राजधानी रांची के खादगढ़ा बस स्टैंड में गुरुवार दोपहर दो घंटे के अंतराल पर दो बार अगलगी की घटना हुई, जिसमें नौ बसें जल गयीं. आठ बसें पूरी तरह जल कर खाक हो गयीं, जबकि एक बस को मामूली नुकसान हुआ है. पुलिस ने माना है कि इस घटना को साजिश के तहत अंजाम दिया गया है. अगलगी की पहली घटना दोपहर 12:50 बजे हुई, जिसमें पांच बसें जल गयीं. दूसरी घटना 3:20 बजे हुई, जिसमें चार बसें जलीं. दोनों ही घटनाओं में स्टैंड में मौजूद वाहनों के चालकों, खलासी व एजेंटों ने अपने स्तर से आग पर काबू पाने का प्रयास किया. दोनों ही बार दमकल को घटनास्थल पर पहुंचने में देर हुई. इस कारण जलती बसों को बचाया नहीं जा सका.
पुलिस ने पहली घटना के बाद स्टैंड में लगे सीसीटीवी का फुटेज निकाला है. इसमें एक संदिग्ध शख्स भवानी बस के पास खड़ा दिख रहा है. दूसरी घटना में जहां आग लगी, वह जगह सीसीटीवी कैमरे से काफी दूर है. 12:50 बजे हुई पहली घटना में अलग-अलग जगहों पर खड़ी बसों में आग लगी. बस स्टैंड में खड़ी निशांत की तीन बसें और भवानी की एक बस पूरी तरह जल गयी. सामने खड़ी एलडी मोटर्स की एक बस मामूली जली.
इन बसों की आग बुझाने के बाद दोपहर 2:30 बजे चार फायर बिग्रेड वाहन लौट गये. पुलिस पहली घटना की जानकारी ले ही रही थी, तभी दोपहर 3:20 बजे दूसरी घटना हो गयी. इस दौरान पहले शिवम बस में आग लगी. उसके बाद बगल में खड़ी एलडी मोटर्स की स्कूल बस सहित दो बसों और सामने खड़ी राधेश्याम बस में आग लग गयी. दूसरी घटना में भी बस के चालक व अन्य लोगों ने पाइप से पानी डालकर आग पर काबू पाने का प्रयास किया. इस दौरान वहां अफरा-तफरी मच गयी. दूसरी बार फायर ब्रिगेड के आने में 35 मिनट की देर हुई, जिसके कारण चारों बसें जल कर राख हो गयीं.
साजिश के तहत घटना को अंजाम दिया गया है. जिला पुलिस व एफएसएल की पांच सदस्यीय टीम इस मामले की जांच करेगी. बस मालिकों को कुछ लोगों पर संदेह है, उनके द्वारा प्राथमिकी दर्ज की गयी है. पुलिस पूरी मामले की जांच करेगी. इतना बड़े स्टैंड में कुछ जगहों पर ही सीसीटीवी कैमरे हैं, जबकि स्टैंड के हर तरफ कैमरे लगे होने चाहिए.
शुभांशु जैन, सिटी एसपी
जिस तरह से बसें जली हैं, उससे साफ है कि साजिश के तहत वारदात को अंजाम दिया गया है. इसकी जांच कर दोषियों के खिलाफ प्रशासन कार्रवाई करे. स्टेंड के पास ही अग्निशमन की एक दमकल और एक एंबुलेंस की व्यवस्था हो. दिखावे के लिए नगर निगम ने सीसीटीवी कैमरे लगाये हैं. निगम यहां से सालाना डेढ़ करोड़ वसूलता है, लेकिन सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है. यही हाल रहा, तो हम पैसे देना बंद करेंगे.
सच्चिदानंद सिंह, अध्यक्ष, झारखंड बस ओनर्स एसोसिएशन
इन बसों में लगी आग: निशांत की तीन बसें (रांची-जमशेदपुर रूट)एलडी मोटर्स की तीन बसें (रांची-धनबाद रूट), राधेश्याम की एक बस (रांची-चाईबासा रूट), शिवम बस (रांची-सिल्लीगुड़ी) और भवानी की एक बस शामिल.