. लेकिन, आग ने धीरे-धीरे विकराल रूप धारण कर लिया.
घरों से बाहर आ गये थे लोग
आग की लपटें और धुआं इतना भयावह था कि गेतलातू की ओर रहनेवाले लोग घरों और फ्लैट छोड़ कर नीचे परिसर में आ गये. लोगों में भय इतना दिखा कि वह अपने घरों की छतों से पाइप से आग बुझाते दिखे. गेतलातू निवासी प्रकाश कुमार ने कहा कि आग की लपटें काफी तेज थीं. यह देख कर डर के मारे हम लोग घर के नीचे आ गये थे. वहीं, सोना कुमारी ने कहा कि जब आग लगी, तो वह सोयी हुई थीं. बाउंड्री के ठीक दूसरी ओर पास में धुआं और आग देख कर डर गयी थीं.
प्रत्यक्षदर्शी और ड्यूटी पर तैनात गार्ड की जुबानी
घटना के प्रत्यक्षदर्शी और ड्यूटी पर तैनात गार्ड प्रमोद उरांव ने कहा कि वह अपने गार्ड रूम में थे. लगभग पौने एक बजे कुछ आवाज का आभास हुआ. इस क्रम में वह जैसे ही बाहर आये, तो देखा कि बाउंड्री के एक किनारे पर धीरे-धीरे आग लग रही है. वह दौड़ कर बीएसएनएल कार्यालय में खबर देने के लिए गये. इतने में ही और दो गार्ड दिखे. किसी तरह खबर दी गयी. बाद में थाना से भी लोग आ गये.
आग लगनेवाले स्थल पर झाड़ियों की भरमार, सफाई भी नहीं करायी
जिस परिसर में आग लगी है, वहां पर केबल तार सहित लोहे का सामान भारी मात्रा में रखे गये हैं. लेकिन, बीएसएनएल अधिकारियों ने इस ओर कोई ध्यान ही नहीं दिया है. पूरे परिसर में झाड़ियों की भरमार है. लेकिन, इसकी सफाई तक नहीं करायी गयी. यही कारण है कि आग की लपटें तेजी से फैलती गयीं.
अग्निशमन गाड़ियों में दिखी स्टाफ की कमी
आग बुझाने के लिए पहुंचे अग्निशमन गाड़ियों में स्टाफ की कमी भी दिखी. हर गाड़ियों में छह स्टाफ होने चाहिए. जबकि, इसमें कम स्टाफ दिखे. इस कारण आग बुझाने में भी काफी मशक्कत करनी पड़ी.
नुकसान के बारे में अभी बताना मुश्किल
बीएसएनएल के प्रभारी सीजीएम एके दास ने कहा कि आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है. वहीं, आग लगने की घटना में कितने रुपयों का नुकसान हुआ है, यह बताना अभी मुश्किल है. इसका आकलन कराया जा रहा है.
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